पालतू जानवरों के लिए लोगों की दीवानगी के एक से एक किस्से हैं। इनमें सबसे ज्यादा दीवानगी लोगों की है पालतू कुत्तों के प्रति। उनके लिए डिजाइनर कपड़े, घर, क्या क्या नहीं करते। अब सिंगापुर में बना है इनके लिए खास जहाज।
क्रूज शिप के मेहमान सुबह की ठंडी हवा का आनंद ले रहे हैं। ये ट्रिप बाकी यात्राओं जैसी ही है बस इसके यात्री खास हैं। वह हैं पालतू कुत्ते। दो काले लैबराडोर, एक पीला लैबराडोर, एक गोल्डन रिट्रीवर और दो मॉन्ग्रेल कुत्तों के मालिक एंडी पे बताते हैं, "यह इनकी तीसरी यात्रा है। उन्हें समंदर की हवा और पानी बहुत अच्छा लगता है।"
चाहे बात बोट की हो, या अखबार में उनकी श्रद्धांजली का विशेष कोना, सिंगापुर में पालतू जानवरों को बहुत लाड प्यार से रखा जाता है। सिंगापुर में यह क्रूज पिछली जुलाई में जो होवे ने शुरू किया था। 7.8 मीटर की मोटर कैटैमैरेन में स्वीमिंग पूल भी है और उनकी साफ सफाई के लिए खास स्टेशन और कुत्तों के लिए लाइफ जैकेट भी।
हफ्ते के आखिरी दो दिनों में दो घंटे के लिए क्रूज की फीस प्रति अतिथि, चाहे इंसान हो या उनका पालतू कुत्ता, 32 डॉलर यानी करीब 1,280 रुपए है। होवे रिटायर्ड ब्रोकर हैं। हर सप्ताह उनके दो जहाज चल रहे हैं। इसमें ऐसे लोग भी शामिल हैं, जो अपने साथ पालतू कछुए ले कर आए थे।
होवे बताते हैं, 'युवा दंपती अकसर बच्चा पैदा होने से पहले कोई जानवर पालते हैं। यह तो है ही और कई बार बच्चों की बजाए लोग पालतू जानवर ही रखते हैं।'
पे कहते हैं, 'ये बिलकुल बच्चों की तरह होते हैं। क्योंकि मैं अकेला हूं। और मेरे पास कभी कभी वक्त होता है।'
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक सिंगापुर में 2012 में पंजीकृत पालतू कुत्तों की संख्या 57000 थी। सिंगापुर की जनसंख्या 53 लाख है और घनत्व बहुत ज्यादा है। अधिकतर लोग पालतू जानवरों के साथ ऊंची इमारतों के छोटे अपार्टमेंटों में रहते हैं जहां जानवरों को घूमने या दौड़ने के लिए कोई जगह नहीं होती।
मार्कस खू पेटोपिया के कार्यकारी निदेशक हैं जो कुत्तों के लिए कई तरह की सुविधाएं देते हैं। वह बताते हैं कि लोग अपने पालतू जानवरों की बेहतरी के लिए काफी पैसे खर्च करने को तैयार हैं। दुकान में ग्लास पैनल लगे हैं ताकि मालिक इलाज के लिए आए पालतू जानवरों पर नजर रख सकें।
ये सेवा, सुविधाएं और ध्यान सस्ते में नहीं मिलता। 20 मिनट माइक्रोबबल बाथ ट्रीटमेंट या फिर बिना बदबू वाला कोट 64 से 119 सिंगापुरी डॉलर के बीच पड़ता है।
हाल के दिनों में सिंगापुर में डोगा यानी डॉग योगा का चलन भी बढ़ा है। डोगा कोर्स चलाने वाले सुपर कडल्स क्लब हाउस की मालकिन रोसालिंड ओव कहती हैं, 'जानवर कई घंटे घरों में अकेले रहते हैं। डोगा के जरिए मालिक और जानवर के बीच पुल मजबूत होता है।'
मृत पालतू जानवरों के लिए उनके मालिक अखबारों के विशेष सेक्शन में श्रद्धांजलि भी लिख सकते हैं। ऐसे ब्लॉक द स्ट्रैट्स टाइम्स में प्रकाशित किए जाते हैं।
वहीं पेट्स क्रीमेशन सेंटर में पालतू जानवरों का अंतिम संस्कार किया जा सकता है। सेंटर के मालिक पैट्रिक लिम कहते हैं, "अधिकतर लोगों के लिए पालतू जानवर घर के सदस्य की तरह होते हैं। और उनका मरना काफी संवेदनशील मुद्दा होता है कि जो पालतू जानवर अब तक पूरे समय उनके साथ था वह अचानक चला गया। कुत्तों के अंतिम संस्कार के लिए 150 से 500 सिंगापुर डॉलर लगते हैं। ज्यादा पैसे देकर खास आयोजन भी किए जा सकते हैं।
कहानी में सिर्फ अच्छा, सुंदर प्यारा ही नहीं है। इस पूरे मामले की बुरी बात यह भी है कि सिंगापुर में ऐसे जानवरों की भी कमी नहीं जिन्हें उनके मालिकों ने घर से निकाल दिया है। जानवरों पर अत्याचार को रोकने वाली सोसाइटी एसपीसीए में ऐसे कई कुत्ते और बिल्लियां हैं जो किसी अच्छे मालिक के इंतजार में हैं।
इस संस्था में हर महीने 600 अनचाहे या निकाल दिए गए जानवर लाए जाते हैं। एसपीसीए की कार्यकारी निदेशक कोरिने फोंग कहती हैं, 'कई लोग अपने कुत्ते या दूसरे पालतू जानवरों के लिए हजारों डॉलर खर्च करने में एक बार भी नहीं सोचते। लेकिन सही परीक्षा तब होती है कि जानवर खुद तय करे कि वह इनके साथ रहना चाहता है या नहीं।'