पाकिस्तान मैच प्रसारण को सीमा विवाद से न जोड़ें
नई दिल्ली। केंद्रीय खेल मंत्री विजय गोयल ने बुधवार को कहा कि मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में बड़ी स्क्रीन पर आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के पाकिस्तान सेमीफाइनल के प्रसारण को सीमा विवाद से जोड़कर न देखा जाए।
गोयल ने नेशनल स्टेडियम में चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल और फाइनल मैचों को दिखाने के लिए लगाई गई विशाल एलईडी स्क्रीन का उद्घाटन करने के बाद संवाददाताओं से कहा, हर जगह सकारात्मक और नकारात्मक खबरें दिखाई जाती हैं। हमने यह स्क्रीन चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल और फाइनल मैचों को सोचकर लगाई हैं। न कि यह सोचकर कि इसमें कौनसी टीमें खेल रही हैं।
उल्लेखनीय है कि खेल मंत्री कई बार यह कह चुके हैं कि जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देता रहेगा, तब तक उसके साथ द्विपक्षीय खेल संबंध संभव नहीं हैं।
खेल मंत्री ने कहा, स्क्रीन लगाना एक नया प्रयोग है। किसी को भी इसे किसी विवाद से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। हमने किसी को ध्यान में रखकर यह स्क्रीन नहीं लगाई है। हमारा मकसद इसके जरिये खेलों को बढ़ावा देना है और लोगों को स्टेडियमों में लाना है।
उन्होंने साथ ही उम्मीद जताई कि भारतीय टीम गुरुवार को होने वाले सेमीफाइनल में बांग्लादेश के खिलाफ जीत हासिल करेगी और फिर फाइनल जीतकर ट्रॉफी भी उठाएगी।
स्क्रीन के मकसद के बारे में बताते हुए खेल मंत्री ने कहा, देश में खेलों के प्रति लगातार रूझान बढ़ रहा है। खेल मंत्रालय ने यह सोचा है कि स्टेडियमों को खेलों के लिये हब बनाया गया है और हर स्टेडियम का पूरा इस्तेमाल हो। स्टेडियम की हर जगह का इस्तेमाल करने के उद्देश्य से हमने यहां नेशनल स्टेडियम के इस हिस्से में स्क्रीन लगाई है ताकि लोग यहां पर आकर मैच देख सकें और खाने-पीने का मजा भी उठा सकें। नेशनल स्टेडियम इंडिया गेट से सटा हुआ है और लोगों के लिए यहां पहुंचना आसान रहेगा।
नेशनल स्टेडियम में जब स्क्रीन का उद्घाटन किया गया तो इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच सेमीफाइनल मैच शुरू हो गया था। इस मैच को देखने के लिये स्टेडियम में क्रिकेट और हॉकी का अभ्यास करने वाले तमाम बच्चे अपना अभ्यास छोड़कर मैच देखने में मशगूल हो गए।
खेल मंत्री ने साथ ही कहा कि केवल इसी स्टेडियम में नहीं, बल्कि अन्य स्टेडियमों में भी अब स्थायी स्क्रीन लगाई जाएंगी, ताकि वहां लोग पहुंचकर अंतरराष्ट्रीय मैचों का आनंद ले सकें। घर में अकेले मैच देखने का कोई आनंद नहीं है और सब साथ मैच देखेंगे तो उन्हें ज्यादा मजा आयेगा। इससे खेलों को भी बढ़ावा मिलेगा।
इन मैचों के लिए प्रवेश निशुल्क रखा गया है। उन्होंने बताया कि नेशनल स्टेडियम में कुछ जगह को आर्ट गैलेरी के रूप में भी विकसित किया जाएगा। (वार्ता)