देश अप्रैल 1967 में आजादी के बाद चौथी चुनाव पूर्व की राजनीतिक गतिविधियों से गुजर रहा था। जिस कांग्रेस ने अब तक चुनावों में 73 प्रतिशत से कम सीटें नहीं जीती थीं, आगे आने वाला समय उसके लिए और बुरा साबित होने वाला था।