चौथे चरण में 57 प्रतिशत मतदान
लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में 85 सीटों के लिए गुरुवार को हुए मतदान में तकरीबन 57 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रहा।उपचुनाव आयुक्त आर. बालाकृष्णन ने यहाँ बताया कि सबसे अधिक 75 प्रतिशत मतदान पश्चिम बंगाल में हुआ, जबकि सबसे कम 24 प्रतिशत जम्मू-कश्मीर में। जम्मू-कश्मीर में हालाँकि 2004 के 18.57 प्रतिशत तथा 1999 के 11.93 प्रतिशत के मुकाबले इस बार अधिक मतदान हुआ।उन्होंने बताया कि हरियाणा में 63 प्रतिशत, पंजाब में 65, बिहार में 37, राजस्थान, उत्तरप्रदेश और दिल्ली में करीब 50-50 प्रतिशत मतदान हुआ।उन्होंने बताया कि राजस्थान के सवाई माधोपुर के मतदान केन्द्र में भीड़ ने चुनाव अधिकारियों को काबू में करने की कोशिश की, जिसके बाद वहाँ तैनात पुलिसकर्मियों को फायरिंग करना पड़ी। इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई। यहाँ आयोग ने पुनर्मतदान कराने का ऐलान किया है। बालाकृष्णन ने कहा कि पश्चिम बंगाल में चुनावी हिंसा से जुड़ी विभिन्न घटनाओं में तीन लोग मारे गए। इस प्रकार कुल चार लोगों के मारे जाने की खबर है। उन्होंने बताया कि बंगाल में ही दो मतदाताओं की लू लगने से मौत की खबर आई है, लेकिन इसकी पुष्टि अभी नहीं हो पाई है। बालाकृष्णन ने बताया कि बिहार में तीन लोकसभा सीटों के लिए मतदान हुआ। पटना और नालंदा क्षेत्र में चुनाव बहिष्कार के क्रमशः चार और 18 घटनाएँ प्रकाश में आईं।उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में विभिन्न राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों ने अनेक स्थानों पर पुनर्मतदान कराने की माँग की है। निर्वाचन अधिकारियों और आयोग के पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट आने के बाद इस बारे में कोई फैसला किया जाएगा।बालाकृष्णन ने बताया कि राजस्थान में कुछ जगहों पर जबरन या फर्जी वोटिंग की खबरें हैं। इनमें से दौसा में दो, पाली, करौली, धौलपुर, भरतपुर और झालावाड़ में एक-एक तथा टोंक में चार ऐसे मामले प्रकाश में आए हैं। इन सभी मतदान केन्द्रों पर पुनर्मतदान कराने के बारे में निर्णय किया जाएगा।उन्होंने कहा कि हरियाणा में चुनाव बहिष्कार के पाँच मामले हुए, लेकिन ये सभी स्थानीय मुद्दों से संबद्ध थे। उपचुनाव आयुक्त ने बताया कि उत्तरप्रदेश के सैफई में मतदान की प्रक्रिया के दौरान सपा मुखिया मुलायमसिंह यादव जब मतदान करने गए तो उनके साथ सुरक्षा जवान हथियार लेकर जा रहा था, जिस पर पर्यवेक्षक ने उनका ध्यान आकर्षित किया। मामला तत्काल निपटा लिया गया।एक अन्य घटना में मुलायम ने एक मतदान केन्द्र के गेट पर केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बल के जवान की तैनाती पर आपत्ति जताई, लेकिन पर्यवेक्षकों ने इस बारे में उच्चतम न्यायालय के आदेश का हवाला दिया, तब जाकर मामला शांत हुआ।