स्टुअर्ट बिन्नी चाहते हैं ज्यादा मौके
बेंगलुरु। स्टुअर्ट बिन्नी को 30 साल से अधिक उम्र का होने के बावजूद अभी तक कभी-कभार ही भारत की तरफ से खेलने का मौका मिला और इसलिए इस ऑलराउंडर ने टेस्ट कप्तान विराट कोहली के इन विचारों से पूर्ण सहमति जताई कि किसी खिलाड़ी को उच्चस्तर पर अपनी क्षमता साबित करने के लिए अधिक मौके मिलने चाहिए।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला के लिए भारतीय संभावित खिलाड़ियों के शिविर के दूसरे दिन 31 वर्षीय बिन्नी ने कहा कि जैसे विराट ने कहा कि यदि मुझे अधिक मौके मिलेंगे तो बेहतर खिलाड़ी बनूंगा और यह पूरी तरह से सच है। केवल अधिक मौके मिलने से नहीं, बल्कि मैदान के बाहर की तैयारियों से भी मदद मिलती है।
कर्नाटक के इस क्रिकेटर से पूछा गया कि क्या उन्होंने अपने खेल में बदलाव किया है? तो उन्होंने कहा कि कौशल के लिहाज से उन्होंने ज्यादा बदलाव नहीं किए हैं लेकिन मानसिक दबाव झेलने के मामले में कुछ बदलाव जरूर किए हैं।
अपने संक्षिप्त अंतरराष्ट्रीय करियर में अब तक 5 टेस्ट, 13 वनडे और 2 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले बिन्नी ने कहा कि कौशल के लिहाज से मैंने बहुत अधिक बदलाव नहीं किए हैं लेकिन जब दिमागी खेल की बात आती है तो मैंने काफी बदलाव किए हैं।
उन्होंने कहा कि हम एक मजबूत टीम के साथ खेलेंगे, जो सभी प्रारूपों में बहुत अच्छी टीम है। यह शानदार श्रृंखला होगी। यह महत्वपूर्ण है कि हम श्रृंखला में अच्छी शुरुआत करें। इस श्रृंखला में कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा।
एक सवाल के जवाब में बिन्नी ने कहा कि मैं नई गेंद से गेंदबाजी करने को इसलिए प्राथमिकता दूंगा, क्योंकि मैं नई गेंद को स्विंग करा सकता हूं। मुझे कुछ ओवर पुरानी गेंद और बहुत पुरानी गेंद से गेंदबाजी करने में भी मजा आता है। इससे गेंदबाजी में विविधता आती है।
बिन्नी से पूछा गया कि कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और टीम निदेशक रवि शास्त्री उन्हें किस भूमिका में देखना चाहते हैं? उन्होंने कहा कि इसका जवाब बेहद सरल है। मुझे बल्ले और गेंद दोनों से योगदान देना होगा और इसलिए मैं टीम में हूं।
जहां तक गेंदबाजी का सवाल है तो बिन्नी ने कहा कि वे अपनी भूमिका अच्छी तरह से जानते हैं। उन्होंने कहा कि यह कभी बदल सकता है। यह इस पर निर्भर करता है कि मैं कब गेंदबाजी कर रहा हूं, खेल के पहले या आखिरी हिस्से में। (भाषा)