विदेश में जीतना कोहली के सामने 'विराट' चुनौती : प्रभाकर
नई दिल्ली। भारतीय स्विंग गेंदबाजी के सुल्तान कहे जाने वाले मनोज प्रभाकर का मानना है कि वेस्टइंडीज में 4 टेस्टों की सीरीज में जीत हासिल करना कप्तान विराट कोहली और नए कोच अनिल कुंबले के लिए एक बड़ी चुनौती है।
प्रभाकर ने रविवार को यहां कहा कि मुझे लगता है कि विराट के सामने यह सीरीज एक बड़ी चुनौती है, क्योंकि वे घर में नहीं बल्कि विदेशी जमीन पर खेल रहे हैं। यह सीरीज न केवल विराट के लिए, बल्कि टीम के युवा खिलाड़ियों और कोच कुंबले के लिए भी एक बड़ा चैलेंज है।
पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा कि भारत को टेस्ट रैकिंग में नंबर 1 पर ले जाना इस समय कप्तान विराट और कोच कुंबले के सामने सर्वोच्च प्राथमिकता है। आपको ध्यान रखना होगा कि यह टेस्ट मैच है, कोई आईपीएल नहीं। टेस्ट मैच 2-3 खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर नहीं, बल्कि पूरी टीम के प्रदर्शन पर जीते जाते हैं। आपको पांचों दिन लगातार शानदार प्रदर्शन करना होगा।
भारत की तरफ से 39 टेस्टों में 96 विकेट और 130 वनडे में 157 विकेट लेने वाले 53 वर्षीय प्रभाकर ने कहा कि टेस्ट मैच बल्लेबाजी से नहीं, बल्कि गेंदबाजों के दम पर जीते जाते हैं। भारतीय गेंदबाजों को वेस्टइंडीज में लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा। यह भी देखना दिलचस्प होगा कि जब एक महान गेंदबाज टीम का कोच बना है तो गेंदबाजी में कितना फर्क आता है।
कप्तान विराट की आक्रामकता का समर्थन करते हुए प्रभाकर ने कहा कि यदि किसी क्रिकेटर में आक्रामकता नहीं है तो वह चुनौती का सामना किस तरह कर पाएगा? विराट की आक्रामकता ने ही उन्हें एक बेहतरीन क्रिकेटर बनाया है और मुझे लगता है कि उन्हें अपने आक्रामक रवैए के साथ कोई समझौता नहीं करना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि कोच कुंबले ने वेस्टइंडीज रवाना होने से पहले विराट के साथ बेंगलुरु में संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि वे कभी नहीं चाहेंगे कि विराट अपनी आक्रामकता पर अंकुश लगाएं, क्योंकि मैदान पर जीतने के लिए ऐसा रवैया होना बहुत जरूरी है।
प्रभाकर ने तेज गेंदबाजों को अपनी सलाह में कहा कि उन्हें केवल गति पर नहीं, बल्कि स्विंग पर भी पूरा ध्यान देना चाहिए तथा आपने आईपीएल में देखा होगा कि भारतीय गेंदबाजों का ध्यान ज्यादा गति पर था जबकि उन्हें अपनी सोच लाइन-लैंथ और स्विंग पर रखनी चाहिए तभी वे विकेट लेने में सफल हो पाएंगे। (वार्ता)