हेमा मालिनी व प्रज्ञा ठाकुर समेत 17वीं लोकसभा में होगी सर्वाधिक महिला सांसदों की नुमाइंदगी
नई दिल्ली। 17वीं लोकसभा के विजयी उम्मीदवारों में महिलाओं की कुल संख्या 78 है। महिला सांसदों की अब तक की इस सर्वाधिक भागीदारी के साथ ही नई लोकसभा में महिला सांसदों की संख्या कुल सदस्य संख्या का 17 प्रतिशत हो जाएगी। महिला सांसदों की सबसे कम संख्या 9वीं लोकसभा में 28 थी।
चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा की 542 सीटों के लिए शुक्रवार को घोषित पूर्ण परिणाम के आधार पर सर्वाधिक 40 महिला उम्मीदवार भाजपा के टिकट पर चुनाव जीती हैं, वहीं कांग्रेस के टिकट पर सिर्फ पार्टी की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने महिला उम्मीदवार के रूप में रायबरेली से जीत दर्ज की है।
इसके अलावा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अमेठी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को शिकस्त देकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। मोदी सरकार की केंद्रीय मंत्रियों में अपनी लोकसभा सदस्यता बरकरार रखने वालों में मेनका गांधी सुल्तानपुर और अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर से 'अपना दल' उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीती हैं।
साथ ही भाजपा उम्मीदवार हेमा मालिनी मथुरा, प्रज्ञा ठाकुर भोपाल, मीनाक्षी लेखी नई दिल्ली, किरण खेर चंडीगढ़ और रीता बहुगुणा जोशी इलाहाबाद से जीतने वाली प्रमुख भाजपा सांसद हैं।
उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव में कुल 8,049 उम्मीदवार मैदान में थे। इनमें 724 महिला उम्मीदवार थीं। मौजूदा लोकसभा में महिला सांसदों की संख्या 64 है। इनमें से 28 मौजूदा महिला सांसद चुनाव मैदान में थीं।
चुनाव हारने वाली प्रमुख महिला उम्मीदवारों में कन्नौज से सपा सांसद डिम्पल यादव व रामपुर से भाजपा उम्मीदवार जयाप्रदा शामिल हैं। कांग्रेस ने सर्वाधिक 54 और भाजपा ने 53 महिला उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा था।
अन्य राष्ट्रीय पार्टियों में बसपा ने 24, तृणमूल कांग्रेस ने 23, माकपा ने 10, भाकपा ने 4 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने 1 महिला उम्मीदवार को मैदान में उतारा था, वहीं निर्दलीय महिला उम्मीदवारों की संख्या 222 थी। 4 ट्रांसजेंडर उम्मीदवारों ने भी बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ा।
चुनाव हारने वालीं महिला उम्मीदवारों में आसनसोल से तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार मुनमुन सेन, सिलचर से सांसद कांग्रेस की सुष्मिता देव, सुपौल से सांसद कांग्रेस की रंजीत रंजन शामिल हैं।