Last Modified: नई दिल्ली ,
शुक्रवार, 2 जुलाई 2010 (21:41 IST)
आईसीसी में कोई विभाजन नहीं:पवार
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अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद् (आईसीसी) के नए अध्यक्ष शरद पवार ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री जॉन हावर्ड की उपाध्यक्ष पद के लिए दावेदारी खारिज किए जाने के बाद आईसीसी में विभाजन की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया।
आईसीसी का अध्यक्ष पद गुरुवार को संभालने वाले 69 वर्षीय पवार ने सिंगापुर से लौटने के बाद संवाददाताओं से कहा कि हावर्ड जरूरी समर्थन नहीं जुटा पाए थे और इसकी वजह से उनकी दावेदारी खारिज हो गई।
हावर्ड का आईसीसी के उपाध्यक्ष पद के लिए नामांकन बुधवार को उस समय खारिज हो गया था, जब सिंगापुर में टेस्ट खेलने वाले दस देशों में से सात ने उनकी दावेदारी को खारिज किया था।
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हावर्ड इस पद के लिए ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के संयुक्त रूप से उम्मीदवार थे जबकि इंग्लैंड ने भी उनका समर्थन किया था। हावर्ड की दावेदारी खारिज होने के बाद दोनों ही देशों ने खासा ऐतराज जताया है और इस मामले पर पूरा ऑस्ट्रेलिया खुद को अपमानित महसूस कर रहा है।
पवार ने कहा कि हावर्ड को बहुमत का समर्थन नहीं था। किसी भी लोकतांत्रिक संगठन में उम्मीदवार के पास बहुमत का समर्थन होना बहुत जरूरी है लेकिन उनके मामले में ऐसा कुछ नहीं था।
आईसीसी के नए अध्यक्ष ने उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया कि आईसीसी के एफ्रो एशियाई ब्लाक ने हावर्ड का समर्थन न कर क्रिकेट की इस विश्व संस्था में एक बड़ा विभाजन पैदा कर दिया है। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि इस तरह का कोई विभाजन है। हमने इस मुद्दे पर ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड सहित सबके साथ बातचीत की थी।
आईसीसी के अध्यक्ष पद के लिए रोटेशन पॉलिसी है और पवार के अध्यक्ष बनने का सीधा सा मतलब है कि अगला उपाध्यक्ष ऑस्ट्रेलिया से आना चाहिए। आईसीसी ने ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड को 31 अगस्त तक एक नए उम्मीदवार का नाम देने को कहा है लेकिन 70 वर्षीय पूर्व ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री इस बात पर अड़े हुए हैं कि वह अपने फैसले से पीछे नहीं हटेंगे। (भाषा)