वीरू की विस्फोटक वापसी का इंतजार
लंबे समय से एक्शन से बाहर चल रहे और कप्तानी छोड़ चुके वीरेन्द्र सहवाग की विस्फोटक वापसी का दिल्ली डेयरडेविल्स को बड़ी बेताबी से इंतजार है। डेयरडेविल्स एयरटेल चैम्पियंस लीग ट्वेंटी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट में शुक्रवार को राजधानी के फिरोजशाह कोटला मैदान में जब विक्टोरियन बुशरेंजर्स के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेंगे, तब सभी नजरें दिल्ली के लाडले वीरू पर टिकी होंगी।सहवाग पिछले कुछ महीनों क्रिकेट एक्शन से ज्यादा मैदान के बाहर के एक्शन को लेकर ज्यादा चर्चा में रहे थे। दो महीने पहले वीरू की बगावत ने दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ .डीडीसीए. को बुरी तरह हिलाकर रख दिया था।दक्षिण अफ्रीका में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के दूसरे संस्करण के दौरान सहवाग को कंधे में चोट लगी थी जिसके कारण वह लगभग पाँच महीने तक क्रिकेट के मैदान से ही बाहर हो गए। सहवाग को अपनी इस चोट की गंभीरता का पूरी तरह अंदाजा नहीं था और वह खुद को फिट मानकर भारतीय टीम के साथ ट्वेंटी-20 विश्व कप खेलने इंग्लैंड जा पहुँचे। टूर्नामेंट शुरू होने से पहले वीरू की चोट की गंभीरता का खुलासा हुआ जिस पर कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने गहरी नाराजगी जताई थी। उसके बाद मीडिया में धोनी और सहवाग के बीच मतभेद की खबरें भी उड़ी थी। सहवाग ने फिर इंग्लैंड में ही अपने कंधे की सर्जरी कराई थी। सहवाग इसके बाद भारत के वेस्टइंडीज दौरे और श्रीलंका में त्रिकोणीय एकदिवसीय श्रृंखला में नहीं खेले। हालाँकि भारत ने ये दोनों सिरीज जीतीं लेकिन सितंबर-अक्टूबर में दक्षिण अफ्रीका में हुई आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी में वीरू के नहीं होने का भारत को गहरा नुकसान उठाना पड़ा। भारतीय टीम पहले ही राउंड मे पाकिस्तान से हारने के कारण बाहर हो गई।इस बीच अपने कंधे की चोट से उबर चुके वीरू ने चंडीगढ़ में एक स्थानीय टूर्नामेंट में हाथ आजमाए लेकिन एक मैच में वह खाता खोले बिना आउट हो गए। सहवाग को रणजी चैंपियन मुंबई के खिलाफ हाल में ईरानी ट्रॉफी के मैच के लिए शेष भारत का कप्तान बनाया गया था, लेकिन इस मैच में भी वीरू का बल्ला नहीं चल सका। पहली पारी में वह महज दस रन बनाकर आउट हो गए। हालाँकि यह ट्रॉफी जीतने का गौरव हासिल हुआ।वीरू ने अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान केन्द्रित करने के लिए दिल्ली डेयरडेविल्स की कप्तानी छोड़ दी और उनकी जगह उनके ओपनिंग जोड़ीदार गौतम गंभीर को डेयरडेविल्स का नया कप्तान बनाया गया। सहवाग का आईपीएल-टू में भी बल्ले से कोई खास प्रदर्शन नहीं रहा था, लेकिन डेयरडेविल्स जब चैम्पियंस लीग में अपने अभियान की शुरुआत करेंगे तो उन्हें वीरू से विस्फोटक वापसी की पूरी उम्मीद रहेगी।गंभीर भी हाल ही में कह चुके हैं कि वह ओपनिंग में सचिन तेंडुलकर के मुकाबले वीरू के साथ खुद को ज्यादा सहज महसूस करते हैं। वीरू और गंभीर की जोडी दुनिया की सफल ओपनिंग जोडियों में से एक मानी जाती है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इतने लंबे अंतराल के बाद जब अंतरराष्ट्रीय टीमों की मौजूदगी में जब मैदान पर उतरेंगे तो वह कैसा प्रदर्शन कर पाएँगे।