नागपुर लोकसभा चुनाव 2019 परिणाम
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प्रमुख प्रतिद्वंद्वी : नितिन गडकरी (भाजपा), नाना पटोले (कांग्रेस)
भाजपा ने नागपुर लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री व वर्तमान सांसद नितिन गडकरी को दोबारा टिकट दिया है, वहीं कांग्रेस की ओर से नाना पटोले मैदान में हैं। पटोले भाजपा के नेता रह चुके हैं और गडकरी को अपना राजनीतिक गुरु मानते हैं। यहां पर चुनावी मुकाबला दिलचस्प होगा।
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परिचय : महाराष्ट्र का तीसरा सबसे बड़ा शहर है नागपुर। इसकी स्थापना देवगढ़ (छिंदवाड़ा) के गोंड राजा बख्त बुलंद शाह ने 1703 ई. में की थी। इसका नाम नाम नाग नदी पर रखा गया है। यह नदी नागपुर के पुराने हिस्से से गुजरती है। देश का दूसरा हरियाली से परिपूर्ण नागपुर को संतरों के शहर के नाम से भी जाना जाता है।
कई राष्ट्रीय उद्यानों के कारण इसकी 'टाइगर राजधानी' के रूप में भी पहचान है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मुख्यालय भी यहीं पर है। नागपुर शहर संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की दीक्षा भूमि भी है। यही पर 14 अक्टूबर 1956 को अंबेडकर ने अपने अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म अपनाया था। तब से यह स्थान बौद्ध तीर्थस्थल के तौर पर जाना जाता है।
जनसंख्या : जनगणना 2011 के अनुसार यहां की कुल जनसंख्या 25 लाख है। हालांकि एक अनुमान के मुताबिक यहां की जनसंख्या 28 लाख से ज्यादा है।
अर्थव्यवस्था : यह संतरे के व्यापार का मुख्य केंद्र है। यह देश में एक परिवहन केंद्र के रूप में कार्य करता है। यह सूती कपड़ों का एक बड़ा व्यापारिक केंद्र है। प्राकृतिक संसाधनों की भरमार के कारण यहां खनन एक महत्वपूर्ण उद्योग है। पिछले कुछ सालों में यहां की अर्थव्यवस्था में काफी वृद्धि हुई है।
भौगोलिक स्थिति : यह शहर भारत के मध्य में स्थित है। यह हवाई मार्गों, रेल और सड़कों के माध्यम से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र होने के साथ ही यह देश में वन्यजीव भंडार के लिए भी व्यापक रूप से जाना जाता है।
16वीं लोकसभा में स्थिति : भाजपा नेता और केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी यहां से सांसद हैं। यह उनका गृहनगर भी है। लोकसभा चुनाव 2014 में उन्होंने कांग्रेस नेता विलास मुत्तेमवार को पराजित किया था। मुत्तेमवार 1998 से 2009 तक लगातार सांसद रहे हैं।
महाराष्ट्र के बारे में : महाराष्ट्र में यूपी के बाद सबसे ज्यादा लोकसभा सीटें हैं। पिछले चुनाव में भाजपा और शिवसेना ने 48 में से क्रमश: 22 और 18 सीटें जीती थीं। राकांपा 4 और कांग्रेस उम्मीदवार 2 सीटें जीतने में सफल रहे थे। इस बार सीटें के बंटवारे में भाजपा 25 और शिवसेना 23 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस और एनसीपी के बीच हुए सीटों के बंटवारे में कांग्रेस ने 26 एवं एनसीपी ने 22 सीटें अपने पास रखी हैं। राज्य में इस समय भाजपा-शिवसेना की सरकार है। मुकाबला एनडीए बनाम यूपीए का है।