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  4. two day literary event organized in memory of Smt Malti Joshi
Written By WD Feature Desk
Last Updated : सोमवार, 2 जून 2025 (11:53 IST)

श्रीमती मालती जोशी की स्मृति में दो दिवसीय साहित्य का आयोजन

इंदौर में स्मृति कल्प का आयोजन 4 और 5 जून को

Smriti Kalp
इंदौर। प्रख्यात कथा लेखिका श्रीमति मालती जोशी की स्मृति में दो दिवसीय साहित्य का आयोजन 4 और 5 जून को इंदौर में किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि मालती जोशी का निधन पिछले वर्ष 15 मई को नब्बे वर्ष की आयु में हुआ था। इस वर्ष 4 जून को उनके जन्मदिन पर आयोजित इस कार्यक्रम में मालती जोशी के कथा साहित्य के विभिन्न आयामों पर प्रस्तुतियां होगी।
 
इंदौर के जाल सभागृह में 4 जून से प्रारंभ होने वाले इस आयोजन का शुभारंभ पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा ताई महाजन करेंगी। प्रख्यात साहित्यकार प्रोफसर सरोज कुमार तथा डॉ सूर्यकांत नागर भी इस अवसर पर उपस्थित रहेगें। महात्मा गांधी अंर्तराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. कुमुद शर्मा विशिष्ट अतिथि होगीं।
 
5 जून को संचार विशेषज्ञ प्रो. संजय दिवेदी, मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी के निदेशक विकास दवे, लेखिका निर्मला भुराड़िया तथा ज्योति जैन उपस्थित होंगी। इस दो दिवसीय आयोजन में अनीता सक्सेना, अमिता त्रिवेदी, संजय पटेल, अर्चना मंडलोई, मिलिंद देशपांडे तथा संतोष मोहन्ती, मालती जोशी की कहानियों का पाठ करेगें। प्रख्यात रंगकर्मी श्रीराम जोग तथा विवेक सावरीकर के निर्देशन में मालती जी की कहानियों का मंचन होगा। श्रीमति मालती जोशी का इंदौर से गहरा संबंध रहा है। मालती जोशी पर केन्द्रित ग्रंथ ‘स्मृति कल्प’ का लोकार्पण भी इस अवसर पर होगा तथा उन पर केन्द्रित एक प्रदर्शनी भी लगायी जायेगी।
 
पद्मश्री, शिखर सम्मान, भावभूति अलंकरण जैसे प्रतिष्ठित सम्मानों से विभूषित मालती जोशी की हिंदी व मराठी में 50 से अधिक पुस्तकें प्रकाशित है। कई भारतीय भाषाओं तथा विदेशी भाषाओं में उनकी कहानियों का अनुवाद हो चुका है। टेलीविजन पर उनकी कहानियों पर सीरियल भी बने हैं। आरंभ मे कविता करने वाली मालती जोशी अपने आरंभिक जीवन मे “मालवा की मीरा” कहलाती थी। वे अपनी कथाओं के माध्यम से भारतीय संस्कृति विशेषकर पारिवारिक संस्कारों का चित्रण करती रही हैं तथा अपने समय की सबसे लोकप्रिय लेखिकाओं में से रही हैं। स्मृति कल्प का यह आयोजन उनके परिवार द्वारा किया जा रहा है तथा उनके पुत्र ऋषिकेश जोशी तथा सच्चिदानंद जोशी इस कार्यक्रम के आयोजक हैं।
 
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