Last Modified: नई दिल्ली (वार्ता) ,
मंगलवार, 5 मई 2009 (22:26 IST)
भाजपा की स्थिति सुधरने के आसार
पन्द्रहवीं लोकसभा के लिए सात मई को होने जा रहे चौथे चरण के चुनाव में उत्तरप्रदेश की 18 लोकसभा सीटों के लिए मतदान होगा। इनमें समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायमसिंह यादव, राष्ट्रीय लोकदल अध्यक्ष अजितसिंह और उनके पुत्रों, भाजपा अध्यक्ष राजनाथसिंह और पूर्व भाजपा अध्यक्ष कल्याणसिंह, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सलमान खुर्शीद और फिल्म कलाकार राज बब्बर के राजनीतिक भाग्य का फैसला होगा।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार सपा ने वर्ष 2004 में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में 18 में 8 सीटें जीती थीं। इस बार उसके लिए अपनी पुरानी सीटें बरकरार रखना मुश्किल होगा। मुलायमसिंह यादव मैनपुरी से और उनके पुत्र सांसद अखिलेश यादव कन्नौज से चुनाव लड़ रहे हैं। पिछड़े वर्ग के नेता कल्याणसिंह भी उनके साथ आकर एटा से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
सिंह सपा में शामिल नहीं हुए हैं, पर पश्चिमी उत्तरप्रदेश में लोध बहुल क्षेत्रों में उनका प्रभाव सपा को लाभ पहुँचाएगा। इस चरण में रालोद अध्यक्ष अजितसिंह बागपत से और उनके पुत्र जयंत चौधरी मथुरा से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
यह चरण भाजपा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, जिसने पिछली बार चार सीटें जीती थीं और सात क्षेत्रों में दूसरे स्थान पर आई थी। इस बार उसकी स्थिति में सुधार होने की आशा है।
पिछले आम चुनाव में तीन सीटें जीतने वाली कांग्रेस की स्थिति यथावत रहने की उम्मीद है। हालाँकि इस बार फर्रुखाबाद से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सलमान खुर्शीद इस बार स्वयं उम्मीदवार हैं, जिनकी पत्नी पिछली बार इस सीट पर सपा के चन्द्रभूषणसिंह से चुनाव हार गई थीं।
बसपा को इस चरण में सत्तारूढ़ होने का लाभ मिलेगा, जिसने पिछले चुनाव में केवल मेरठ की एक मात्र सीट जीती थी। वह छः सीटों पर दूसरे नम्बर पर थी, पर जीत-हार के बीच अंतर बहुत ज्यादा था। ये सीटें कैराना, बागपत, गौतमबुद्धनगर (पहले खुर्जा), मथुरा, मैनपुरी और कन्नौज थी।
फिल्म कलाकार एवं सांसद राज बब्बर सपा का साथ छोड़कर इस बार फतेहपुर सीकरी से कांग्रेस उम्मीदवार हैं, जबकि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय विश्वनाथप्रतापसिंह के पुत्र अजयसिंह फतेहपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।