2007 T20 WC में अंतिम ओवर डालने वाले जोगिंदर शर्मा ने लिया क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास
भिवानी:वर्ष 2007 में टी20 विश्व कप विजेता भारतीय टीम के सदस्य जोगिंदर शर्मा ने शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा की।
क्रिकेटर से पुलिस अधिकारी ने बने जोगिंदर ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव को संबोधित एक पत्र में उन्हें प्रदान किए गए अवसरों के लिए बोर्ड, हरियाणा क्रिकेट एसोसिएशन, चेन्नई सुपर किंग्स और हरियाणा सरकार का आभार व्यक्त किया।
जोगिंदर ने बीसीसीआई सचिव जय शाह को चिट्ठी लिखकर संन्यास की घोषणा की। जोगिंदर (39) पिछले काफी समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर रहे हैं। वर्ष 2007 में ही उन्होंने आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था। तब टी20 विश्व कप में जोगिंदर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के मुख्य गेंदबाजों में से एक रहे थे।
जोगिंदर ने कहा, “आज, अपार कृतज्ञता और विनम्रता के साथ, मैं अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट के सभी रूपों से संन्यास लेने की घोषणा करता हूँ। वर्ष 2002 से 2017 तक की मेरी यात्रा मेरे जीवन का सबसे शानदार यात्रा रही। भारतीय टीम में खेलने का मुझे सम्मान मिला था। मैं भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई), हरियाणा क्रिकेट एसोसिएशन, चेन्नई सुपर किंग्स और हरियाणा सरकार द्वारा मुझे दिए गए अवसरों के लिए आभारी हूं।”
जोगिंदर ने अंतरराष्ट्रीय करियर में चार वनडे और चार टी20 खेले। वनडे में उनके नाम एक विकेट और टी20 में चार विकेट हैं। वनडे में उनकी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी 28 रन पर एक विकेट है, जबकि टी20 में यह 20 रन पर दो विकेट है। वह आईपीएल में भी 16 मैच खेल चुके हैं और 12 विकेट ले चुके हैं। 27 रन देकर दो विकेट उनकी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी है। आईपीएल में जोगिंदर चेन्नई सुपर किंग्स और गुजरात जाएंट्स के लिए खेल चुके हैं।
अंतिम ओवर में मिस्बाह को आउट कर दिलाया था विश्वकप
जोगिंदर ने टी20 और वनडे दोनों में भारत के लिए चार-चार मैच खेले। दाएं हाथ के गेंदबाज को प्रशंसकों द्वारा 2007 टी20 विश्व कप जीत में पाकिस्तान के खिलाफ उनके आखिरी ओवर के लिए याद किया जाता है, जहां उन्होंने मैच के ओवर में 13 में से पहली दो गेंदों में लगभग सात रन के बावजूद टीम को जीत दिलाई थी।
उनकी पहली गेंद वाइड रही थी। अगली गेंद पर मिस्बाह कोई रन नहीं बना सके थे। इसके बाद दूसरी गेंद पर छक्का लगा था। तीसरी गेंद पर स्कूप के चक्कर में मिस्बाह फाइन लेग पर खड़े श्रीसंत को कैच थमा बैठे थे। इस तरह जोगिंदर ने भारत को पांच रन से विश्व कप जिताने में मदद की थी। जोगिंदर ने कोरोना के समय बतौर पुलिस अफसर बहुत काम किया था। खुद आईसीसी ने पोस्ट कर उनके काम की सराहना की थी।
जोगिंदर ने इंडियन प्रीमियर लीग में केवल 16 मैच खेले। वह चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेले जिसमें उन्होंने 36 रन बनाए और 12 विकेट लिए। जोगिंदर की 9.82 की इकॉनमी रेट रही। उन्हें 2016 और 2017 में किसी की टीम ने नहीं खरीदा था। मध्यम तेज गेदबाज वर्तमान में हरियाणा पुलिस में पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) के पद पर तैनात है।(एजेंसी)