मंगलवार, 19 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. क्रिकेट
  3. समाचार
  4. Ross Taylor picks a wicket on the last ball of his career
Written By
Last Updated : मंगलवार, 11 जनवरी 2022 (20:13 IST)

कप्तान ने थमाई गेंद और अपने टेस्ट करियर की आखिरी गेंद पर विकेट लिया रॉस टेलर ने (वीडियो)

कप्तान ने थमाई गेंद और अपने टेस्ट करियर की आखिरी गेंद पर विकेट लिया रॉस टेलर ने (वीडियो) - Ross Taylor picks a wicket on the last ball of his career
क्राइस्टचर्च: लोग कहते हैं कि Save Best for the Last, यानि कि सबसे अच्छा कार्य अंत के लिए बचा कर रखें। न्यूजीलैंड के मशहूर विकेटकीपर बल्लेबाज और कप्तान ब्रेंडम मक्कलम ने तो अपनी आखिरी टेस्ट पारी में सबसे तेज टेस्ट शतक का रिकॉर्ड बनाया था।

आज मक्कलम से ही प्रेरणा लेकर रॉस टेलर ने अपने टेस्ट करियर की अंतिम गेंद पर विकेट चटकाया।  टेलर ने अपने टेस्ट करियर का अंत इबादत हुसैन को आउट करके किया जिससे न्यूजीलैंड ने मंगलवार को यहां बांग्लादेश को पारी और 117 रन से हराकर दो मैच की श्रृंखला 1-1 से बराबर कर दी।

बांग्लादेश का नौवां विकेट गिरते ही हेगले ओवल में मौजूद दर्शकों ने टेलर का नाम लेना शुरू कर दिया और दर्शकों की बात को मानकर कप्तान टॉम लैथम ने उन्हें गेंद सौंपी।सैंतीस साल के टेलर की तीसरी ही गेंद पर इबादत ने न्यूजीलैंड के कप्तान को कैच थमा दिया जिससे 112 टेस्ट में इस अनुभवी खिलाड़ी ने अपना सिर्फ तीसरा टेस्ट विकेट हासिल किया।

टेलर ने इससे पहले 2010 में न्यूजीलैंड के भारत दौरे के दौरान हरभजन सिंह और एस श्रीसंत के रूप में दो विकेट हासिल किए थे। टेलर ने अपने पूरे टेस्ट करियर में सिर्फ 16 ओवर गेंदबाजी की। उन्होंने पिछली बार आठ साल पहले गेंद थामी थी।
इससे बेहतर विदाई नहीं हो सकती: टेलर

न्यूजीलैंड के अनुभवी बल्लेबाज रोस टेलर 15 साल के टेस्ट करियर की अंतिम गेंद पर विकेट और बांग्लादेश के खिलाफ श्रृंखला बराबर कराने वाली जीत से बेहतर विदाई की उम्मीद नहीं कर सकते थे और यह स्टार बल्लेबाज सहमत है कि यह शानदार रहा।

भावुक टेलर ने मैच के बाद आधिकारिक प्रसारणकर्ता से कहा, ‘‘करियर का अंत जीत और विकेट के साथ करना शानदार है, मैं जीत के साथ करियर खत्म करना चाहता था और खिलाड़ियों ने ऐसा किया। बांग्लादेश ने कई बार हमें काफी दबाव में डाला, यह उचित है कि हम इस श्रृंखला को साझा करेंगे।’’


टेलर ने कहा, ‘‘श्रृंखला शानदार रही- मैं सोच रहा था कि क्या कल हमें दोबारा मैदान पर उतरना होगा लेकिन खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया। अंत में यह थोड़ा रोचक हो गया, मैंने विकेट हासिल और टॉम ने कहा कि पूरे मैच में यह मेरे लिए सबसे अनमोल चीज रही। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का बेहद लुत्फ उठाया, यहां (क्राइस्टचर्च) में मैं काफी खेला, काफी समय बिताया और यह अंत करने का शानदार तरीका है।’’न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान टेलर का दर्शकों ने खड़े होकर अभिवादन किया। उन्हें मैच की गेंद सौंपी गई और बांग्लादेश के खिलाड़ियों ने उन्हें गार्ड आफ आनर दिया।

