Mercury Retrograde Transit in Libra: संवाद और व्यापार के कारक ग्रह बुध 23 नवंबर 2025 की शाम 08 बजकर 08 मिनट पर वक्री अवस्था में तुला राशि में प्रवेश कर रहे हैं। ज्योतिष शास्त्र में बुध को बुद्धि, वाणी, तर्क और व्यापार का दाता माना जाता है, और जब यह ग्रह शुक्र की प्रिय राशि तुला में आता है, तो इसके परिणाम अत्यंत शुभ और सकारात्मक हो जाते हैं। यह गोचर कुछ विशेष राशियों के लिए भाग्य और उन्नति के दरवाज़े खोल रहा है। आइये, जानते हैं किन राशियों को मिलेगा इस गोचर का सर्वाधिक लाभ:
1. वृषभ राशि:
आर्थिक सुदृढ़ता और शत्रुओं पर विजय: वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे (धन) और पांचवें (बुद्धि) भाव के स्वामी हैं। यह महत्वपूर्ण ग्रह अब आपके छठे भाव (प्रतिस्पर्धा, ऋण और शत्रु) में गोचर कर रहा है। यह स्थिति आपके लिए बेहद सकारात्मक और लाभदायक साबित होगी।
धन लाभ के योग: दूसरे भाव का स्वामी छठे भाव में आकर आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगा। यह समय धन लाभ और आर्थिक प्रगति के नए रास्ते खोलेगा।
ऋण/लोन में सफलता: यदि आप बैंक लोन या किसी अन्य वित्तीय सहायता के लिए प्रयास कर रहे थे, तो अब आपको अनुकूल परिणाम मिलेंगे।
प्रतिष्ठा में वृद्धि: यह गोचर आपके विरोधियों और शत्रुओं पर विजय दिलाएगा। कार्यक्षेत्र में आपकी मेहनत को पहचान मिलेगी और प्रतिष्ठा एवं सम्मान बढ़ेगा।
कुल मिलाकर, यह गोचर आपकी मेहनत को मान्यता दिलाने वाला और आर्थिक रूप से मज़बूत बनाने वाला सिद्ध होगा।
2. कर्क राशि: सुख, शांति और संपत्ति का लाभ
सुख संपत्ति: कर्क राशि के लिए बुध तीसरे (संचार) और बारहवें (खर्च) भाव के अधिपति हैं। यह ग्रह अब आपके चौथे भाव (घर, माता, संपत्ति और सुख) में प्रवेश कर रहा है। ज्योतिष के दृष्टिकोण से, बुध का चौथे भाव में अपनी मित्र राशि में गोचर करना अत्यंत शुभ फलदायी माना जाता है।
घरेलू सुख-शांति: इस गोचर के प्रभाव से आपके घर-परिवार के माहौल में शांति, स्थिरता और सुखद वातावरण बनेगा।
मातृ सुख: आप अपनी माता से संबंधित मामलों में लाभ या विशेष सुख का अनुभव कर सकते हैं।
संपत्ति के मामले: नया घर खरीदना, घर का नवीनीकरण (रेनोवेशन) या भूमि संबंधी कार्यों में आपको प्रगति और सफलता मिलने की प्रबल संभावना है।
कुल मिलाकर यह समय आपके जीवन में शांति और भौतिक सुखों की वृद्धि करेगा।
3. मकर राशि: करियर में उत्कर्ष और भाग्य का साथ
राजयोग: मकर राशि के जातकों के लिए बुध छठे (सेवा) और सबसे महत्वपूर्ण नवम भाव (भाग्य और सौभाग्य) के स्वामी हैं। बुध अब आपके दसवें भाव (कर्म, करियर और प्रतिष्ठा) में गोचर कर रहा है। भाग्येश का कर्म भाव में आना ज्योतिष में राजयोग जैसा फल देता है, यानी आपकी मेहनत और किस्मत का मेल आपको बड़ी सफलता दिलाएगा।
करियर में उन्नति: नौकरीपेशा और व्यवसायी दोनों के लिए यह समय उन्नति, सफलता और आर्थिक लाभ लेकर आएगा।
सम्मान और सहयोग: आपको अपने वरिष्ठ अधिकारियों और सीनियर्स का पूरा सहयोग मिलेगा, जिससे आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
प्रतिस्पर्धा में जीत: प्रतिस्पर्धी माहौल में आप अपने प्रतिद्वंद्वियों से आगे निकलकर अपनी छाप छोड़ेंगे।
कुल मिलाकर यह बुध गोचर आपके करियर को एक नई ऊँचाई देगा और आपको सम्मान तथा आर्थिक लाभ दिलाएगा।
कुंभ राशि के लिए विशेष
घर गृहस्थि: कुंभ राशि के लिए बुध पांचवें (प्रेम, संतान) और आठवें (अचानक परिवर्तन) भाव के स्वामी होकर आपके नवम भाव (भाग्य, धर्म) में गोचर कर रहे हैं। हालांकि नौवें भाव में बुध को बहुत उत्तम नहीं माना जाता, लेकिन अनुकूल राशि में होने के कारण नकारात्मक प्रभाव कम होंगे।
शिक्षा में लाभ: विद्यार्थियों को इस समय पढ़ाई में फायदा होगा और वे अपनी बुद्धि से अच्छे परिणाम प्राप्त करेंगे।
प्रेम और संतान पक्ष: संतान से संबंधित मामलों और प्रेम संबंधों में आपको सकारात्मक परिणाम मिलने की संभावना है।
कुल मिलाकर, कुंभ राशि के लिए यह गोचर मिले-जुले लेकिन अधिकतर सकारात्मक परिणाम देगा, जिससे आपको भाग्य का साथ और कुछ अच्छे अवसर अवश्य मिलेंगे।