नई दिल्ली:सौरव गांगुली ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष के तौर पर चुनौतीपूर्ण 26 महीनों के अंदर कई तरह की आलोचनाओं का सामना किया जिसमें उन्हें कोविड-19 के कारण पैदा हुई परेशानियों से तो रूबरू होना ही पड़ा लेकिन उन पर चयनकर्ताओं को प्रभावित करने और अपने कार्यकाल में महिला क्रिकेट के लिये ज्यादा कुछ नहीं करने के आरोप भी लगे।
लेकिन पीटीआई को दिये विशेष साक्षात्कार में पूर्व भारतीय कप्तान ने खुद पर लगे आरोपों को ही खारिज नहीं किया बल्कि अपने आलोचकों को भी याद दिलाया कि बीसीसीआई अध्यक्ष बनने से पहले मशहूर क्रिकेटर थे और 424 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके थे जिसमें 113 टेस्ट शामिल थे।
विराट कोहली के कप्तानी कार्यकाल को लेकर हुए ड्रामा से दूर रहते हुए गांगुली ने अन्य संवेदनशील मुद्दों पर पूछे सवालों के जवाब दिये जैसे हाल में रणजी ट्राफी की दो चरण में बहाली की घोषणा, भारत के नये टेस्ट कप्तान पर फैसले के इंतजार और महिला इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की शुरूआत।
उन्होंने यह भी खुलासा किया कि इस महीने कोलकाता में भारत और वेस्टइंडीज के बीच टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच दर्शकों के बिना कराये जायेंगे और जब उनसे बोर्ड सचिव जय शाह से संभावित मतभेद की अटकलबाजी के बारे में पूछा गया तो वह हंस पड़े।
साक्षात्कार के कुछ अंश :सवाल : आरोप हैं कि आप चयन समिति को प्रभावित कर रहे हैं और आप चयनकर्ताओं पर दबाव डालने के लिये बैठकों में हिस्सा लेते हो?
उत्तर : मुझे नहीं लगता कि मुझे किसी को इस पर जवाब देने की जरूरत है और इन आधारहीन आरोपों में से किसी को अहम बनाने की जरूरत है। मैं बीसीसीआई अध्यक्ष हूं और बीसीसीआई अध्यक्ष को जो काम करना चाहिए, वह करता हूं।
और आपको यह भी बता दूं, मैंने सोशल मीडिया पर एक फोटो देखी जिसमें मुझे चयन समिति की बैठक में बैठे हुए दिखाया जा रहा था।
मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि यह फोटो (जिसमें गांगुली, जय शाह, कप्तान विराट कोहली और संयुक्त सचिव जयेश जॉर्ज बैठे हैं) चयन समिति की बैठक की नहीं थी। जयेश जॉर्ज चयन समिति का हिस्सा नहीं हैं। मैं भारत के लिये 424 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुका हूं। कभी कभार लोगों को यह दिलाने का विचार बुरा नहीं है। (हंसते हुए)
सवाल: बीसीसीआई में पिछले 26 महीनों में जय शाह के साथ काम करने में रिश्ते किस तरह के रहे हैं?
उत्तर: जय के साथ मेरा शानदार रिश्ता है। वह अच्छा मित्र है और विश्वासपात्र सहयोगी है। मैं, जय, अरूण (धूमल) और जयेश (जॉर्ज) हम इन दो वर्षों में विशेषकर कोविड-19 के मुश्किल दौर में बोर्ड को आगे ले जाने में मिलकर काम कर रहे हैं। यह सुनिश्चित करने के लिये क्रिकेट खेला जाये। मैं कहूंगा कि ये दो साल शानदार रहे। हमने बतौर टीम ऐसा किया है।
सवाल: विराट कोहली के हटने का फैसला करने के बाद आप किस तरह का नया टेस्ट कप्तान देख रहे हैं?
उत्तर: निश्चित रूप से, कप्तानी के कुछ मानदंड हैं और जो भी इनमें फिट बैठेगा, वह अगला भारतीय टेस्ट कप्तान होगा। मेरा मानना है कि चयनकर्ताओं के दिमाग में एक नाम होगा और वे अधिकारियों - अध्यक्ष और सचिव - के साथ इस पर चर्चा करेंगे और आने वाले समय में इसकी घोषणा करेंगे।
सवाल: आपने हाल में कहा था कि अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा रणजी ट्राफी में खेलेंगे। लेकिन क्या इसका मतलब है कि उन्हें श्रीलंका टेस्ट से बाहर किया जा सकता है, हालांकि जिन्हें अब मार्च में कराया जायेगा?
उत्तर: मेरा मतलब था कि वे रणजी ट्राफी खेलेंगे क्योंकि यह श्रीलंका श्रृंखला से पहले शुरू होगी। इसके बाद चयनकर्ता फैसला करेंगे। रणजी ट्राफी एलीट ग्रुप फरवरी के तीसरे हफ्ते में शुरू होंगे और श्रीलंका टेस्ट मार्च में हैं। यह पूरी तरह से चयन समिति का फैसला होगा, वे जो भी फैसला करें।
सवाल: आपको क्या लगता है कि हार्दिक पंड्या के भारतीय टीम में कब वापसी करेंगे? कम से कम इस समय उपलब्ध विकल्पों को देखते हुए, क्या टीम को नहीं हार्दिक की अनुपस्थिति की कमी नहीं खल रही?
