पाकिस्तानी क्रिकेटरों का डोप टेस्ट
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने एशिया कप के लिए चुने जाने वाले अपने खिलाड़ियों का डोप टेस्ट (प्रतिबंधित दवा सेवन जाँच) कराने का फैसला किया है। पीसीबी के मुख्य संचालन अधिकारी शफकत नगमी ने समाचार-पत्र द न्यूज में प्रकाशित अपने बयान में कहा डोपिंग के खिलाफ हमारी नीति एकदम स्पष्ट है। हम नियमित डोप टेस्ट पर जोर देते हैं ताकि प्रतिबंधित दवा सेवन करने वाला कोई खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम में नहीं आ सके। नगमी ने कहा कि बांग्लादेश में त्रिकोणीय सिरीज खेलने के बाद जब पाकिस्तान टीम अपने देश पहुँचेगी तब खिलाड़ियों का डोप टेस्ट किया जाएगा। उन्होंने कहा कि डोपिंग के खिलाफ अपनी नीति के तहत हम एशिया कप से पहले खिलाड़ियों का डोप टेस्ट करेंगे। एशिया कप पाकिस्तान में 24 जून से छह जुलाई तक आयोजित किया जाना है। नगमी ने कहा कि पाकिस्तान टीम जून के बीच में बांग्लादेश से लौट आएगी, लिहाजा पीसीबी के पास वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (वाडा) से मान्यता प्राप्त मलेशिया की प्रयोगशाला से खिलाड़ियों का डोप टेस्ट कराने के लिए लगभग हफ्ता भर का समय होगा।उन्होंने कहा कि यह प्रयोगशाला दोगुनी फीस लेकर सिर्फ तीन दिन में टेस्ट की रिपोर्ट दे देती है, इसलिए हमें कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शोएब अख्तर और मोहम्मद आसिफ भारत में 2006 में हुई चैम्पियंस ट्रॉफी के दौरान प्रतिबंधित दवा नैंड्रोलोन के सेवन का दोषी पाए गए थे। इसके बाद पीसीबी ने डोपिंग के खिलाफ अपना रुख काफी कडा कर लिया है। कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि शोएब भारत में चल रही इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान भी अपने बैग में सीरिंज लेकर घूमते हैं, लेकिन उनकी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स ने इन रिपोर्टों को बेबुनियाद बताया है।