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Last Updated : गुरुवार, 9 मई 2024 (13:35 IST)

वो बयान जो बने कांग्रेस के लिए सेल्फ गोल, अय्यर से लेकर सैम पित्रोदा के बयानों से हुआ नुकसान

modi and kharge
Controversial statement of congress leaders : सैम पित्रोदा के बयान एक बार फिर कांग्रेस की किरकिरी कर दी है। हालांकि पहली बार किसी कांग्रेस नेता ने विवादित बयान नहीं दिया है। 2014 के बाद से हर चुनाव में कांग्रेस नेताओं के विवादित बयानों ने कांग्रेस को लगातार कमजोर किया है और भाजपा तथा मोदी को फायदा ही पहुंचाया है। आइए डालते हैं अय्यर से लेकर सैम पित्रोदा के बयानों पर एक नजर जो कांग्रेस के लिए बने 'सेल्फ गोल'। ALSO READ: कांग्रेस की मुश्किल बढ़ाने वाले ओवरसीज Congress के अध्यक्ष सैम पित्रोदा का इस्तीफा
 
क्या बोले सैब पित्रोदा : सैम पित्रोदा ने 8 मई को कहा कि हम भारत जैसे विविधता से भरे देश को एकजुट रख सकते हैं। जहां पूर्व के लोग चीनी जैसे लगते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर के लोग अंग्रेजों और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी जैसे लगते हैं। उन्होंने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, हम सभी बहन-भाई हैं। भारत में अलग-अलग क्षेत्र के लोगों के रीति-रिवाज, खान-पान, धर्म, भाषा अलग-अलग हैं, लेकिन भारत के लोग एक-दूसरे का सम्मान करते हैं। कुछ दिनों पहले भी उन्होंने विरासत टैक्स की बात कहकर कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी थी।
 
पहले तुम्हारा फिर मेरा इलाज : 13 अप्रैल 2024 को सहारनपुर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी इमरान मसूद के एक विवादित बयान देते हुए कहा कि अगर भाजपा इस चुनाव में जीतकर दोबारा आ गई तो सबसे पहले इलाज तुम्हारा और फिर मेरा होना है। याद रख लेना। जितनी मजबूत आवाजें हैं, सारी खामोश ऐसे ही नहीं की जा रहीं, कोई बोलने वाला न बचे, ऐसी साजिश हो रही हैं। यह चुनाव इमरान के हारने-जीतने का नहीं, अपने आपको बचाने का है। बयान पर बवाल मच गया। भाजपा ने इस मामले में चुनाव आयोग से मसूद की भी शिकायत की है।
 
स्मृति ईरानी को बताया विक्षिप्त : 13 अप्रैल को ही उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि स्मृति ईरानी विक्षिप्त हो चुकी हैं। मोदी जी से आग्रह करूंगा कि उनको तत्काल में अच्छे मानसिक डॉक्टर से दिखाया जाए, ताकि उनका मानसिक इलाज शुरू हो सके। स्मृति ईरानी खुद को सहज महसूस कर सके क्योंकि वह असहज लग रही हैं। इसलिए उनकी असहजता और मानसिक दिवालियापन दिख भी रहा है।
 
मोदी की तुलना सांप से : 27 अप्रैल 2023 को मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि मोदी जहरीले सांप की तरह हैं। आप इसे जहर समझें या न समझें, लेकिन अगर आप इसे चखेंगे तो मर जाएंगे। 
 
मोदी की तुलना रावण से : नवंबर 2022 में गुजरात चुनाव के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी की तुलना रावण से कर दी थी। खरगे ने कहा, पीएम मोदी हर वक्त अपनी बात करते हैं। हर मुद्दे पर कहते हैं कि मोदी की सूरत को देखकर वोट दें। उन्होंने सवाल किया, 'तुम्हारी सूरत कितनी बार देखें। पार्षद चुनाव में तुम्हारी सूरत देखें, MLA चुनाव में भी तुम्हारी सूरत देखें, MP चुनाव में भी तुम्हारी सूरत देखें। हर जगह आपका ही चेहरा देखें, कितने चेहरे हैं आपके, क्या आपके रावण की तरह 100 मुख हैं?
 
किसका हाथ मजबूत है, हमारा या कातिल का : जनवरी 2020 में दिल्ली के शाहीन बाग में CAA को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे मणिशंकर अय्यर ने आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि हम देखेंगे कि किसका हाथ मजबूत है, हमारा या कातिल का। दिल्ली चुनाव के समय अय्यर के इस बयान को कांग्रेस के लिए सेल्फ गोल कहा गया। इससे पहले गुजरात विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी को नीच बताया था। जिसे भाजपा ने मुद्दा बनाते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला बोला था और चुनाव में कांग्रेस को इसका खामियाजा भी उठाना पड़ा था। 
 
चौकीदार चोर है : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 2019 की एक चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर करारा हमला बोला था और राफेल डील में घोटाला करने का आरोप लगाया था। साथ ही कहा था कि अब सुप्रीम कोर्ट ने भी मान लिया है कि चौकीदार चोर है। हालांकि, बाद में राहुल ने अवमानना वाले बयान पर माफी मांग ली थी।
 
मौत का सौदागर : 2007 में गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस की तत्तकालीन अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने नरेंद्र मोदी को 'मौत का सौदागर' कहा था। सोनिया ने नवसारी में चुनावी रैली में कहा था कि गुजरात की सरकार चलाने वाले झूठे, बेईमान, मौत के सौदागर हैं। उस वक्त मोदी गुजरात के मुख्‍यमंत्री थे। इस बयान का फायदा भी उस समय भाजपा को ही मिला था। 
Edited by : Nrapendra Gupta
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