दुबई: लोकेश राहुल पिछले साल टी20 विश्व कप के दौरान मिली हार का बदला चुकता करने के लिये भारत के एशिया कप के शुरूआती मैच में पाकिस्तानी टीम के खिलाफ बतौर बल्लेबाज खुद को चुनौती देने के लिये तैयार हैं
राहुल ने 2022 में कोई भी टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है और उन्हें बतौर सलामी बल्लेबाज आक्रामक बल्लेबाजी करने की मानसिकता के साथ ही शुरुआत करनी होगी जो हाल के दिनों में टीम आजमा रही है।
उप कप्तान राहुल ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा, प्रत्येक टीम विश्व कप जैसे टूर्नामेंट में जीत के साथ शुरुआत करना चाहती है। दुर्भाग्य से पिछले साल हमारे साथ ऐसा नहीं हुआ। इसलिये एशिया कप में हमारे लिये बदला चुकता करने का बड़ा मौका होगा। हम इस मुकाबले के लिये बेताब हैं।
राहुल सर्जरी और कोविड-19 संक्रमण के कारण खेल से बाहर रहे थे। 30 साल के इस स्टार बल्लेबाज ने जिम्बाब्वे के खिलाफ वापसी की और तीन मैचों की वनडे श्रृंखला जीत में टीम की अगुआई की।
इंडियन प्रीमियर लीग में पिछले चार-पांच में काफी रन जुटाने वाले राहुल ने कहा, मैं इस टूर्नामेंट में खेलने से पहले आत्मविश्वास से भरा हूं और मैं अपने कौशल पर ध्यान लगा सकता हूं। यह मायने नहीं रखता कि मैं नेट में कितनी अच्छी बल्लेबाजी कर रहा हूं। मैं क्रीज पर खुद को चुनौती देना चाहता हूं और यह टूर्नामेंट मौका प्रदान करेगा।
उन्होंने कहा, मेरे लिये चोट से वापसी के बाद जिम्बाब्वे दौरा काफी अहम था। इस श्रृंखला से मुझे यह समझने में मदद मिली कि मैं कितना उबर गया हूं। इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ता है और क्रीज पर उतरने से आप हमेशा अपनी फॉर्म का आकलन कर सकते हो और आपका शरीर कैसा महसूस कर रहा है।
एशिया कप में भारत और पाकिस्तान 14 बार एक दूसरे के आमने सामने हो चुकी हैं जिसमें भारत 8 बार जीता है जबकि पाकिस्तान महज 5 जीत दर्ज कर सका है।
रविवार को रोहित शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय टीम के पास बढ़त बढ़ाने का मौका होगा।राहुल ने कहा, हम बहुत रोमांचित हैं। बतौर खिलाड़ी हम बड़े टूर्नामेंट में भारत-पाकिस्तान मैच के लिये उत्सुक रहते हैं। एक अच्छी टीम के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करना हम सभी के लिये यह शानदार चुनौती है।
उन्होंने कहा, हमने देखा है कि हमारी प्रतिद्वंद्विता का बड़ा इतिहास है। दोनों टीमों के बीच मैच कड़ी टक्कर देने वाले होते हैं। खिलाड़ी के तौर पर हम हमेशा एक दूसरे के खिलाफ खेलना चाहते हैं और यह हम सभी के लिये अच्छा मौका है।
राहुल ने कहा, प्रशंसकों की तरह ही हम भी भावनाओं से दूर नहीं रह सकते जो इन मैचों के दौरान स्वत: ही आ जाती है। जब हम युवा थे तो हमेशा इस तरह के मैच खेलना चाहते थे।
लेकिन जैसे ही खेल शुरू होता है, सब कुछ भुलाकर ध्यान अगली गेंद पर चला जाता है।उन्होंने कहा, मैं 2019 से इस तरह के मैचों का हिस्सा रह चुका हूं। एक बार जब आप मैदान में उतर जाते हो तो यह बल्ले और गेंद का खेल होता है। आप प्रतिद्वंद्वी को प्रतिद्वंद्वी के तौर पर ही देखते हो और अपना सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश करते हो।
केएल राहुल ना केवल पिछले भारत पाक टी-20 में सस्ते में एक बेहतरीन गेंद पर बोल्ड हो गए थे बल्कि हालिया फॉर्म भी खास नहीं है। जिम्बाब्वे के खिलाफ वह फॉर्म में वापसी नहीं कर पाए हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि अंतिम ग्यारह में उनकी जगह कैसे बनती है।