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  4. According to Vastu, if there is no toilet then Rahu will be active
Written By WD Feature Desk
Last Updated : शुक्रवार, 21 नवंबर 2025 (14:28 IST)

Vastu for Toilet: वास्तु के अनुसार यदि नहीं है शौचालय तो राहु होगा सक्रिय

Vastu for Toilet
Toilet Seat Direction Vastu: वास्तु शास्त्र के अनुसार शौचालय का सही स्थान बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह घर की ऊर्जा को प्रभावित करता है। यदि शौचालय गलत दिशा में बना है, तो राहु की नकारात्मक ऊर्जा को सक्रिय करने का खतरा रहता है, जो जीवन में विभिन्न प्रकार की समस्याओं का कारण बन सकता है। लेकिन यदि आप वास्तु के कुछ उपायों को अपनाते हैं, जैसे शौचालय के रंग, दिशा, और अन्य छोटे-छोटे बदलाव, तो आप राहु के प्रभाव को कम कर सकते हैं और जीवन को सकारात्मक बना सकते हैं।ALSO READ: Vastu tips: घर की इस दिशा में ये 4 चीजें रखने से कुछ ही दिनों में चमकेगी किस्मत
 
यहां विस्तार से बताया गया है कि यह वास्तु दोष क्या है, राहु का क्या संबंध है और इसके क्या उपाय किए जा सकते हैं:
 
वास्तु और राहु का संबंध: शौचालय का महत्व: 
 
1. वास्तु में शौचालय का स्थान और राहु: 
 
शौचालय का कार्य: शौचालय विसर्जन और निष्कासन (Discharge and Elimination) का स्थान होता है, जहां से शरीर की अशुद्ध ऊर्जा बाहर निकलती है।
 
* वास्तु के अनुसार सही दिशा: वास्तुशास्त्र में शौचालय को आमतौर पर वायव्य कोण (उत्तर-पश्चिम) या दक्षिण-पश्चिम दिशा में बनाने की सलाह दी जाती है, क्योंकि ये दिशाएं विसर्जन और अपशिष्ट प्रबंधन के लिए उपयुक्त मानी जाती हैं।
 
* राहु का प्रभाव: राहु ग्रह को छाया ग्रह, रहस्य, भ्रम, अपशिष्ट, गंदगी और अचानक आने वाली समस्याओं का कारक माना जाता है। शौचालय से निकलने वाली नकारात्मक ऊर्जा को राहु की ऊर्जा माना जाता है।
 
2. 'शौचालय का न होना' या 'गलत जगह होना' और राहु की सक्रियता: जब शौचालय की व्यवस्था उचित नहीं होती या वह अनुपस्थित होता है, तो घर की ऊर्जा का संतुलन बिगड़ जाता है:
 
* शौचालय का न होना: यदि घर में शौचालय की व्यवस्था नहीं है, तो यह सीधे तौर पर एक अस्वच्छता और अव्यवस्थित ऊर्जा को दर्शाता है, जिसे राहु तुरंत आकर्षित करता है और अपनी नकारात्मकता से भर देता है।
 
* गलत दिशा में शौचालय: यदि शौचालय ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) या ब्रह्मस्थान (घर का केंद्र) में है, तो यह सबसे बड़ा वास्तु दोष है। यह दिशाएं सकारात्मक ऊर्जा, पवित्रता और ज्ञान की होती हैं। यहां शौचालय होने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह अवरुद्ध होता है और राहु की नकारात्मकता हावी हो जाती है।ALSO READ: Vastu tips: घर में सुख-शांति और समृद्धि लाने के लिए आजमाएं ये 5 वास्तु टिप्स और प्रभावी उपाय
 
3. राहु की सक्रियता के नकारात्मक परिणाम: जब राहु इस वास्तु दोष के कारण सक्रिय होता है, तो निम्नलिखित समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं:
 
* स्वास्थ्य समस्याएं: अचानक, लंबे समय तक चलने वाली या ऐसी स्वास्थ्य समस्याएं जिनका निदान मुश्किल हो (राहु का भ्रम)।
 
* मानसिक तनाव और भ्रम: परिवार के सदस्यों में मानसिक अशांति, अत्यधिक चिंता, भय और गलत निर्णय लेने की प्रवृत्ति बढ़ जाती है।
 
* सामाजिक बदनामी: राहु अप्रत्याशित अपमान, बदनामी या कानूनी समस्याओं का कारण बन सकता है।
 
* धन का अपव्यय: व्यर्थ के कार्यों या अचानक बड़े खर्चों में धन का नुकसान होता है।
 
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