क्लार्क को फ्लडलाइट में बल्लेबाजी की चिंता
दिन-रात के टेस्ट की अवधारणा को लेकर आशंकित ऑस्ट्रेलियाई उपकप्तान माइकल क्लार्क का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट में फ्लडलाइट में बल्लेबाजी करना आसान नहीं होगा। क्लार्क इस तरह के मैचों में इस्तेमाल की जाने वाली गेंद को लेकर भी आशंकित हैं। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया अगले सप्ताह से घरेलू मैचों में सफेद और गुलाबी गेंदों को आजमाएगा। इससे यह परख की जाएगी कि इन गेंदों का रंग 80 ओवर तक दुरुस्त रहता है या नहीं।क्लार्क के हवाले से ‘द ऑस्ट्रेलियन’ ने कहा कि मैं पहले गेंद देखना चाहूँगा। इसके अलावा यह भी देखना होगा कि दिन-रात के टेस्ट मैच कहाँ होंगे। उन्होंने कहा कि वनडे क्रिकेट में फ्लडलाइट में बल्लेबाजी करना मुश्किल होता है।टेस्ट क्रिकेट में यह प्रयोग करने से पहले प्रथम श्रेणी में आजमाना होगा। मैं देखना चाहूँगा कि यह किस तरह हो पाता है। (भाषा)