पूर्व ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर लेन मैडोक्स का निधन
मेलबोर्न। ऑस्ट्रेलिया के सबसे उम्रदराज टेस्ट खिलाड़ी पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज लेन मैडोक्स का निधन हो गया है। वे 90 वर्ष के थे।
गत वर्ष आर्थर मॉरिस के निधन के बाद मैडोक्स ऑस्ट्रेलिया के सबसे उम्रदराज जीवित टेस्ट क्रिकेटर थे। उन्होंने 1950 के दशक में अपने संक्षिप्त करियर में 5 टेस्टों में हिस्सा लिया था। मैडोक्स के निधन के बाद अब पूर्व ओपनिंग बल्लेबाज केन आर्चर देश के सबसे उम्रदराज क्रिकेटर बचे हैं।
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर को स्टम्प्स के पीछे उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए जाना जाता था और एक बार इसी कारण से उनकी उंगली में फ्रैक्चर हो गया गया था। वर्ष 1950 के दशक में मैडोक्स अन्य विकेटकीपर गिल लेंग्ली के बाद दूसरे अहम खिलाड़ी थे। मैडोक्स ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ कई दौरे किए लेकिन उन्हें अंतिम एकादश में बहुत कम ही मौके मिले।
मैडोक्स ने इंग्लैंड में 1954-55 में एमसीजी ग्राउंड में अपना टेस्ट पदार्पण किया था। इस मैच में उन्होंने पहली पारी में सर्वाधिक 47 रनों की पारी खेली। इसी सीरीज में उन्होंने एडिलेड ओवल टेस्ट में भी 69 रन की पारी दूसरी बड़ी पारी खेली थी। घरेलू क्रिकेट में भी काफी लोकप्रिय मैडोक्स ने विक्टोरिया और तस्मानिया टीमों के लिए कप्तानी की थी और उनका घरेलू करियर करीब 20 वर्षों तक चला।
उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर समाप्त होने के बाद भी क्लब क्रिकेट खेलना जारी रखा और 46 वर्ष की उम्र तक क्रिकेट से जुड़े रहे। उनके बेटे इयान भी विकेटकीपर हैं जिन्होंने विक्टोरिया के लिए 25 मैच खेले।
1926 में जन्मे मैडिक्स ने बाद में एसीबी बोर्ड सदस्य के रूप में भी भूमिका अदा की। वे वर्ष 1977 में एशेज सीरीज के लिए इंग्लैंड दौरे पर ऑस्ट्रेलियाई टीम के मैनेजर भी रहे थे। (वार्ता)