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Last Updated : शुक्रवार, 3 मार्च 2023 (18:59 IST)

2 अलग दौरे पर भारत में टेस्ट जीतने वाले ऑस्ट्रेलियाई कप्तान बने स्टीव स्मिथ, शतरंज की तरह बिछाई फील्डिंग

2 अलग दौरे पर भारत में टेस्ट जीतने वाले ऑस्ट्रेलियाई कप्तान बने स्टीव स्मिथ, शतरंज की तरह बिछाई फील्डिंग - Steve Smith the skipper who turned the table for the kangaroos
पैट कमिंस की गैरमौजूदगी में भारत के खिलाफ यहां ऑस्ट्रेलिया को यादगार जीत दिलाने वाले कार्यवाहक कप्तान स्टीव स्मिथ ने कहा कि उन्हें इस देश में अपनी टीम का नेतृत्व करना पसंद है क्योंकि हर गेंद पर कुछ होने की संभावना रहती है जिससे स्थिति शतरंज के खेल की तरह होती है।
 
टीम के नियमित कप्तान कमिंस अपनी बीमार मां की देखभाल के लिए ऑस्ट्रेलिया लौट गये है। भारत के 2017 के दौरे पर स्मिथ टीम के कप्तान थे और उन्होंने कहा कि वह पांच दिनों तक सपाट पिचों की जगह इस दौरे पर अब तक मिली स्पिनरों की मदद वाली पिच पर खेलना पसंद करेंगे।

पिछले 10 सालों में भारतीय जमीन पर 2 टेस्ट जीतने वाले कप्तानों की फहरिस्त में उनका नाम शामिल हो गया है। स्टीव स्मिथ से पहले इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टर कुक ने ऐसा किया था। लेकिन वह एक ही दौरा था। दो अलग अलग दौरे पर कप्तानी कर टेस्ट जीतने वाले स्मिथ पहले ऑस्ट्रेलियाई कप्तान हैं। उन्होंने जो किया है वह भारतीय जमीन पर रिकी पोंटिंग और स्टीव वॉ जैसे कप्तान भी नहीं कर सके।
सबसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में जीत के बारे में पूछे जाने पर स्मिथ ने कहा कि उन्हें अपनी टीम पर गर्व है क्योंकि शुरुआती दो टेस्ट मैच को तीन दिनों के अंदर गंवाने के बाद उसने शानदार वापसी की।
 
स्मिथ ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ ऐसी जीत को हासिल करना  काफी मुश्किल है। टॉस गंवाने के बाद हमारे लिए इस खेल में शीर्ष पर पहुंचना इस समूह की प्रतिभा और आत्मविश्वास को दर्शाता है।’’
 
उन्होंने कहा, ‘‘ हमने दिल्ली में एक खराब सत्र के कारण मैच गंवा दिया। इससे उबरने के लिए हमें अच्छा ब्रेक मिला और हमने अच्छी तैयारी के साथ यहां आये।’’
 
उन्होंने कहा, ‘‘यह हमारी मानसिक स्थिति को मजबूत करने के बारे में था। यह  अपने तरीकों पर भरोसा करने के बारे में था। यह विश्वास रखने के बारे में था कि हम सफल होंगे और मैच का परिणाम हमारे हक में होगा।’’
 
भारत दौरे पर छह साल में पहली बार टेस्ट में जीत का स्वाद चखने के बाद स्मिथ ने कहा, ‘‘हम विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल के लिए क्वालीफाई करके खुश हैं। यह जो जाहिर तौर पर कुछ समय से हमारी योजना का हिस्सा था। इस टीम के लिए इसे हासिल करना जश्न मनाने लायक है।’’
 
स्मिथ ने हालांकि कहा कि उन्होंने कप्तानी की अपनी जिम्मेदारी पूरी कर ली। यह टीम कमिंस की है और वही इसकी अगुवाई करेंगे।उन्होंने कहा, ‘‘ मेरा समय (कप्तानी का) पूरा हुआ। यह अब पैडी (पैट कमिंस) की टीम है। मुझे खुशी है कि मैंने इस सप्ताह उन परिस्थितियों में बागडोर संभाली जब कमिंस यहां नहीं हैं। ’’

ऑस्ट्रेलिया के कार्यवाहक कप्तान स्टीव स्मिथ जीत के लिए गेंदबाजों को श्रेय देते हुए कहा, ‘‘हमारे गेंदबाजों ने वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया, विशेषकर (मैथ्यू) कुहनेमैन ने। भारत ने हमारी पहली पारी के आखिर में अच्छी गेंदबाजी की जिससे हम जल्दी आउट हो गये। हमें कल कड़ी मेहनत करनी पड़ी, पूजी (पुजारा) ने अच्छी पारी खेली, लेकिन हमारे सभी गेंदबाजों ने वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया। यह एक पूर्ण प्रदर्शन था।’’
 
स्मिथ नियमित कप्तान पैट कमिंस की जगह टीम का नेतृत्व कर रहे हैं। कमिंस दूसरे टेस्ट के बाद अपनी बीमार मां की देखभाल के लिए स्वदेश लौट गये।
 
स्मिथ ने कहा, ‘‘ हम कमिंस के बारे में सोच रहे थे। हमारी दुआएं उसके साथ है। मैंने हालांकि इस सप्ताह का वास्तव में आनंद लिया। मुझे दुनिया के इस हिस्से में कप्तानी करना पसंद है। मुझे लगता है कि मैं बहुत सारी पेचीदगियों को समझता हूं।’’
 
स्मिथ ने कहा, ‘‘देखो, भारत दुनिया का वह हिस्सा है जिसे मैं कप्तानी करना पसंद करता हूँ। यह शतरंज के खेल की तरह है, हर गेंद के कुछ मायने होते है। आपको एक कदम आगे का सोचना होगा। यह कप्तानी के लिए दुनिया में मेरा पसंदीदा जगह है।’’
 
होलकर स्टेडियम में स्पिनरों की मददगार पिचों  की आलोचना हुई लेकिन स्मिथ इससे परेशान नहीं हैं और ऐसी चुनौती को पसंद करते हैं।
 
उन्होंने कहा, ‘‘अब तक सभी विकेट स्पिनरों के मददगार रहे है। हमें अभी तक तीन दिन से अधिक क्रिकेट नहीं खेल सके है।  इससे पता चलता है कि सभी टेस्ट में पहले दिन से स्पिन हो रही है। मैं ऐसी पिच पर खेलना पसंद करता हूं। सपाट पिचों पर पांच दिनों तक खेलना उबाऊ हो जाता है।’’
 
उन्होंने कहा, ‘‘इन विकेटों (पिच) पर हमेशा कुछ न कुछ होता रहता है। आपको अपने रनों के लिए वास्तव में कड़ी मेहनत करनी पड़ती है, लेकिन लोगों ने दिखाया है कि वे ऐसा कर सकते हैं। पहली पारी में उस्मान, नागपुर में पुजारा, रोहित, अक्षर, हैंड्सकॉम्ब ने ऐसा किया तो और लोग भी कर सकते हैं। हां यहां आपको किस्मत का थोड़ा साथ भी चाहिये।’’