प्रेम और आकर्षण के बीच अंतर...
जीवन में हम बहुत से लोगों से मिलते हैं। कुछ आपको हँसाते हैं, कुछ के साथ आप बहुत मजा करते हैं और कुछ का डील-डौल देखकर ही अच्छा लगता है, लेकिन किसी में वो बात नहीं रहती जो आप अपने सपनों के राजकुमार के बारे में सोचती रही हैं। न जाने आप कितने लोगों से मिल चुकी हैं, लेकिन फिर भी आपकी तलाश अधूरी है।जब ऐसी स्थिति आ जाती है तब लगता है कि काश अपने मनपसंद साथी को बनाना आपके हाथ में होता और आप हर व्यक्ति में से अच्छे-अच्छे गुण चुनकर एक परफेक्ट साथी चुन लेतीं, लेकिन यह हमेशा याद रखिए कि दुनिया का कोई भी व्यक्ति परफेक्ट नहीं होता और आप किसी से पूरी तरह बदलने की आशा भी नहीं कर सकती हैं। ऐसी दुविधापूर्ण स्थिति में आपको प्रेम और आकर्षण के बीच अंतर समझना सबसे ज्यादा जरूरी हो जाता है, क्योंकि महज आकर्षण के धरातल पर किसी भी रिश्ते की नींव मजबूत हो ही नहीं सकती है। अब आपके सामने सबसे बड़ी समस्या अपने आदर्श साथी को लेकर है, यह भी सुलझ जाएगी यदि आप तय कर लेंगी कि आखिर वास्तविक जिंदगी में आप क्या चाहती हैं?अपने आदर्श साथी को कैसे ढूँढें?सबसे पहले खुद ही मन ही मन दोहरा लें कि वह कौन से गुण हैं जो आपके साथी में होना ही चाहिए। चाहें तो यह सब बातें कागज पर लिख लें। साथ में यह भी जरूर लिखें कि आप अपने रिश्ते में यह चीजें क्यों चाहती हैं। बेशक इस कागज को किसी को मत बताइए, लेकिन इसे हमेशा अपने पास रखें और जब मौका मिले उसे पढ़ें। यह ठीक है कि आप अपने साथी के बारे में क्या सोचती हैं उस पर विचार करें, लेकिन यह भी जरूरी है कि आप अपने बारे में और अपने नैतिक मूल्यों के बारे में भी उतना ही सोचें।अपने साथी में उन गुणों को महत्व दीजिए जो यह समझता हो कि आपके लिए क्या जरूरी है? कभी भी केवल आज की परिस्थितियों के बारे
में न सोचें, बल्कि हमेशा आने वाले सालों के बारे में भी अवश्य सोचें। सिद्धांत, नैतिकता, व्यवहार कुछ ऐसे गुण हैं जो हर व्यक्ति में होना ही चाहिए और ये किसी भी व्यक्ति को ऊँचा दर्जा दिलवा सकते हैं।कहाँ ढूँढें उन जगहों पर जाइए जहाँ आपको अपनी पसंद के विषयों पर बात करने वाले व्यक्ति मिलें। घर पर रहकर आप ऐसी बातों की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। इसके साथ ही जरूरी है नेटवर्किंग। आप जितने ज्यादा दोस्त बनाएँगे उतने ही और नए लोगों के संपर्क में आएँगे।अपने साथी के अनुरूप बनें हमेशा अपने रिश्ते के प्रति ईमानदार रहें। पहली बार ही उसके बारे में सब कुछ जान लेने की कोशिश मत कीजिए। जब आपको सब ठीक लगने लगे तो एक बार फिर खुद को टटोलिए
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याद रखिए जब आप चाहती हैं कि सामने वाला व्यक्ति आपके पसंदीदा विषयों पर बात करे तो आपका भावी साथी भी कुछ इस तरह की बातें सोच सकता है, इसलिए, स्पोर्ट्स, कल्चरल इवेंट या थोड़ी सी पॉलिटिक्स पर बोलने की आदत बनाइए।2.
आत्मविश्वास और आत्मसम्मान किसी को भी आकर्षित करने के लिए काफी हैं। जितना अच्छा आप अपने बारे में महसूस करेंगी, दूसरों को आप उतनी ही अच्छी दिखाई पड़ेंगी।3.
हमेशा वेल ड्रेस्ड रहिए। इसका मतलब यह नहीं है कि आप महँगा कपड़ा ही पहनें। जो भी पहनें वह आपके लिए आरामदायक और आप पर जँचना चाहिए।4.
हमेशा अपने रिश्ते के प्रति ईमानदार रहें। पहली बार ही उसके बारे में सब कुछ जान लेने की कोशिश मत कीजिए। जब आपको सब ठीक लगने लगे तो एक बार फिर खुद को टटोलिए कि आखिर ये क्या है?अ. वास्तविक प्रेम। ब. महज एक आकर्षण। स. सिर्फ दोस्ती। द. इन सब से परे पूरा जीवन गुजारने की तमन्ना।