कोलकाता: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के नए ओमिक्रोन वैरिएंट के संक्रमण के जोखिम के बीच भारत के दिसंबर में दक्षिण अफ्रीका दौरे के फिलहाल तय समयानुसार होने की बात कही है।
गांगुली ने मंगलवार रात को दिए एक बयान में कहा, “ यह दौरा अभी टला नहीं है। हमारे पास फैसला लेने के लिए काफी समय है। फिलहाल दक्षिण अफ्रीका का दौरा तय समयानुसार ही होगा। कोरोना के नए वैरिएंट के सामने आने से जो स्थिति पैदा हुई है, उस पर हम पैनी नजर बनाए हुए हैं। अभी जो स्थिति बनी हुई है, उसके हिसाब से दौरा होने की पूरी संभावना है। पहला टेस्ट 17 दिसंबर से होना है। हम इस पर विचार करेंगे। ”
उधर मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीसीसीआई अभी इस दौरे के लिए केंद्र सरकार की ओर से अनुमति का इंतजार कर रहा है। इसके बाद ही फैसला होगा कि भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका जाएगी या नहीं। साथ ही इस दौरे को रिशेड्यूल किए जाने की भी जानकारी है। टेस्ट, वनडे और टी-20 तीनों सीरीज के कुछ मैच कम किए जा सकते हैं।
समझा जाता है कि क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) की बीसीसीआई के साथ सकारात्मक बातचीत चल रही है और उन्हें भरोसा है कि भारत का दौरा योजना के मुताबिक होगा। सीएसए के कार्यकारी सीईओ फोलेत्सी मोसेकी ने इस बारे में एक बयान में कहा था, “ हमारी बीसीसीआई के साथ बातचीत चल रही है और भारतीय टीम यहां आने के लिए उत्सुक है।
हमारी सरकार हमारी मदद करना चाहती है और हम अपने भारतीय समकक्षों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि सब कुछ पटरी पर है। हमने दो बायो बबल बनाने की तैयारी की है। हमने इंग्लैंड दौरे से बहुत कुछ सीखा है। जब हम इस दौरे की तैयारी तर रहे थे तो हमने मैचों की संख्या को देखते हुए गोटंग और केप टाउन के लिए तैयारी की है। प्लान यही है कि जोहानसबर्ग से केपटाउन तक चार्टर फ्लाइट का इंतजाम होगा। इस नए कोरोना वैरियंट के आने से पहले भी यही प्लान था। ”
भारत के दक्षिण अफ़्रीका दौरे पर सीएसए प्रमुख ने कहा: 'सब कुछ पटरी पर है'क्रिकेट साउथ अफ़्रीका की भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के साथ सकारात्मक बातचीत चल रही है और उन्हें भरोसा है कि भारत का दौरा प्लान के मुताबिक होगा। हालांकि देश के शीर्ष महामारी वैज्ञानिकों में से एक डॉक्टर सलीम अब्दुल करीम ने उम्मीद जताई है कि देश में इस सप्ताह के अंत तक 10,000 से ज़्यादा केस रोज के आने शुरू होने लगेंगे। सीएसए ने बीसीसीआई को गोटंग और द वेस्टर्न केप में होने वाले बायो बबल माहौल को लेकर संतुष्टि दी है।
सीएसए के कार्यकारी सीईओ फ़ोलेक्सी मोसेकी ने कहा, "हमारी बीसीसीआई के साथ बातचीत चल रही है और वह यहां आने के लिए उत्सुक हैं। हमारी सरकार हमारी मदद करना चाहती है और हम अपने भारतीय समकक्षों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि सब कुछ पटरी पर है।"
गोटंग प्रांत में पहला और दूसरा टेस्ट खेला जाना है और यहीं पर सबसे ज़्यादा केस देखने को मिल रहे हैं और उम्मीद है आने वाले समय में द वेस्टर्न केप में दिखने लगेंगे। सीएसए ने पिछले साल गर्मियों में श्रीलंका और पाकिस्तान की सफलता पूर्वक मेज़बानी की थी और ऑस्ट्रेलिया की मेज़बानी करने की भी तैयारी कर रहे थे। लेकिन द वेस्टर्न केप ज़्यादा सफल नहीं रहा है। पिछले साल दिसंबर में इंग्लैंड ने अपने केपटाउन के होटल में कोविड केस निकलने के बाद दौरे को रद्द कर दिया गया था। सीएसए ने तब से बबल को और सख्त किया है, जहां खिलाड़ियों को बिना किसी कारण के होटल से बाहर जाने की इजाज़त नहीं थी।
मोसेकी ने कहा, "हमने दो बायो बबल बनाने की तैयारी की थी। हमने इंग्लैंड दौरे से बहुत कुछ सीखा है। जब हम इस दौरे की तैयारी कर रहे थे तो हमने मैचों की संख्या को देखते हुए गोटंग और केप टाउन के लिए तैयारी की है। प्लान यही है कि जोहानसबर्ग से केपटाउन तक चार्टर फ्लाइट का इंतज़ाम होगा। इस नए वेरियंट के आने से पहले भी यही प्लान था।"
जहां तक चीज़े अभी तक पहुंची हैं, सीएसए ने अभी तक दौरे को कहीं और या किसी ओर समय कराने का प्लान नहीं बनाया है। इसकी जगह, उम्मीद यह है कि भारत से सीरीज़ सही समय पर होगी और इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की सीरीज़ नहीं होने से हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी। मोसेकी ने कहा, "अगर यह दौरा नहीं होता है, तो इससे हम एक खराब स्थिति में पहुंच जाएंगे। हमें कुछ प्रोग्राम रोकने पड़ेंगे। हम एक या दो सालों में एक अलग स्थिति में पहुंच जाएंगे।"
(वार्ता)