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Written By ND

दिलफेंक हिटलर

दिलफेंक हिटलर -
इवा ब्रॉन का हिटलर के नाम प्रेम पत्र ...

अगर कहीं हिटलर की बात चले, तो इंसानियत के दुश्मन एक ऐसे बर्बर तानाशाह की खौफ पैदा कर देनेवाल कड़क इंसान की छवि उभर कर सामने आती है, जिसकी सख्त आवाज से मजबूत से मजबूत इंसान का दिल सहम जाता था और शरीर थरथर कांपने लगता था। लेकिन लोग यह नहीं जानते कि अपने सैकड़ों विरोधियों की आवाज को दबा देनेवाला यह इंसान औरतों के मामले में दिलफेंक था, महिलाओं के साथ रंगरलियों में पीछे नहीं रहता था। उस पर कई युवा लड़कियां फिदा थीं।

हिटलर की दीवानगी रजतपट की प्रमुख महिला हस्तियों के साथ इश्क की सभी हदें पार कर चुकी थी। उसके प्रेम प्रसंगों में 3 युवतियों के नाम रह-रह कर चर्चा का कारण बनते हैं। ये युवुतियां इवा ब्रॉन, गेली रॉबल और रेनाट मुलर हैं। बदकिस्मती से तीनों ने आत्महत्या की थी। यहां तक कि हिटलर ने भी गोली मार कर अपनी खुद की जान ली थी। इन तीनों में से इवा ब्रॉन ऐसी महिला थी, जिसके साथ हिटलर का प्रेम प्रसंग लंबे समय तक चला। लंबे इंतजार के बाद वह अंततः हिटलर के साथ प्रणय सूत्र में बंध ही गई। लेकिन कुछ ही घंटे बाद उसने साइनाइड खा कर आत्महत्या कर ली। नाजी पार्टी ने हमेशा अडोल्फ हिटलर के प्रेम प्रसंगों को गुप्त रखने का प्रयास किया। उधर हिटलर भी अपने भाषणों में कहा करता था कि उसने विवाह नहीं किया, क्योंकि वह जर्मन लोगों के साथ प्रणय सूत्र में बंधा हुआ है।

रिनाट मुलर - रिनाट मुलर अभिनेत्री थी। उसकी हिटलर से मुलाकात शूटिंग के दौरान दाशिन समुद्र तट के समीप हुई और वे काफी करीब आए, पर हिटलर के अजीबोगरीब व्यवहार ने दोनों के संबंधों को तनावपूर्ण बना दिया। और अंत में गहरे तनाव ने उसे मार्फिन का लती बना दिया और उसे सेनेटोरियम भेजा गया। 1 अक्टूबर 1937 को सेनेटोरियम के बाहर एक कार में 4 अधिकारियों को उतरते देखा और घबराहट में खिड़की से छलांग लगा कर आत्महत्या कर ली।

गेली रॉबल - अडोल्फ हिटलर के आरंभिक प्रेम प्रसंगों में गेली रॉबल की चर्चा न करना मुनासिब नहीं होगा। गेली उसकी भान्जी थी, जब वह 40 वर्ष का हुआ तो अपनी भान्जी गेली को दिल दे बैठा। वह नहीं चाहता था था कि कोई गेली की तरफ नजर उठा कर भी देखे। गेली के साथ उसके संबंध तूफानी थे। वे एक-दूसरे पर बेवफा होने के आरोप लगाते थे।

गेली के लिए वह 16-17 साल की वह लड़की सिरदर्द बनी हुई थी, जिसे हिटलर पिनी मर्सीडीज कार में ले जाया करता था। हिटलर के हेमबर्ग के लिए रवाना होने से पहले उसकी गेली से तू-तू, मैं-मैं हो गई। गेली उसे रोकना चाहती थी। हिटलर कार में बैठते हुए ऊंचे स्वर में बोला, मैं आखिरी बार 'ना' कह रहा हूं। उसके जाते ही गेली ने अपने छाती में गोलीमार कर अपने जीवन का अंत कर लिया।

इवा ब्रॉन : इवा ब्रॉन हिटलर की निजी फोटोग्राफर हेनरिख हॉफमैन की निजी सहायक थी। उसकी हिटलर से मुलाकात 1932 में हुई। दोनों की आंखें मिलीं और वह उसकी 'मिस्ट्रेस' बन गई। गेली रॉबल की मौत के बाद हिटलर इवा से ज्यादा मिलने लगा। इसके साथ ही उसका दूसरी लड़कियों के साथ उठना-बैठना और इश्ममिजाजी चलती रही। सच बात तो यह है हिटलर रजत परदे की अभिनेत्रियों का खास दीवाना था। इसी कारण एक दिन इवा ने अपनी गर्दन पर गोली चला कर अपनी जीवनलीला समाप्त करने की कोशिश भी की, लेकिन डॉक्टरों ने उसे बचा लिया। इस घटना के बाद हिटलर इवा के और नजदीक आ गया। उसके प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आ गई और वह इवा ब्रान की तरह उस पर मर-मिटने की कसमें खाने लगा। उसने दूसरी युवतियों से मिलना-जुलना कम कर दिया।

हिटलर का व्यवहार इवा के प्रति भी अजीबोगरीब रहा। हिटलर के अशोभनीय व्यवहार की वजह से उसके आसपास के लोग असहज महसूस करते थे। हिटलर ने कभी अपने बच्चों की कामना नहीं की। उसने कई लोगों से कहा था कि अगर उसके बच्चे हुए, तो वे निश्चित ही उसकी तरह प्रतिभासंपन्न नहीं होंगे और न ही उस जैसे गुण रखेंगे। तब उसका जीवन निराशा से भर जाएगा। इन सबके बाद भी इवा की हिटलर के प्रति विश्वसनीयता में कभी कोई कमी नहीं आई। 1944 के षडयंत्र में हिटलर के बच जाने के बाद इवा ने एक बहुत ही भावनात्मक पत्र लिखा था, उसकी पंक्तियां इस प्रकार हैं- 'हमारी पहली मुलाकात के बाद ही मैंने कमस खा ली थी कि मैं मरते दम तक तुम्हारे साथ रहूंगी। मैं केवल तुम्हारे प्यार की खातिर जिंदा हूं।'

सारी उम्र हिटलर का इंतजार करनेवाली इवा का अंततः उसके साथ 29 अप्रैल 1945 की तड़के विवाह हो ही गया। यह विवाह लोकल मजिस्ट्रेट ने कराया। यह बात अलग है कि यह शादी कुछ घंटों की ही रही। उस वक्त सोवियत सैनिक हिटलर के जमीन के नीचे बने बंगर या तहखाने से मात्र 300 गज दूर रह गए थे। इसलिए दोनों ने अपनी जान देने का फैसला किया। इवा ब्रॉन हिटलर के साथ आत्महत्या करने पर सहमत हो गई। उसने मरने के लिए साइनाइड खाने का फैसला किया। और दोनों ने एक प्राइवेट करमे में जाकर साइनाइड की गोलियां खा लीं। हिटलर ने तो अंत में 7.65 एमएम की वाल्थर पिस्तौल से अपने सिर में गोली भी दाग दी थी। और इस तरह इवा ब्रॉन व अडोल्फ हिटलर के प्रेम कथा का अंत हुआ।