उत्तर: हार्दिक चोटिल था और उसे पूरी तरह से उबरने के लिये ब्रेक दिया गया था ताकि वह भारतीय क्रिकेट के लिये लंबे समय तक खेल सके। मुझे लगता है कि मैं उसे रणजी ट्राफी में कुछ मैच खेलते हुए देखूंगा।
मैं उससे काफी ज्यादा ओवर गेंदबाजी करने की उम्मीद करता हूं जिससे उसका शरीर मजबूत होगा। साथ ही अब वह अहमदाबाद आईपीएल का कप्तान है और यह ऐसा मंच होगा जिसमें चयकनर्ता उसकी फॉर्म और फिटनेस को देख लेंगे। इसी के अनुसार वे फैसला करेंगे।
सवाल: रणजी ट्राफी के बारे में बात करें तो बीसीसीआई इसे शुरू कर रही है लेकिन कुछ निश्चित ब्रैकेट के लिये मैच फीस प्रत्येक मैच 2.4 लाख रूपये तक बढ़ाने के बावजूद ज्यादातर टीमें केवल तीन प्रथम श्रेणी मैच खेलेंगी। क्या यह वित्तीय नुकसान नहीं है और सभी हितधारकों के लिये मुद्दा नहीं है?
उत्तर: वे विजय हजारे और सैयद मुश्ताक अली में भी खेल चुके हैं, जिसमें मैच फीस बढ़ायी गयी थी। आपको समझना होगा कि मेडिकल टीम से चर्चा के बाद फैसला किया गया कि चार टीमों को एक विशेष शहर में एक ग्रुप में रखा जाये क्योंकि हमारे पास केवल यही तरीका था कि हम कोविड-19 दौर में बायो-बबल की सुरक्षा को बरकरार रख सकें।
किसी एक विशेष स्थान पर ज्यादा संख्या में व्यक्तियों की मौजूदगी से संक्रमण की रफ्तार ही बढ़ेगी। इसलिये स्थल ज्यादा हैं और टीमें कम हैं। साथ ही टाइम-फ्रेम (समयसीमा) भी एक कारण था क्योंकि हमने जनवरी के मध्य में कोविड-19 मामले बढ़ने के कारण इसे स्थगित कर दिया था। हमें अंडर-25, अंडर-19 नॉक आउट, महिला टी20 भी करानी है।
आईपीएल और महिला टी20 चैलेंजर भी है। काफी प्रथम श्रेणी के खिलाड़ी आईपीएल टीमों का हिस्सा होंगे। इसलिये यह इन सबको देखकर हुआ है। बीसीसीआई कभी भी प्रथम श्रेणी खिलाड़ियों का नुकसान नहीं चाहेगा।
सवाल: बीसीसीआई महिलाओं की आईपीएल क्यों शुरू नहीं कर रहा? फिर से टी20 चैलेंज क्यों जब बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) जैसी एक राज्य इकाई छह टीमों की 90 खिलाड़ियों की महिला टी20 क्लब प्रतियोगिता आयोजित करती है?
उत्तर: हम एक पूर्ण महिला आईपीएल गठित करने के स्तर पर हैं। यह निश्चित रूप से होगी। मेरा मानना है कि अगले साल मतलब 2023 पूर्णकालिक महिला आईपीएल शुरू करने का बहुत अच्छा समय होगा जो पुरूष आईपीएल की तरह ही बड़ी और सफल होगी।
सवाल: उम्मीद है कि आईपीएल भारत में हो रही है। यह कितनी बड़ी राहत की बात होगी?
उत्तर: बीसीसीआई ने हमेशा ही कहा है कि यह इंडियन प्रीमियर लीग है और हम आदर्श रूप से इसे भारत में ही कराना चाहेंगे। हां, हमने अभी आधिकारिक रूप से इसकी घोषणा नहीं कहै क्योंकि देश में हम अब भी कोविड-19 हालात से निपट रहे हैं। हां, हम कुछ समय में स्थलों पर फैसला करेंगे। योजना इसे भारत में ही कराने की है और हम इसी के अनुसार तैयारी कर रहे हैं।
सवाल: भारत के 1000वें वनडे के लिये कुछ विशेष जश्न होगा, जो रविवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ होगा?
उत्तर: नहीं, ऐसा कुछ नहीं क्योंकि सबकुछ बायो-बबल में हो रहा है। हमें कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करना होगा इसलिये बड़ा जश्न संभव नहीं होगा।
सवाल: राज्य सरकार ने ईडन गार्डन्स पर तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिये 75 प्रतिशत दर्शकों को अनुमति दे दी है। लेकिन क्या बीसीसीआई चिंतित नहीं है क्योंकि मोटेरा में दर्शकों के बिना वनडे कराये जायेंगे?
उत्तर: मैं बता दूं। हम तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिये ईडन गार्डन्स पर दर्शकों को अनुमति नहीं दे रहे हैं। आम जनता के लिये कोई टिकट नहीं होगा। केवल कैब अधिकारियों और विभिन्न इकाईयों के प्रतिनिधियों को अनुमति होगी।
ऐसे समय में हम दर्शकों को अनुमति देकर खिलाड़ियों के स्वास्थ्य का जोखिम नहीं उठा सकते। हमारे पास राज्य सरकार की मंजूरी है लेकिन बीसीसीआई खिलाड़ियों की सुरक्षा का जोखिम नहीं चाहता।
(भाषा)