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Written By भाषा

गंभीर पर भारी पड़ा पोंटिंग का शतक

भारत-श्रीलंका के बीच अब सेमीफाइनल मुकाबला

गंभीर पर भारी पड़ा पोंटिंग का शतक -
लंबे अर्से बाद शतक जमाने वाले रिकी पोंटिंग के चेहरे पर खौफ पैदा करने वाली गौतम गंभीर और रोबिन उथप्पा की साहसिक पारियों के बावजूद भारत को त्रिकोणीय एकदिवसीय क्रिकेट सिरीज के रोमांचक मैच में ऑस्ट्रेलिया से 18 रन से हार झेलनी पड़ी।

गंभीर (113) और उथप्पा (51) ने शीर्ष क्रम लड़खड़ाने से गहरे संकट में फँसे भारत को नाटकीय जीत के करीब पहुँचा दिया लेकिन आखिर में पोंटिंग के 124 रन तथा मैथ्यू हेडन (54) और एंड्रयू साइमंड्स (59) के अर्धशतकों की मदद से बना ऑस्ट्रेलिया का सात विकेट पर 317 रन का स्कोर उसके लिए अछूता ही रहा।

भारत ने विशाल लक्ष्य के सामने चार विकेट 51 रन पर गँवा दिए थे लेकिन गंभीर ने कप्तान महेंद्रसिंह धोनी (36) के साथ 98 रन और उथप्पा के साथ 67 रन की भागीदारी करके मैच का नक्शा पलटने के आसार बना दिए थे। जब गंभीर आउट हुए तब भी भारत को 102 रन की दरकार थी।

उथप्पा ने यहीं से कमान संभाली। उन्हें इरफान पठान (22) और हरभजन (20) का भी अच्छा सहयोग मिला, लेकिन ब्रेट ली ने 48वें ओवर में दो विकेट निकालकर मैच का रोमांचक अंत नहीं होने दिया। ली ने अंतिम ओवर की पहली गेंद पर ईशांत शर्मा के रूप में अपना पाँचवाँ विकेट लेकर भारतीय पारी 299 रन पर समेट दी।

भारत की इस हार ने श्रीलंका की टूर्नामेंट में उम्मीदें बनाए रखी हैं। अब इन दोनों के बीच मंगलवार को होने वाला मैच काफी महत्वपूर्ण होगा। भारत को फाइनल में पहुँचने के लिए उस मैच में हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी क्योंकि ऐसी दशा में ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच अंतिम लीग मैच औपचारिकता मात्र रह जाएगा।

ऑस्ट्रेलिया पहले ही फाइनल में पहुँच गया है। उसके अब कुल 25 अंक हो गए हैं जबकि भारत के सात मैच में 12 और श्रीलंका के छह मैच में छह अंक हैं। ऑस्ट्रेलिया की इस जीत के नायक 'मैन ऑफ द मैच पोंटिंग' और तेज गेंदबाज ब्रेट ली रहे।

पोंटिंग भारत के खिलाफ टेस्ट और फिर त्रिकोणीय सिरीज में रन बनाने के लिए जूझते रहे लेकिन आज उन्होंने अपने सदाबहार अंदाज में बल्लेबाजी की तथा 133 गेंद का सामना करके अपनी पारी में सात चौके और एक छक्का जमाया।

पिछले दो मैच में विश्राम करने वाले ली ने वापसी पर अपनी उपयोगिता साबित की और अपने एकदिवसीय करियर में आठवीं बार एक पारी में पाँच विकेट लिए। विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट ने भी छह शिकार के विश्व रिकॉर्ड की बराबरी करके अपनी तरफ से पूरा योगदान दिया।

भारत के लिए शीर्ष क्रम फिर से चिंता का विषय बना हुआ है। गंभीर ने श्रृंखला में अपना अच्छी फॉर्म जारी रखा और दूसरा शतक जमाया। उन्होंने अपनी पारी में 119 गेंद खेली तथा नौ चौके और एक छक्का लगाया लेकिन शीर्ष क्रम के अन्य बल्लेबाज आयाराम-गयाराम ही साबित हुए।

भारत ने पहले ओवर में ही सचिन तेंडुलकर (2) का विकेट गँवा दिया था, जिन्हें ली ने पगबाधा आउट किया। इस मैच में वापसी करने वाले वीरेंद्र सहवाग (18) ने ली के अगले ओवर में तीन चौके जरूर जमाए लेकिन इसके बाद उनका बल्ला सुस्त पड़ गया। स्टुअर्ट क्लार्क की गेंद पर गिलक्रिस्ट ने सहवाग के रूप में अपना पहला शिकार किया।

