Last Modified: नई दिल्ली (भाषा) ,
मंगलवार, 7 अगस्त 2007 (13:12 IST)
आईसीएल विवाद में दिग्विजय कूदे
कांग्रेस महासचिव दिग्विजयसिंह इंडियन क्रिकेट लीग (आईसीएल) और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के बीच छिड़ी जंग में कूद पड़े हैं।
उन्होंने कहा कि आईसीएल पर बीसीसीआई का रुख सही नहीं है। उसे विरोधी रवैया अपनाने की बजाय क्रिकेट को आगे बढ़ाने में आईसीएल की मदद करनी चाहिए।
बीसीसीआई अध्यक्ष शरद पवार को लिखे पत्र में सिंह ने कहा, 'आप विरोधी रवैया छोड़ आईसीएल को सफल बनाने में मदद करें। मुझे यकीन है बीसीसीआई का लक्ष्य धन कमाना नहीं, बल्कि क्रिकेट को लोकप्रिय बनाना है।'
उन्होंने कहा कि क्रिकेट और क्रिकेटरों के लिए जो अच्छा है, वह बीसीसीआई के लिए भी है। बीसीसीआई ने धमकी दी है कि जी समूह के प्रस्तावित आईसीएल से जुड़ने वाले क्रिकेटरों को आजीवन प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।
सिंह ने स्पष्ट किया कि उनका श्री पवार से कोई झगड़ा नहीं है और उन्होंने केवल एक क्रिकेट प्रेमी के बतौर पत्र लिखा है। इसके पीछे कोई गुप्त एजेंडा नहीं है। सिंह ने यह भी कहा कि बीसीसीआई क्रिकेट और क्रिकेटरों के लिए है, उसे केवल अपने सदस्यों की ही फिक्र नहीं करनी चाहिए।