पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज जेसन गिलेस्पी का मानना है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की ओर से बागी इंडियन क्रिकेट लीग (आईसीएल) पर प्रतिबंध लगाए जाने के कारण कई प्रतिभावान खिलाड़ी टीम इंडिया में शामिल होने से वंचित रह गए हैं।
गिलेस्पी ने यह भी कहा आईसीएल के कई खिलाड़ी प्रतिभावान हैं और उनमें टीम इंडिया के लिए खेलने का जबर्दस्त माद्दा है।
समाचार पत्र द ऑस्ट्रेलियन ने गिलेस्पी के हवाले से लिखा है मुझे इस बात को लेकर बहुत ही निराशा हो रही है कि अनेक प्रतिभावान खिलाड़ियों को अपने देश के लिए खेलने का अवसर कभी नहीं मिल पाएगा। उनका प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर लगभग समाप्त हो गया है।
उन्होंने कहा इनमें से कुछ खिलाड़ी इतने अच्छे हैं कि उन्हें भारतीय टीम में होना चाहिए था। गिलेप्सी ने आईसीएल के दूसरे संस्करण में अहमदाबाद रॉकेट्स की ओर से हिस्सा लिया था। इसी दौरान वे बागी लीग से जुड़े खिलाड़ियों के साथ होने वाले भेदभाव से रू-ब-रू हुए थे।
उन्होंने हरफनमौला रीतेन्द्रसिंह सोढी के साथ हुए दुर्व्यवहार का उल्लेख करते हुए कहा है कि राष्ट्रीय टीम में पहले खेल चुके रीतेन्द्र एक क्लब मैच देखने गए थे और उन्हें सुरक्षाकर्मियों ने मैदान से बाहर निकाल दिया था।
गिलेस्पी ने 21 वर्षीय बल्लेबाज भीमाराव का विशेष उल्लेख भी किया है। उन्होंने लिखा है कि भीमा क्रिकेट के किसी भी संस्करण के लिए जबर्दस्त क्षेत्ररक्षक हो सकते हैं।
इस पूर्व तेज गेंदबाज का मानना है कि जिस तरह से आईसीएल की लोकप्रियता बढ़ रही है, उससे यह कहा जा सकता है कि एक न एक दिन बीसीसीआई को इस पर से प्रतिबंध उठाना ही पड़ेगा।