बल्लेबाजी में बनाए बड़े रिकॉर्ड

18,145 कुल अंतर्राष्ट्रीय रनों के साथ रॉस टेलर ने सभी अंतर्राष्ट्रीय प्रारूपों में न्यूजीलैंड के लिए पिछले सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ की तुलना में 2679 अधिक रन बनाए हैं। टेलर वर्तमान घरेलू अंतर्राष्ट्रीय सीज़न के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेंगे। बंगलादेश के ख़िलाफ़ आगामी सीरीज़ में वह आख़िरी बार टेस्ट क्रिकेट खेले। इसके बाद घर पर ऑस्ट्रेलिया और नीदरलैंड्स के ख़िलाफ़ वह अंतिम बार वनडे क्रिकेट में न्यूज़ीलैंड का प्रतिनिधित्व करेंगे।

टेलर ने न्यूजीलैंड के किसी भी बल्लेबाज़ की तुलना में अधिक टेस्ट रन, वनडे रन, वनडे शतक और कुल शतक बनाए हैं। यह एक ऐसे करियर को परिभाषित करता है जिसने लंबी उम्र को शानदार रन-स्कोरिंग के साथ जोड़ा है। उन्हें हमेशा दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ों में नहीं गिना जाता है लेकिन यह किसी भी तरह से न्यूज़ीलैंड क्रिकेट में उनके समग्र योगदान को कम नहीं करता है।

टेलर के टेस्ट करियर को तीन चरणों में बांटा जा सकता है। 2011 तक वह एक सक्षम, लेकिन असाधारण नहीं, मध्य क्रम के बल्लेबाज़ थे, जिनका औसत 33 मैचों में 40.81 था। वह 49.62 के औसत से घरेलू परिस्थितियों में शानदार थे, लेकिन विदेशी दौरों पर यह 32.58 पर आ गया। इसी तरह, 2018 की शुरुआत के बाद से उनकी वापसी प्रभावशाली नहीं रही है। औसत घटकर 34.36 हो गया है और घर से दूर उनका औसत केवल 25.82 है।

टेस्ट में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन उन दो चरणों के बीच के छह साल था। 2012 और 2017 के बीच टेलर 50 टेस्ट में 54.24 के औसत से दुनिया के शीर्ष बल्लेबाज़ों में से थे, जो केन विलियमसन और जो रूट से थोड़ा अधिक था। घर पर उनका औसत 64.92 था, जबकि विदेश में औसत बढ़कर 48.31 हो गया।

उन्होंने इस अवधि के दौरान ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ आउट हुए बिना 486 रन बनाए (122*, 173*, 124*, 67*), लेकिन बेहतर टीमों के ख़िलाफ़ उनकी कुछ महत्वपूर्ण पारियां भी थीं, जिसमें पर्थ में करियर का सर्वश्रेष्ठ 290 रन का स्कोर भी शामिल था और 142 श्रीलंका के ख़िलाफ़ कोलंबो में। इन छह वर्षों में 3000 से अधिक टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों में केवल छह का औसत टेलर से अधिक था। यह संख्या और भी अधिक विश्वसनीय है क्योंकि इस चरण में 2014-16 के आसपास की अवधि शामिल है , जब वह एक आंख की समस्या से जूझ रहे थे और स्विंग को समझने के लिए गेंदबाज़ के हाथ का अंदाज़ा नहीं लगा पा रहे थे। शायद यही कारण है कि उन्होंने 2014 में आठ टेस्ट मैचों में केवल 35.53 और 2015 में 42.4 का औसत निकाला।

टेस्ट में टेलर के नंबर अच्छे हैं, लेकिन उनके वनडे आंकड़े और भी बेहतर हैं। 217 पारियों में 48.20 का औसत अविश्वसनीय है। यह उन्हें 8000 से अधिक रन बनाने वाले 32 बल्लेबाज़ों में छठे स्थान पर रखता है और प्रारूप में उनके 21 शतक न्यूज़ीलैंड के लिए अगले सर्वश्रेष्ठ से 31% अधिक है, इसके बावजूद तथ्य यह है कि उन्होंने ज़्यादातर नंबर 4 पर बल्लेबाज़ी की और उन्हें सभी ओवर खेलने का मौक़ा नहीं मिला।