एक्जिट पोल पर भाजपा ने कहा- मिला सुशासन का पुरस्कार, विपक्ष ने पूर्वानुमानों को नकारा
नई दिल्ली। एक्जिट पोल पर भाजपा ने उत्साहित प्रतिक्रिया दी और कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में माहौल का पता चलता है। हालांकि विपक्षी दलों ने एक्जिट पोल को खारिज किया है।
चुनाव परिणाम की घोषणा से पहले आए विभिन्न एक्जिट पोल में मौजूदा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की वापसी का पूर्वानुमान जताया गया है।
भाजपा के प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि लोगों ने मोदी के अच्छे प्रशासन को पुरस्कार दिया है। उन्होंने कहा कि एक्जिट पोल से नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के लिए बेहद सकारात्मक मतदान होने के स्पष्ट संकेत मिलते हैं।
मोदी ने अतुल्य समर्पण से देश की सेवा की है। लोग अच्छे प्रशासन को पुरस्कार देते हैं, यह एक बार फिर से उत्साहजनक जनमत से साबित हुआ है। यह बुराइयां करने वाले उस विपक्ष को तमाचा है जो आधारहीन आरोप लगाता है और झूठ बोलता है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने एक्जिट पोल को 'अटकलबाजी' करार देते हुए कहा कि उन्हें ऐसे सर्वेक्षणों पर भरोसा नहीं क्योंकि इस 'रणनीति' का इस्तेमाल ईवीएम में 'गड़बड़ी' करने के लिए किया जाता है।
उन्होंने ट्वीट किया कि मैं एक्जिट पोल के कयासों पर भरोसा नहीं करती। यह रणनीति अटकलबाजी के जरिए हजारों ईवीएम को बदलने या उनमें हेरफेर करने के लिए प्रयुक्त होती है। मैं सभी विपक्षी पार्टियों से एकजुट, मजबूत और साहसी रहने की अपील करती हूं।
कांग्रेस के शशि थरूर ने दावा किया कि एक्जिट पोल गलत होते हैं। उन्होंने अपनी बात सही साबित करने के लिए ऑस्ट्रेलिया के चुनाव का हवाला दिया जहां कई एक्जिट पोल गलत साबित हुए।
हालांकि कांग्रेस की सहयोगी पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सारे एक्जिट पोल गलत नहीं हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि सारे एक्जिट पोल गलत नहीं हो सकते हैं। यह टीवी बंद करने, सोशल मीडिया से लॉगआउट करने का समय है तथा यह देखना है कि क्या 23 मई के बाद दुनिया अपनी धुरी पर अभी भी घूम रही है।
कांग्रेस के प्रवक्ता संजय झा ने कहा कि शांत मतदाता ही 23 मई को राजा साबित होंगे। भाकपा के डी. राजा ने भी पूर्वानुमान को खारिज करते हुए कहा कि ये सिर्फ ट्रेंड भर हैं।