Last Modified: मेलबोर्न (भाषा) ,
गुरुवार, 21 जून 2007 (19:55 IST)
अंपायरों पर गिर सकती है गाज
विश्व कप फाइनल के अंपायरों को इस मैच के विवादास्पद अंत का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। इन अम्पायरों को पहले ट्वंटी-20 विश्व कप से दूर रखे जाने की संभावना है।
'हेराल्ड सन' के मुताबिक फाइनल के मैदानी अंपायर अलीम डार और स्टीव बकनर टेलीविजन अम्पायर रूडी कर्टजन रिजर्व अम्पायर बिली बोडेन और मैच रेफरी जैफ क्रो को सितंबर में दक्षिण अफ्रीका में होने वाले टूर्नामेंट में नहीं उतारा जा सकता है।
आईसीसी ने हालाँकि इस रिपोर्ट की पुष्टि या खंडन नहीं किया है। उसने कहा कि ट्वंटी 20 विश्व कप के अधिकारियों के बारे में अगले महीने फैसला होगा। आईसीसी प्रवक्ता सैमुअल हसन ने बुधवार रात कहा कि हम इसकी पुष्टि या खंडन करने की स्थिति में नहीं हैं।
ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच खेले गए फाइनल में दोनों टीमों को बाकी ओवर पूरे करने के लिए दोबारा बुलाया गया था, जबकि तब अंधेरा छाने लगा था। इससे इस मैच को लेकर लंबी बहस छिड़ी।
डार, कर्टजन, बकनर, बोडेन और क्रो ने उस नियम को नहीं माना जिसके अनुसार जब प्रत्येक टीम 20-20 ओवर खेल लें, तब व्यवधान पड़ने पर मैच को पूरा मान लिया जाएगा।
कर्टजन की सलाह पर डार ने आस्ट्रेलियाई टीम से कहा कि दोनों टीमों को बाकी तीन ओवर पूरे करने के लिए अगले दिन मैदान पर उतरना होगा। इस बीच स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के विजयी होने की घोषणा कर दी गई थी, जिसके बाद रिकी पोंटिंग की टीम जश्न भी मनाने लगी थी।
इसके बाद बोडेन ने पोंटिंग को नियमों के बारे बताया तथा दोनों टीमें अंधेरे में खेलने और मैच समाप्त करने के लिए तैयार हो गई।
इस घटना से विवाद पैदा हो गया और हालत यहाँ तक आ पहुँचे कि आईसीसी के मुख्य कार्यकारी मैलकम स्पीड को पूरे घटनाक्रम के लिए माफी माँगनी पड़ी।