Last Modified: मेलबोर्न (भाषा) ,
शुक्रवार, 6 जुलाई 2007 (16:22 IST)
भारत की तैयारियों पर पड़ेगा असर
कोच के पद से हटने के बावजूद ग्रेग चैपल की टीम इंडिया के बारे में बयानबाजी बंद नहीं हो रही। अब उन्होंने कहा है कि इस साल के आखिर में ऑस्ट्रेलिया के कठिन दौरे पर टेस्ट सिरीज से पहले महज एक अभ्यास मैच खेलने से भारतीय क्रिकेट टीम की तैयारियों पर असर पड़ेगा।
विश्व चैम्पियन टीम के खिलाफ बॉक्सिंग डे यानी 26 दिसंबर से शुरू हो रहे पहले टेस्ट से पूर्व भारतीय टीम 20 दिसंबर से जंक्शन ओवल पर विक्टोरिया के खिलाफ तीन दिवसीय अभ्यास मैच खेलेगी।
ब्रिसबेन के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में राष्ट्रीय टीम को गाहे-बगाहे सलाहकार के रूप में अपनी सेवाएँ देने के नए ऑस्ट्रेलियाई कोच टिम नीलसन की पेशकश स्वीकार करने वाले चैपल ने कहा कि आधुनिक क्रिकेट में कार्यक्रम इस तरह बनाया जा रहा है कि मेहमान टीम को हालात के अनुकूल खुद को ढालने का अधिक समय नहीं मिल पाता।
विश्व कप में खराब प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम के कोच का पद छोड़ने वाले चैपल ने कहा कि जितना अधिक समय तैयारी के लिए मिले उतना अच्छा है, लेकिन ऐसा आजकल हो नहीं पाता।
श्रीलंकाई टीम भी साल के आखिर में ऑस्ट्रेलिया का दौरा करेगी, जिसे नवंबर में पहले टेस्ट से पूर्व क्वींसलैंड के खिलाफ महज एक अभ्यास मैच मिला है।
चैपल ने 'द ऐज' से कहा कि एक महीने में आप चार मैच खेल सकते हैं, लेकिन आधुनिक क्रिकेट कार्यक्रमों में इसकी गुंजाइश नहीं है। खिलाड़ियों को जल्दी से जल्दी खुद को हालात में ढालना होगा।
भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ ने पहले टेस्ट से पूर्व तीन अभ्यास मैचों के आयोजन का बीसीसीआई से अनुरोध किया था, लेकिन उनसे कहा गया कि पेशेवर क्रिकेटर होने के नाते उन्हें और उनकी टीम को हालात के अनुसार खुद को जल्दी ढालना होगा।
आम तौर पर माना जाता है कि उपमहाद्वीप की धीमी पिचों पर खेलने वालों के लिए ऑस्ट्रेलिया की उछालभरी पिचों के अनुरूप खुद को ढाल पाना आसान नहीं होता। वेस्टइंडीज ने 1992-93 के बाद से किसी टीम ने ऑस्ट्रेलिया को उसकी धरती पर टेस्ट सिरीज में नहीं हराया है।