कैशलेस इकॉनोमी की मुहिम फेल, चुनाव सामग्री की खरीदी में नकदी जोर
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में नकदी रहित मुहिम का चुनाव अभियान पर कुछ खास नहीं दिख रहा है। यहां चुनाव प्रचार सामग्री की खरीद के लिए अधिकतर भुगतान अभी भी नकद में हो रहा है।
व्यापारियों ने बताया कि पिछले एक सप्ताह में चुनाव सामग्री की बिक्री में बढ़ोतरी हुई है। यहां लोकसभा चुनाव के लिए मतदान 11 अप्रैल से शुरू होंगे।
बड़ा बाजार पूर्वी भारत का सबसे बड़ा थोक बाजार है। यहां के एक दुकानदार ने कहा कि अधिकतर व्यापार नकद में हो रहा है। अन्य एक दुकानदार ने कहा कि हमारे लिए, नकद में ही भुगतान किया जा रहा है। जैसा कि 2014 में था। नकद सबसे सुविधाजनक है और खरीदारों को चुनाव आयोग के खर्च प्रतिबंधों से बचने में मदद करता है। चुनाव के लिए छाता, टोपी, बैज, पेपर सन-गार्ड और स्कार्फ जैसे सामानों की बिक्री यहां की जा रही है।
व्यापारियों ने बताया कि कॉफी मग इस साल चुनाव प्रचार के लिए एक नया आकर्षण हैं। भाजपा का चुनाव प्रचार सामान बेचने वाले एक दुकानदार ने बताया कि 2014 आम चुनाव की तुलना में इस साल व्यापार 40 से 50 प्रतिशत अधिक होने की संभावना है। (भाषा)