रविंद्र जड़ेजा ने जड़ी टेस्ट करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी, जड़े नाबाद 175 रन
रविंद्र जडेजा ने स्वयं को देश का शीर्ष आलराउंडर साबित करते हुए नाबाद 175 रन की बड़ी शतकीय पारी खेली जिससे भारत ने श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के दूसरे शनिवार को यहां चाय के विश्राम से ठीक पहले अपनी पहली पारी आठ विकेट पर 574 रन बनाकर समाप्त घोषित की।
जडेजा (228 गेंदों पर नाबाद 175 रन) ने अपने टेस्ट करियर का दूसरा शतक पूरा किया। उन्होंने अपनी पारी में 17 चौके और तीन छक्के लगाकर श्रीलंकाई आक्रमण को मजाक बनाकर रख दिया।जडेजा के लिये यह शतक काफी मायने रखता है क्योंकि घुटने की चोट के कारण वह इस सत्र में चार टेस्ट मैचों में नहीं खेल पाये थे।
जडेजा और रविचंद्रन अश्विन (82 गेंदों पर 61 रन) ने सातवें विकेट के लिये 130 रन जोड़े जिससे श्रीलंका की वापसी की संभावनाओं को भी करारा झटका लगा। अश्विन ने उपमहाद्वीप की पिचों पर बल्लेबाजी में अपना अच्छा रिकार्ड बरकरार रखते हुए 12वां अर्धशतक जमाया।
इन दोनों के शानदार प्रयास से भारत ने पहले सत्र में 27 ओवरों में 111 रन जोड़े। दूसरे सत्र में मोहम्मद शमी (34 गेंदों पर नाबाद 20) ने जडेजा का अच्छा साथ दिया। इन दोनों ने नौवें विकेट के लिये 103 रन की अटूट साझेदारी की जिसके बाद कप्तान रोहित शर्मा ने पारी समाप्त करने की घोषणा की।जडेजा ने बेहतरीन खेल दिखाया। उनके शॉट दर्शनीय थी जो श्रीलंका के कमजोर आक्रमण की कलई खोल रहे थे।
श्रीलंका के कप्तान दिमुथ करुणारत्ने ने रक्षात्मक क्षेत्ररक्षण लगाया जिससे पता लगता है कि उनकी टीम किस तरह से दबाव में है। इसका असर यह हुआ कि जडेजा और अश्विन ने आसानी से एक दो रन बटोरे और बीच बीच में चौके भी लगाये।
श्रीलंका को आखिर में लंबे इंतजार के बाद सुरंगा लखमल ने सफलता दिलायी जिनकी शार्ट पिच गेंद अश्विन के दस्ताने को चूमकर विकेटकीपर निरोसन डिकवेला के पास चली गयी। अश्विन ने अपनी पारी में आठ चौके लगाये।
लेकिन इससे जडेजा पर असर नहीं पड़ा। उन्होंने लेसिथ एम्बुलडेनिया की गेंद को कवर क्षेत्र में खेलकर एक रन लेकर अपना शतक पूरा किया और अपने चिर परिचित अंदाज में बल्ले को तलवार की तरह घुमाकर जश्न मनाया। भारत ने लंच के बाद जयंत यादव (दो) का विकेट गंवाया।