दाल-भात और लस्सी की दीवानी बनीं अमेरिकी चीयरगर्ल्स
अपनी मदमस्त अदाओं और कलाबाजियों से चैंपियन्स लीग के दौरान भारतीयों को दीवाना बनाने के लिए पूरी तरह तैयार अमेरिकी चीयरलीडर्स 'व्हाइट मिसचीफ गाल्स' न सिर्फ भारत बल्कि यहाँ के भोजन विशेषकर दाल-भात और लस्सी की दीवानी भी बन गई हैं।दिल्ली, हैदराबाद और बैंगलुरु में 8 अक्टूबर से शुरू होने वाले ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट के लिए यहाँ पहुँचीं 14 चीयरलीडर्स की अगुआई कर रही क्रिस्टीना ने कहा कि भारत का यह मेरा दूसरा दौरा है। इससे पहले मैं आईपीएल-वन के दौरान यहाँ आई थी और इस दौरान मुझे इस देश को समझने का जितना भी मौका मिला, उससे यहाँ के बारे में मेरी सोच में बहुत बदलाव आया। उन्होंने कहा कि यह वास्तव में बहुत प्यारा देश है। इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान जब अमेरिकी चीयरलीडर्स भारत आई थीं तो उन्हें विरोध का सामना भी करना पड़ा था, इसलिए वे केवल एक सप्ताह ही यहाँ बिता पाई थीं। उन्होंने इस साल दक्षिण अफ्रीका में हुए दूसरे आईपीएल में भी भाग लिया था।क्रिस्टीना ने कहा कि हम पिछली बार एक सप्ताह ही यहाँ रहीं लेकिन इस बार हमें भारत को समझने का ज्यादा मौका मिलेगा। मैंने पिछली बार यहाँ करी, चिकन, दाल-चावल और लस्सी का स्वाद लिया था और इस बार यहाँ पहुँचने पर हमने अपने भोजन में विशेष रूप से इन्हें शामिल कराया। क्रिस्टीना का भी मानना है कि भारत और भारतीयों से जुड़ने के लिए यहाँ की संस्कृति को समझना जरूरी है। हमने यहाँ आने से पहले भारत के बारे में काफी अध्ययन किया। हम सभी कल ताजमहल देखने जा रही हैं और मुझे उम्मीद है कि वहाँ हमें कुछ नया सीखने को मिलेगा। आईपीएल में ये सभी चीयरलीडर्स रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु से जुड़ी थीं लेकिन चैंपियन्स लीग में वे सभी टीमों के चौके, छक्कों, विकेट और जीत पर अपना जलवा बिखेरेंगी। इनमें से सात चीयरलीडर्स दिल्ली में रहेंगी जबकि अन्य सात हैदराबाद और बैंगलुरु जाएँगी। इन्हें दुनिया की सबसे बड़ी चीयर एवं डांस कंपनी वर्सिटी स्प्रिट कॉरपोरेशन ने तैयार किया है।यूनाइटेड स्प्रिट के डिप्टी चेयरमैन अशोक कपूर ने बताया कि चीयरलीडर्स के इस ग्रुप को विशेष रूप से भारत और यहाँ के लोगों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है और उन्हें विश्वास है कि पिछली बार की तरह इस बार कोई विरोध नहीं होगा।उन्होंने कहा कि इन चीयरलीडर्स का चयन अमेरिका में होने वाली प्रतियोगिताओं के जरिये किया गया है और मुझे विश्वास है कि इनकी उपस्थिति टूर्नामेंट को और रोमांचक बनाएगी। कपूर से जब भारतीय चीयरलीडर्स को नहीं चुनने के बारे में पूछा गया, उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता में भारतीय चीयरलीडर्स ही थीं लेकिन अभी वे विश्व स्तर की नहीं हैं लेकिन अगले साल हमारे साथ भारत की भी चीयरलीडर्स होंगी।