लॉर्ड्स के हॉनर बोर्ड पर नाम देखने पर ऐसा लगता है, राहुल ने रोहित से कही यह बात (वीडियो)
शुक्रवार को केएल राहुल भले ही अपने स्कोर में सिर्फ 2 रन बनाकर आउट हो गए हो लेकिन उन्होंने अपना नाम लॉर्ड्स के हॉनर बोर्ड पर लिखवा लिया है। लॉर्ड्स पर शतक बनाने वाले वह दसवें भारतीय बल्लेबाज हैं और तीसरे सलामी बल्लेबाज हैं। अपने शतक पर उन्होंने एक बातचीत के दौरान कई बातें साझा की जिसमे रोहित शर्मा भी उनके पास बैठे थे। यह वीडियो बीसीसीआई ने अपने ट्विटर हैंडल पर डाला।
राहुल ने कहा कि लार्ड्स मैदान पर शतक जड़ना और इस एतिहासिक मैदान के आनर्स बोर्ड पर अपना नाम देखना विशेष है। राहुल (129) ने मंगलवार को लार्ड्स पर अपना पांचवां टेस्ट शतक जड़ा लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि बड़ा शतक जड़ने और भारत को बड़े स्कोर तक पहुंचाने से चूकने से वह निराश हैं।
राहुल अपने गुरुवार के स्कोर में सिर्फ दो रन जोड़ पाए। उन्होंने शुक्रवार की दूसरी ही गेंद पर कवर में कैच थमाया।
इस सलामी बल्लेबाज ने कहा, जब मैं क्रीज पर जमने के बाद आउट हुआ तो हताश था। बेशक कल रात 270 रन बनाने के बाद यह (शुक्रवार) सुबह हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण थी और पहले सत्र में 70 से 80 रन बनाकर अच्छी शुरुआत करते। मैं यही करना चाहता था।
मौजूदा दौरे के साथ टेस्ट क्रिकेट में वापसी करने वाले राहुल ने दोनों हाथों से मौके का फायदा उठाया।
राहुल ने कहा, प्रत्येक प्रारूप में चुनौतियां हैं और खिलाड़ी होने के नाते हमें पता है कि चुनौतियां क्या हैं और इनसे निपटने के लिए हमें क्या करना है। लेकिन कभी कभी आप अच्छा प्रदर्शन करते हैं और कभी नहीं क्योंकि जब आप क्रीज पर उतरते हैं तो दबाव थोड़ा अलग होता है।
उन्होंने कहा, हां, एक दिवसीय क्रिकेट अलग है क्योंकि दो या तीन ओवर के बाद गेंद स्विंग होना बंद कर देती है। यहां तक कि घास वाली पिच पर भी 5 से 10 ओवर ही गेंद स्विंग करती है लेकिन टेस्ट क्रिकेट में यह पूरी तरह अलग है। यह अनुशासन और कमजोर गेंद का इंतजार करने से जुड़ा होता है। अधिक से अधिक धैर्य रखना होता है और शॉट चयन में अनुशासन रखना होता है।
रोहित ने कहा राहुल के साथ पारी से पहले कोई चर्चा नहीं हुई थी
वहीं उनके साथ शतकीय साझेदारी करने वाले रोहित शर्मा ने कहा, टेस्ट क्रिकेट की यही चुनौती है। आप भले ही बहुत सारे शॉट खेलते हो लेकिन जब आप जानते हो कि परिस्थितियां आपके खिलाफ है तो आपको खुद पर संयम बनाते हुए उन शॉट को कम खेलना होता है जो गैर जरूरी हो विशेषकर नयी गेंद से।
उन्होंने कहा, एक बार आप जब खेलने लगते हो और आपको पिच और स्थितियों का अंदाजा हो जाता है तो आप इनमें से कुछ शॉट को खेलने की कोशिश कर सकते हो। हम यहां की परिस्थितियों का सम्मान करते हुए खेले लेकिन यह भी जरूरी है कि हम अपनी योजना के अनुसार खेलें। हमने बल्लेबाजी ग्रुप के तौर पर इसमें काफी अच्छा किया है - आस्ट्रेलिया दौरे से लेकर आज तक।
उन्हें लगता है कि अब बल्लेबाज अपनी भूमिका को बेहतर तरीके से जानते हैं। उन्होंने कहा, हमारे बल्लेबाज अब अपनी भूमिका को जानते हैं जो सबसे अहम चीज होती है और मुझे लगता है कि वे अपनी भूमिकाओं के हिसाब से खेल रहे हैं।
यह पूछने पर कि उनके और केएल के बीच क्या चर्चा हुई क्योंकि वे पहली बार इंग्लैंड में पारी का आगाज कर रहे थे तो उन्होंने कहा, ईमानदारी से कहूं तो कोई चर्चा नहीं हुई थी क्योंकि केएल को पहला मैच नहीं खेलना था, मयंक (अग्रवाल) को उस मैच में खेलना था।
रोहित ने कहा, दुर्भाग्य से उसके (मयंक) के सिर में चोट लग गयी और कनकशन के कारण वह नहीं खेले जिसके बाद केएल आये। जब हम बल्लेबाजी के लिये उतरे तो हम चर्चा कर रहे थे कि हमें क्या करने की जरूरत है। इसी तरह की चीजें। हां, टेस्ट क्रिकेट में मैं पहली बार केएल के साथ खेला हूं लेकिन मैं उसके साथ कई बार बल्लेबाजी कर चुका हूं।