भारतीय कप्तान महेंद्रसिंह धोनी यहाँ शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन की आलोचना करने में उदार रवैया अपनाया और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ त्रिकोणीय एकदिवसीय श्रृंखला के मैच में करीबी हार के दौरान टीम की शानदार वापसी पर खुशी भी जताई।
धोनी ने भारत के 18 रन की हार के बाद कहा कि शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों ने अब तक खास योगदान नहीं दिया है। यदि शीर्ष क्रम के बल्लेबाज रन बनाते तो इससे निचले क्रम के बल्लेबाजों के लिए काफी आसानी हो सकती थी।
उन्होंने कहा कि गेंदबाजों को लेकर मैं खुश हूँ। उन्होंने अपनी जिम्मेदारी अच्छी तरह से निभाई। मुझे केवल इतनी आशा है कि शीर्ष क्रम भी योग में कुछ योगदान दे।
भारत के चोटी के चार बल्लेबाज जल्द ही पवेलियन लौट गये थे और धोनी ने कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो वह बल्लेबाजी क्रम में बदलाव कर सकते हैं और ऐसे में गाज वीरेंद्र सहवाग पर गिर सकती है।
उन्होंने कहा हमारे पास कुछ विकल्प है। रॉबिन उथप्पा, सचिन तेंडुलकर के साथ पारी का आगाज कर सकते हैं, लेकिन गौतम गंभीर ने जिस तरह से खुद को नंबर तीन पर स्थापित किया है उसे देखते हुए मैं उनकी लय नहीं बिगाड़ना चाहता हूँ।
धोनी ने कहा कि हार के बावजूद उनकी टीम के पक्ष में कई सकारात्मक पहलू रहे। उन्होंने कहा कि हम हार गए लेकिन फिर भी हमारे पक्ष में कई सकारात्मक बातें भी रही। शुरू में ही विकेट गँवाने के बावजूद हमने बडे़ लक्ष्य के सामने किसी भी समय हार नहीं मानी।
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि इस विकेट पर 317 रन का लक्ष्य हासिल किया जा सकता था, लेकिन हमारी शुरुआत बहुत बेकार रही। गंभीर ने बेहतरीन बल्लेबाजी की और हमें मैच में बनाये रखा लेकिन निचले क्रम में यदि बड़ी भागीदारी होती तो परिणाम हमारे पक्ष में हो सकता था।
धोनी को नहीं लगता कि बड़े लक्ष्य के सामने अपनी पूरी पारी के दौरान सतर्कता के साथ खेलकर उन्होंने कुछ गलत किया। उन्होंने कहा कि यदि उस समय हमारा एक विकेट और गिर जाता तो फिर टीम 150 से 180 रन पर लुढ़क सकती थी।
धोनी ने कहा कि उनकी टीम ने अच्छा प्रयास किया। पहले हमारे गेंदबाजों ने आस्ट्रेलिया को 320 रन से नीचे रखा जो हासिल किया जा सकता था। हमारे कामचलाऊ गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी करके नियमित गेंदबाजों पर से दबाव हटाया।
धोनी ने श्रीलंका के खिलाफ होने वाला मैच के बारे में कहा कि वह सेमीफाइनल की तरह होगा और उनकी टीम इसे जीतने के लिये जीजान लगा देगी।
उन्होंने कहा कि हम इस तरह की स्थिति नहीं बनने देना चाहते कि हम ऑस्ट्रेलिया बनाम श्रीलंका मुकाबले का इंतजार करें और देखें कि हम फाइनल में पहुँचेंगे या नहीं। हम श्रीलंका के खिलाफ जीत दर्ज करने के लिए उतरेंगे।