Last Modified: नई दिल्ली ,
गुरुवार, 20 फ़रवरी 2014 (18:42 IST)
धोनी के बचाव में उतरे सुनील गावस्कर
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नई दिल्ली। पूर्व भारतीय कप्तान और अब मशहूर टेलीविजन कमेंटेटर सुनील गावस्कर ने आलोचनाओं से घिरे टीम इंडिया के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी के बचाव में उतरते हुए कहा है कि उन्हें अभी 'थैंक यू' कहना मुश्किल है।
गावस्कर ने इन सुझावों को खारिज कर दिया कि धोनी पर से बोझ को कम किया जाना चाहिए। धोनी खेल के तीनों फार्मेट में भारत की कप्तानी संभाल रहे हैं। भारत को हाल के दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड दौरों में टेस्ट और वनडे दोनों सीरीज में बिना कोई जीत हासिल किए पराजय का सामना करना पड़ा था।
भारत के न्यूजीलैंड दौरे में कमेंटेटर रहे गावस्कर ने एनडीटीवी से कहा, यदि आपके गेंदबाजी आक्रमण में दम न हो तो एक कप्तान क्या कर सकता है। एक कप्तान तभी तक अच्छा है, जब तक उसकी टीम अच्छी है।
गावस्कर ने कहा, धोनी भारत में शानदार अंदाज में जीत रहे थे। इसलिए उन्हें यह कहना बहुत मुश्किल है कि अच्छा 'थैंक यू'। आप भारत में जीते लेकिन विदेश में आपका रिकॉर्ड खराब है। इसलिए हम कप्तान बदलने जा रहे हैं। इस तरह की चीजों से काम नहीं चलता है।
धोनी की कप्तानी को लेकर पूर्व भारतीय कप्तानों राहुल द्रविड़ और सौरभ गांगुली, पूर्व ऑलराउंडर और चयनकर्ता मोहिन्दर अमरनाथ तथा पूर्व भारतीय विकेटकीपर सैय्यद किरमानी ने भी अलग-अलग राय व्यक्त की है।
द्रविड़ का कहना है कि धोनी को अभी एक साल का समय और दिया जाना चाहिए, लेकिन विदेशी जमीन पर जीतने के लिए उन्हें खतरे उठाना सीखना होगा। ऐसे में हो सकता है कि वे कुछ टेस्ट गंवाएं, लेकिन साथ ही वे जोखिम उठाकर जीत भी सकते हैं।
गांगुली हालांकि धोनी की कप्तानी को लेकर खासे नाराज हैं लेकिन उनका मानना है कि विश्वकप के एक वर्ष रहते कप्तान बदलने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, यदि विश्वकप एक वर्ष दूर न होता तो मैं भी यह मानता कि धोनी को कप्तानी से हटाने की जरूरत है लेकिन कप्तान बदलने से टीम का ही नुकसान होगा। टेस्ट टीम में उनके स्थान को कोई खतरा नहीं है लेकिन उन्हें विदेशी जमीन पर अपना रिकॉर्ड दुरुस्त करने की जरूरत है।
दो साल पहले धोनी को टेस्ट टीम से बाहर करने की मांग उठाने वाले लेकिन फिर खुद चयनकर्ता पद से हट जाने वाले अमरनाथ ने कीवी दौरे में धोनी के रक्षात्मक रवैये की आलोचना करते हुए कहा है कि उनसे टेस्ट टीम की कप्तानी को लेकर किसी अन्य को सौंप दी जानी चाहिए।
हालांकि अमरनाथ के विपरीत विश्वकप विजेता टीम के उनके साथी खिलाड़ी और पूर्व विकेटकीपर किरमानी ने धोनी का बचाव करते हुए कहा है कि इस तरह का खराब दौर किसी भी खिलाड़ी के करियर में आता है। आप हमेशा यह उम्मीद नहीं कर सकते कि धोनी सभी सीरीज और सभी फार्मेट में जीत हासिल करें। इस बात को लेकर इतना होहल्ला नहीं मचना चाहिए।
भारत ने पिछले लगभग तीन वर्षों में विदेशी जमीन पर अपने पिछले 12 टेस्टों में दस हारे हैं और दो ड्रॉ खेले हैं। भारत ने इंग्लैंड में 4-0, ऑस्ट्रेलिया में 4-0, दक्षिण अफ्रीका में 1-0 और न्यूजीलैंड में 1-0 की पराजय झेली है। (वार्ता)