युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (नाबाद 100) के शानदार शतक से भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे और निर्णायक टेस्ट मैच में जीत के लिए 212 रन का लक्ष्य रख दिया जिसका पीछा करते हुए मेजबान टीम ने स्टंप्स तक दो विकेट खोकर 101 रन बना लिए हैं और उसे जीत के लिए 111 रन की जरूरत है जबकि भारत की दक्षिण अफ्रीका में पहली बार सीरीज जीत दर्ज करने के लिए आठ विकेट निकालने हैं।
भारत की दूसरी पारी गुरूवार को तीसरे दिन चायकाल से पहले 67.3 ओवर में 198 रन पर समाप्त हुई। भारत को पहली पारी में 13 रन की बढ़त हासिल थी। पंत ने अपना चौथा टेस्ट शतक बनाया। उन्होंने यह शतक ऐसी पिच पर बनाया जिस पर बल्लेबाजी काफी मुश्किल मानी जा रही थी। पंत ने 139 गेंदों पर नाबाद 100 रन में छह चौके और चार छक्के लगाए।
लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने एड न मारक्रम को 23 के स्कोर पर गंवाया। मारक्रम को मोहम्मद शमी ने स्लिप में लोकेश राहुल के हाथों कैच कराया। मारक्रम ने 22 गेंदों में चार चौकों की मदद से 16 रन बनाये। ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर को पगबाधा कर दिया था। अम्पायर ने भी आउट का इशारा कर दिया था लेकिन डीआरएस में गेंद स्टंप्स के ऊपर से जाती नजर आ रही थी। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने इसके बाद अपना गुस्सा डीआरएस पर स्टंप्स माइक्रोफोन पर कुछ कहते हुए निकाला।
आखिर जसप्रीत बुमराह ने दिन के आखिरी ओवर की चौथी गेंद पर एल्गर को पंत के हाथों कैच करा दिया। एल्गर ने 96 गेंदों पर 30 रन बनाये। उनके आउट होते ही दिन का खेल समाप्त हो गया। स्टंप्स के समय कीगन पीटरसन 61 गेंदों में 48 रन बनाकर क्रीज पर थे।
इससे पहले पंत के बाद भारत की दूसरी पारी का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर कप्तान विराट कोहली का था जिन्होंने 143 गेंदों का सामना करते हुए चार चौकों की मदद से 29 रन बनाये। सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल ने 10 रनों का योगदान दिया। भारत की पारी में तीसरा सबसे बड़ा योगदान 28 अतिरिक्त रनों का रहा।
दक्षिण अफ्रीका की तरफ से मार्को यानसन ने 36 रन देकर चार विकेट लिए जबकि कैगिसो रबादा और लुंगी एनगिदी को तीन-तीन विकेट मिले।
भारत ने आज कल के स्कोर दो विकेट पर 57 रन से आगे खेलना शुरू किया, लेकिन चीजें भारत की योजना के मुताबिक नहीं रहीं और उसे शुरुआत में ही दो बड़े विकेट खोने पड़े। दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों ने चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्या रहाणे दोनों अनुभवी बल्लेबाजों को महज एक रन के अंदर सस्ते में निपटा दिया। 57 के स्कोर पर पुजारा के रूप में तीसरा और 58 के स्कोर पर रहाणे के रूप में भारत का चौथा विकेट गिरा। पुजारा दो चौकों के सहारे 33 गेंदों पर नौ, जबकि रहाणे नौ गेंदों पर एक रन बना कर आउट हुए।
दिन की दूसरी ही गेंद पर युवा तेज गेंदबाज मार्को यानसन ने पुजारा को अपना शिकार बनाया। पुजारा लेग-स्लिप पर कीगन पीटरसन के हाथों कैच आउट हुए। इसके अगले ही ओवर में रबादा ने रहाणे को चलता किया। गेंद उनके दस्ताने से टकराते हुए विकेटकीपर काइल वेरेने की ओर गई, लेकिन फिर गेंद वेरेने के ग्लफ्स को छूकर पहले स्लिप में खड़े कप्तान डीन एल्गर के हाथ में चली गई और उन्होंने यह मौका नहीं गंवाया।
इसके बाद हालांकि कप्तान विराट कोहली ने ऋषभ पंत के साथ पारी को संभाला। दोनों बल्लेबाजों ने केवल पारी को स्थितरता दी, बल्कि अच्छे शॉट खेल कर विपक्षी गेंदबाजों पर दबाव भी बनाया। दाेनों बल्लेबाजों के बीच पांचवें विकेट के लिए 144 गेंदों पर 72 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की। पंत ने जहां चार चौकों और एक छक्के के सहारे 60 गेंदों पर 51 रन बना कर टेस्ट में अपना आठवां और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहला अर्धशतक लगाया, वहीं कप्तान कोहली ने चार चौकों की मदद से 127 गेंदों पर 28 रन पर बनाए।
भारत लंच के बाद लड़खड़ा गया और उसने 170 रन तक जाते -जाते अपने तीन और विकेट गंवा दिए। विराट का धैर्य जवाब दे गया और उन्होंने एनगिदी की गेंद पर स्लिप में एडन मारक्रम को कैच थमा दिया। पंत और विराट के बीच पांचवें विकेट के लिए 94 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी हुई। रविचंद्रन अश्विन पांच रन बनाकर एनगिदी का दूसरा शिकार बने। एनगिदी ने शार्दुल ठाकुर को विकेटकीपर के हाथों कैच कराकर अपना तीसरा विकेट झटक लिया।
इस बीच पंत ने लेफ्ट आर्म स्पिनर केशव महराज की गेंदों पर लगातार दो छक्के मारे। पंत ने निचले क्रम के बल्लेबाजों के सहयोग से अपना शतक पूरा कर लिया। पंत के शतक पूरा करते ही पूरे ड्रेसिंग रूम में खिलाड़ियों ने तालियां बजाते हुए उनकी इस पारी का अभिवादन किया। उमेश यादव और मोहम्मद शमी का खाता नहीं खुला जबकि जसप्रीत बुमराह दो रन बनाकर आखिरी बल्लेबाज के रूप में यानसन का शिकार बने।
(वार्ता)