Last Modified: नई दिल्ली (भाषा) ,
गुरुवार, 8 अक्टूबर 2009 (18:15 IST)
ईगल्स पर एनएसडब्ल्यू का पलड़ा भारी
ऑस्ट्रेलिया के कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों की मौजूदगी से खिताब के प्रबल दावेदारों में शामिल न्यू साउथ वेल्स (एनएसडब्ल्यू) ब्लूज को चैंपियन्स लीग ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट में शुक्रवार को यहाँ दक्षिण अफ्रीका की डायमंड ईगल्स के खिलाफ कागज पर अपनी मजबूती को मैदान पर भी साबित करना होगा।
एनएसडब्ल्यू ब्लूज ने ऑस्ट्रेलिया के घरेलू ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट बिग बैश का खिताब जीतकर चैंपियन्स लीग में जगह बनाई है जबकि ईगल्स दक्षिण अफ्रीकी घरेलू टूर्नामेंट का उपविजेता है। यदि दोनों टीमों के स्टार खिलाड़ियों पर गौर किया जाए तो ग्रुप 'बी' का यह मुकाबला एकतरफा दिखता है लेकिन ब्लूज के मुख्य गेंदबाज ब्रेट ली ने कहा कि उनकी टीम किसी को भी कम करके नहीं आँकेगी।
ली ने कहा कि ट्वेंटी-20 में किसी को कम नहीं आँका जा सकता है। हमारी टीम में कई युवा खिलाड़ी हैं और उन्होंने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन जीत के लिए हमें अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाना होगा। ब्लूज की बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों मजबूत हैं जबकि उसे चोटिल माइकल क्लार्क, नाथन ब्रैकन और ब्रैड हैडिन की सेवाएँ भी नहीं मिलेंगी।
हालाँकि टीम के पास डेविड वॉर्नर के रूप में आक्रामक सलामी बल्लेबाज है जिनके साथ संभलकर खेलने वाले फिलिप ह्यूज पारी का आगाज करेंगे। मध्यक्रम में कप्तान साइमन कैटिच की भूमिका अहम होगी।
ब्रेट ली, स्टुअर्ट क्लार्क और डॉग बोलिंजर की मौजूदगी से एनएसडब्ल्यू का तेज गेंदबाजी आक्रमण काफी मजबूत बन गया है। क्लार्क और बोलिंजर को चैंपियन्स ट्रॉफी में मौका नहीं मिला लेकिन ली ने इंग्लैंड में एकदिवसीय श्रृंखला से ही लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है और यहाँ भी वह उस टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं जो उनके दिल के काफी करीब है।
एनएसडब्ल्यू का स्पिन आक्रमण का जिम्मा नाथन हारिट्ज के कंधों पर होगा, जिन्होंने हाल में चैंपियन्स ट्रॉफी में काफी अच्छा प्रदर्शन किया। हारिट्ज भारतीय पिचों से वाकिफ हैं और यदि फिरोजशाह कोटला की पिच पहले की तरह स्पिनरों को मदद करती है तो फिर ईगल्स के बल्लेबाजों के लिए हारिट्ज के सामने काफी परेशानी हो सकती है।
ईगल्स की टीम में कोई भी बड़ा नाम नहीं है और उसके खिलाड़ी उपमहाद्वीप की परिस्थितियों से भी अवगत नहीं है जो उसके कमजोर पक्ष माने जा रहे हैं। वैसे उसकी इसी टीम ने दो बार दक्षिण अफ्रीका में प्रो-20 में जीत दर्ज की और इस साल वह उप विजेता रही। मोर्ने वान वाइक क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में उसका सबसे बड़ा बल्लेबाज है जिन्होंने आईपीएल में कोलकाता नाइटराइडर्स की तरफ से कुछ अच्छी पारियाँ खेली। टीम को युवा बल्लेबाज डीन एल्गर और रिली रोसो से भी काफी उम्मीदें हैं।
ईगल्स का मजबूत पक्ष उसके पास तेज गेंदबाजी के ऑलराउंडरों की अधिकता है। इनमें रियान मैकलारेन, डिल्लन डु प्रीज और एलन क्रूगर का अंतिम एकादश में शामिल होना तय है। टीम को हालाँकि अदद स्पिनर की कमी खलेगी, जिसमें उसकी कमान थांडी शबालाला के हाथों में होगी।