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Last Updated : शुक्रवार, 16 दिसंबर 2022 (18:21 IST)

शुभमन गिल ने जड़ा करियर का पहला टेस्ट शतक, बांग्लादेशी गेंदबाजों पर किए प्रहार

शुभमन गिल ने जड़ा करियर का पहला टेस्ट शतक, बांग्लादेशी गेंदबाजों पर किए प्रहार - Shubhman Gill gets his maiden Test Century against Bangladesh
शुभमन गिल को एक लंबे वक्त तक अपने टेस्ट शतक का इंतजार करना पड़ा। हालांकि यह वनडे के लिए भी कहा जा सकता है, लेकिन वनडे की तरह टेस्ट में भी उनके पहले टेस्ट शतक का इंतजार थम गया।

बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट की दूसरी पारी में उन्होंने अपना टेस्ट करियर का पहला शतक जड़ा। उनके टेस्ट करियर की शुरुआत लगभग इस ही समय ऑस्ट्रेलिया के मैदान पर 2 साल पहले हुई थी लेकिन वह शतक से चूक जाते थे, लेकिन आज वह तिहरे आंकड़े पर पहुंच गए।

गिल ने पहले टेस्ट शतक के बारे में कहा, लंबा समय लगा

भारत के युवा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल के लिये पहला टेस्ट शतक जड़ना विशेष अहसास था लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि इसके लिये लंबा समय (12 टेस्ट) लगा।गिल ने शुक्रवार को बांग्लादेश के खिलाफ शुरूआती टेसट में भारत की दूसरी पारी में 152 गेंद में 110 रन बनाकर अपना पहला टेस्ट शतक जमाया।अपना 12वां टेस्ट खेल रहे गिल और चेतेश्वर पुजारा (नाबाद 102 रन) के शतकों की बदौलत भारत ने दूसरी पारी दो विकेट पर 258 रन पर घोषित कर बांग्लादेश को जीत के लिये 513 रन का लक्ष्य दिया।

गिल ने दिन का खेल समाप्त होने के बाद प्रसारक ‘सोनी लिव’ से कहा, ‘‘मुझे खुद लगा कि पहला टेस्ट शतक आने में लंबा समय लगा। यह शतक मेरे, मेरे परिवार और मेरे दोस्तों के लिये काफी मायने रखता है जिन्होंने मेरा समर्थन किया। किसी भी खिलाड़ी के लिये यह विशेष क्षण है - पहले टेस्ट शतक तक पहुंचना मेरे लिये खास है। ’’गिल ने अपनी पारी के दौरान 10 चौके और तीन छक्के जमाये।

यह पूछने पर कि जब वह 90 रन पर पहुंच गये थे तब शतक तक पहुंचन में नर्वस महसूस कर रहे थे तो उन्होंने कहा, ‘‘कुछ भी अलग नहीं चल रहा था। मैं बस क्षेत्ररक्षकों के हिसाब से खेल रहा था और तभी रन बनाने में सफल रहा। ’’गिल ने कहा कि आक्रामक रवैया अख्तियार करना स्वाभाविक था। उन्होंने कहा कि पारी को तेजी देना उनकी सफलता के लिये अहम रहा।

उन्होंने कहा, ‘‘यह बहुत ही स्वाभाविक (कुछ बाउंड्री लगाकर शतक तक पहुंचना) था। जब गेंदबाज ‘राउंड द विकेट’ आता है तो थर्ड मैन और प्वाइंट के बीच की जगह खाली होती है। मैं पूरी पारी के दौरान इस जगह पर नहीं खेला था। ’’

गिल और पुजारा के शतक, भारत ने बांग्लादेश को दिया 513 रन का लक्ष्य

प्रतिभाशाली सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल (110 रन) के पहले टेस्ट शतक और अनुभवी चेतेश्वर पुजारा (नाबाद 102 रन) के 19वें शतक की बदौलत भारत ने शुक्रवार को यहां पहले क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन बांग्लादेश को जीत के लिये 513 रन का लक्ष्य दिया जिसने स्टंप तक बिना विकेट गंवाये 42 रन बना लिये।