इसके अगले दो ओवर में भारत ने रोहित शर्मा (1) और युवराजसिंह (5) के विकेट गँवाए। नाथन ब्रैकन की खूबसूरत गेंद ने शर्मा को बल्ला भिड़ाने के लिए मजबूर किया जबकि पिछले मैच में अर्धशतकीय पारी खेलकर फॉर्म में लौटने वाले युवराज ने भी क्लार्क की गेंद पर बल्ला भिड़ाकर गिलक्रिस्ट को कैच थमाया।

गंभीर ने हालाँकि दूसरे छोर से स्कोर बोर्ड चलायमान रखा। उन्होंने और धोनी ने बीच में एक- दो रन लेकर टीम से दबाव हटाने की कोशिश की। गंभीर ने विश्वसनीय शॉट जमाए जबकि धोनी उनके साथ सहयोगी की भूमिका निभाते रहे। पोंटिंग ने ऐसे समय में अपने विश्वसनीय ब्रेट ली पर भरोसा दिखाया और उन्होंने अपने इस स्पैल की पहले ओवर में ही धोनी को गिलक्रिस्ट के हाथों कैच करा दिया। उनकी 66 गेंद की पारी में छह चौके शामिल थे।

उथप्पा ने ली पर छक्का जमाया और उनकी और गंभीर की जोड़ी क्रीज पर थी तो भारत मैच में बना हुआ था। गंभीर के तीखे तेवर जारी थे और ब्रैड हाग पर उन्होंने छक्का जड़कर अपने इरादे जतला दिए थे। इस चाइनामैन गेंदबाज के अगले ओवर में हालाँकि आगे बढ़कर खेलना उन्हें महँगा पड़ा और बाकी काम गिलक्रिस्ट ने पूरा कर दिया।

पठान और हरभजन ने उथप्पा के साथ आक्रामक तेवर दिखाकर भारतीयों की आस बंधाएँ रखी। पठान जब 45वें ओवर में पाँचवी गेंद पर जेम्स होप्स के शिकार बने तो तब भारत को 61 रन की दरकार थी। हरभजन ने स्टुअर्ट क्लार्क के अगले ओवर में 18 रन बनाए लेकिन ब्रेट ली के आते ही भारतीय आस पर पानी फिर गया।

ली ने एक धीमी गेंद पर हरभजन को ऊँचा शॉट खेलने के लिए मजबूर किया और गिलक्रिस्ट को रिकॉर्ड की बराबरी करने का मौका दिया जबकि उथप्पा को माइकल हसी के हाथों कैच कराया।

इससे पहले गिलक्रिस्ट (16) का विकेट जल्दी गंवाने के बाद पोंटिंग ने दूसरे हेडन के साथ दूसरे विकेट के लिए 109 रन जोड़कर ऑस्ट्रेलियाई पारी की नींव रखी जबकि अंतिम क्षणों में साइमंड्स ने 49 गेंद पर 59 रन की आतिशी पारी खेली।

ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत काफी विस्फोटक रही और उसके 100 रन सिर्फ 12 ओवर में बन गए। श्रीसंत और ईशांत शर्मा की पहले स्पैल में जमकर धुनाई करते हुए ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने 37-37 रन बटोरे। भारतीय गेंदबाज हालाँकि बीच के ओवरों में उन पर अंकुश लगाने में सफल रहे।

रोहित शर्मा ने हेडन को शार्ट एक्स्ट्रा कवर से थ्रो पर रन आउट करके भारतीयों को उनके कहर से बचाया। हेडन ने 62 गेंद खेली और पाँच चौकों और एक छक्का लगाया। पोंटिंग ने माइकल क्लार्क (31) के साथ भी अच्छी साझेदारी की। क्लार्क को वीरेंद्र सहवाग ने शार्ट स्क्वेयर लेग पर रोहित के हाथों लपकवाया।

साइमंड्स ने आखिरी ओवरों में अपने हाथ खोले और 47वें ओवर में इरफान पठान को छक्का जड़कर अपना अर्धशतक सिर्फ 44 गेंद में पूरा किया। पोंटिंग और साइमंड्स ने चौथे विकेट के लिए 102 रन जोड़े।

ईशांत ने साइमंड्स को जब बोल्ड किया तो दोनों के बीच बहस भी हुई। दोनों अंपायरों ने भारतीय टीम को बुलाकर संयम बरतने के लिए कहा। पोंटिंग की पारी का अंत आखिर में श्रीसंत ने किया लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

भारत की तरफ से पठान सबसे महँगे गेंदबाज साबित हुए। उन्होंने नौ ओवर में 73 रन दिये। श्रीसंथ ने आठ ओवर में 58 रन देकर दो जबकि ईशांत ने दस ओवर में 65 रन देकर एक विकेट लिया। युवराज और सहवाग ने हालाँकि पाँचवें गेंदबाज की कमी नहीं खलने दी।