Last Modified: कराची ,
शुक्रवार, 29 जनवरी 2010 (22:38 IST)
पीसीबी ने पाक खिलाड़ियों से एनओसी वापस ली
इंडियन प्रीमियर लीग नीलामी में अनदेखी का जवाब देते हुए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इस ट्वेंटी-20 लीग के तीसरे सत्र में हिस्सा लेने के लिए अपने खिलाड़ियों को दिया गया अनापत्ति प्रमाण पत्र आज वापस ले लिया।
इस फैसले के बाद पाकिस्तान का कोई खिलाड़ी आईपीएल के आगामी सत्र में हिस्सा नहीं ले पाएगा फिर चाहे फ्रेंचाइजी स्थानापन्न खिलाड़ियों की तरह ही उन्हें टीम से क्यों ना जोड़ना चाहें।
बोर्ड की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि आईपीएल थ्री के लिए खिलाड़ियों को जारी एनओसी को रद्द समझा जाए।
बयान के मुताबिक कि भविष्य में अगर किसी खिलाड़ी को आईपीएल प्रतियोगिता में खेलने के लिए निमंत्रण मिलता है तो पीसीबी संबंधित सरकारी अधिकारियों से परामर्श के बाद प्रत्येक मामले में अलग से फैसला करेगा।
यह घोषणा उसी दिन हुई जब भारतीय राजनीतिक दल शिवसेना ने कहा कि वह पाकिस्तान खिलाड़ियों को आईपीएल में नहीं खेलने देगा, जबकि आईपीएल आयुक्त ललित मोदी ने भी कहा कि कोई भी फ्रेंचाइजी उनकी जानकारी और स्वीकृति के बिना पाकिस्तानी खिलाड़ियों को नहीं चुन सकती।
मुंबई में 19 जनवरी को हुई नीलामी में पाकिस्तान के 11 खिलाड़ियों में से कोई भी नहीं बिका था, जिस पर पाकिस्तान में काफी नाराजगी जताई गई थी। नीलामी प्रकरण से राजनयिक विवाद शुरू होने की आशंका भी शुरू हो गई थी क्योंकि दोनों देशों के शीर्ष मंत्री भी इस विवाद से जुड़ गए थे।
खेल मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने भी कहा कि अगर भविष्य में किसी पाकिस्तानी खिलाड़ी को आईपीएल में खेलने की पेशकश मिलती है तो उसे पीसीबी से संपर्क करना होगा, जो सुरक्षा क्लीयरेंस और विदेश मंत्रालय से स्वीकृति सहित संबंधित मंत्रालय से नया अनापत्ति प्रमाण पत्र लेगा। अधिकारी ने कहा कि आईपीएल के लिए दी गई सभी स्वीकृति अब रद्द मानी जाएँगी। (भाषा)