कुलदीप यादव के करियर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (40 रन देकर पांच विकेट) से बांग्लादेश की टीम सुबह पहली पारी में 55.5 ओवर में 150 रन पर आउट हो गई थी। भारतीय कप्तान केएल राहुल ने हालांकि 254 रन की बढ़त के बावजूद फॉलोऑन नहीं देने का फैसला किया।

स्टंप तक नजमुल हुसैन शांटो 25 और जाकिर हुसैन 17 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे। टीम अब भी 471 रन से पीछे है। भारतीय गेंदबाजी को देखते हुए बांग्लादेश के बल्लेबाजों के लिये दो दिन में इसे हासिल करना असंभव है।
गिल (10 चौके, तीन छक्के) और पुजारा ने बांग्लादेश के खिलाफ आसानी से रन जुटाये जिसमें उनके मुख्य तेज गेंदबाज इबादत हुसैन मौजूद नहीं थे जो पीठ की चोट के कारण बाहर हो गये।

पुजारा ने भी अपना सबसे तेज टेस्ट सैकड़ा जमाया और पिछले चार साल के शतक के सूखे को समाप्त किया। इसके तुरंत बाद ही कप्तान राहुल ने दूसरी पारी दो विकेट पर 258 रन पर घोषित कर दी।गिल अपनी पारी के दौरान दो बार पगबाधा फैसलों से बचे, हालांकि उन्होंने इन मौकों का फायदा उठाया और शानदार शॉट लगाये। इससे भारत ने चाय तक अपनी पकड़ मजबूत कर एक विकेट पर 140 रन बनाये थे।

गिल अंतिम सत्र में मेहदी हसन मिराज की गेंद को ऊंचा खेलने के प्रयास में आउट हुए। गिल और पुजारा के बीच दूसरे विकेट के लिये 113 रन की भागीदारी भी समाप्त हो गयी।गिल की आक्रामक बल्लेबाजी से पुजारा को भी क्रीज पर टिकने के लिये समय मिल गया और फिर उन्होंने 13 चौकों की मदद से अपना शतक पूरा किया। उन्होंने और विराट कोहली (नाबाद 19 रन) ने तीसरे विकेट के लिये नाबाद 75 रन जोड़े।


इससे पहले भारत ने लंच के बाद सत्र में एकमात्र विकेट कप्तान के एल राहुल (23 रन) के रूप में गंवाया जिन्होंने अपनी सतर्कता से बल्लेबाजी करने का रवैया कायम रखा।

भारत ने लंच के बाद सत्र में एकमात्र विकेट कप्तान के एल राहुल (23 रन) के रूप में गंवाया जिन्होंने अपनी सतर्कता से बल्लेबाजी करने का रवैया कायम रखा।गिल ने अपनी पारी के दौरान बाउंड्री लगाने के लिये हर तरह के शॉट खेले जिसमें कट, स्लॉग स्वीप, पुल और फ्लिक शॉट शामिल थे।

राहुल और गिल के बीच पहले विकेट के लिये 70 रन की भागीदारी का अंत खालिद अहमद ने किया। राहुल उनकी शॉर्ट गेंद को पुल करने के प्रयास में फाइन लेग बाउंड्री पर खड़े तैजुल इस्लाम को कैच देकर पवेलियन पहुंचे।
इस विकेट का गिल की लय पर कोई असर नहीं पड़ा और उन्होंने लंच के बाद भी अपना आक्रामक खेल जारी रखा। गिल ने 26वें ओवर में ऑफ स्पिनर मेहदी हसन मिराज की गेंद पर एक रन लेकर अपना अर्धशतक पूरा किया।अगले ही ओवर में गिल ने खालिद की शॉर्ट गेंद को स्क्वायर लेग बाउंड्री में भेजकर भारत की पारी का पहला छक्का जड़ा। गिल जहां अपने शॉट खेल रहे थे, वहीं पुजारा दूसरे छोर पर शांति से मजबूती से डटे रहे।राहुल और गिल ने पारी की शुरूआत में सतर्कता भरा रवैया जारी रखा जिससे लंच तक भारत ने बिना किसी नुकसान के 36 रन बना लिये थे।बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने दूसरे ही ओवर में स्पिनर तैजुल इस्लाम को गेंद सौंपी चूंकि तेज गेंदबाज इबादत हुसैन की कमर में दर्द था। गिल विवादित डीआरएस फैसले पर पगबाधा आउट होने से बचे।