सबसे बेशकीमती है यह खिताब- धोनी
अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को हराकर आईसीसी के पहले ट्वेंटी-20 क्रिकेट विश्व कप का खिताब अपने नाम करने के बाद प्रफुल्लित भारतीय कप्तान महेंद्रसिंह धोनी ने कहा कि यह ऐसी चीज है जो टीम और उनके लिए जिंदगी का सबसे बेशकीमती और सबसे बड़ा तोहफा है। धोनी ने कहा कि किसी ने भी हमें दावेदार टीम के रूप में नहीं देखा था, लेकिन हमारी युवा टीम ने निरंतर शानदार प्रदर्शन से यह जीत हासिल की। भारत ने तीन गेंद रहते पाकिस्तान को पाँच रन से शिकस्त दी। धोनी ने कहा किसी ने भी हमारी जीत के बारे में नहीं सोचा था। अब हमने खिताब अपने नाम कर लिया तो हम एक बड़े जश्न के हकदार हैं। मैं बहुत उत्साहित हूँ। पाकिस्तान की गेंदबाजी के बारे में धोनी ने कहा उन्होंने बढ़िया गेंदबाजी की। सचमुच उनके गेंदबाज शानदार गेंदबाजी कर रहे थे, लेकिन मैंने सोचा कि अगर हम 150 से 160 तक रन बना लेते हैं तो उन्हें भी प्रत्येक ओवर में छह रन तो बनाना ही होंगे। फिर हम उनके बल्लेबाजों को परेशानी में डालकर मैच अपने पक्ष में कर लेंगे। धोनी ने हरभजनसिंह के बजाय फिर अंतिम ओवर हरियाणा के जोगिंदर शर्मा को दिया। इस बारे में भारतीय कप्तान ने कहा भज्जी शत प्रतिशत सुनिश्चित नहीं थे।जोहानसबर्ग में मौजूद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि हमने अभी यहाँ जो जश्न मनाया है, उससे कहीं अधिक जश्न हम भारत जाकर मनाएँगे। बोर्ड वानखेड़े स्टेडियम में एक समारोह आयोजित करेगा और उसमें विजेता टीम के खिलाड़ियों का सम्मान किया जाएगा। भारतीय टीम बुधवार की सुबह स्वदेश लौटेगी और एयर पोर्ट से टीम को विजयी जुलूस के रूप में वानखेड़े स्टेडियम लाया जाएगा।