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Last Updated : रविवार, 23 अगस्त 2020 (21:16 IST)

कैलिस, जहीर अब्बास, स्टालेकर ICC 'हॉल ऑफ फेम' में शामिल

कैलिस, जहीर अब्बास, स्टालेकर ICC 'हॉल ऑफ फेम' में शामिल - Kallis, Zaheer Abbas, Sthalekar inducted into ICC Hall of Fame
दुबई। दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज ऑलराउंडर जाक कैलिस (Jacques Kallis), पाकिस्तान के महान बल्लेबाज जहीर अब्बास (Zaheer Abbas) और पुणे में जन्मी ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान लिसा स्टालेकर (Lisa Sthalekar) को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने ऑनलाइन समारोह में हॉल ऑफ फेम (Hall of Fame) में शामिल किया।
 
क्रिकेट में बेहतरीन ऑलराउंडरों में से एक कैलिस ने दक्षिण अफ्रीका की तरफ से 1995 से लेकर 2014 तक 166 टेस्ट, 328 वनडे और 25 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। यह 44 वर्षीय खिलाड़ी दक्षिण अफ्रीका की तरफ से टेस्ट (13,289 रन) और वन डे (11,579 रन) में सर्वाधिक रन बनाने वाला बल्लेबाज है। उन्होंने इसके अलावा तेज गेंदबाज के रूप में टेस्ट में 292 और वनडे में 273 विकेट हासिल किए।
कैलिस दुनिया के एकमात्र खिलाड़ी हैं, जिन्होंने टेस्ट और वनडे दोनों प्रारूपों में 10 हजार से अधिक रन बनाने के अलावा 250 से अधिक विकेट भी चटकाए। आईसीसी ने कोविड-19 महामारी के कारण वर्चुअल समारोह का आयोजन किया। इसमें कैलिस के अलावा लंबे समय तक उनके साथी रहे शॉन पोलाक और भारतीय दिग्गज सुनील गावस्कर ने भी हिस्सा लिया।
 
कैलिस ने आईसीसी की विज्ञप्ति में कहा, ‘जब मैंने खेलना शुरू किया था तो मैंने कभी इसकी उम्मीद नहीं की थी। निश्चित तौर पर मैं किसी सराहना या किसी अन्य चीज के लिए नहीं खेला। मैं जिसके लिए भी खेलूं बस उसी के लिए मैच जीतना चाहता था।’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन खेल में सफल होने पर मान्यता मिलना अच्छा है, यह अच्छा है कि आपने खेल में जो हासिल किया उसके लिए लोग आपको मान्यता दें, इस पर मुझे गर्व है।’
कैलिस दक्षिण अफ्रीका के चौथे जबकि अब्बास पाकिस्तान के छठे खिलाड़ी हैं जिन्हें हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया है। स्टालेकर ऑस्ट्रेलिया की 27वीं खिलाड़ी, नौवीं महिला खिलाड़ी और अपने देश की पांचवीं महिला क्रिकेटर हैं, जिन्हें इस सूची में जगह मिली। इस सूची में अब तक कुल 93 खिलाड़ियों को शामिल किया गया है। संन्यास ले चुके खिलाड़ी अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के पांच साल बाद इस सूची में जगह बनाने के पात्र होते हैं।
 
आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल पूर्व खिलाड़ियों के अलावा मीडिया, आईसीसी और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर्स संघों के महासंघ (फिका) के प्रतिनिधि इस सूची में शामिल होने वालों का चयन करते हैं। आईसीसी हॉल ऑफ फेम में 2009 में शामिल होने वाले गावस्कर ने कहा, ‘वह एक विशाल व्यक्तित्व है। यह शब्द उन पर अच्छी तरह से जंचता है। वह आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होने के सच्चे हकदार थे।’
गावस्कर ने महिला क्रिकेटर स्टालेकर की भी तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘यह अच्छा है कि एक और ‘कर’ आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल हो गया है। शानदार। आप केवल ऑस्ट्रेलिया ही नहीं भारत में भी प्रेरणा स्रोत हो।’ स्टालेकर ने आस्ट्रेलिया की तरफ से आठ टेस्ट, 125 वनडे और 54 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले।
 
स्टालेकर ने कहा, ‘यह सम्मान हासिल करके मैं काफी खुश हूं। मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं इन दिग्गज खिलाड़ियों की सूची में जगह बनाऊंगी।’ इस समारोह में जिस तीसरे क्रिकेटर को हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया, वह जहीर अब्बास थे जिन्हें एशियाई ब्रैडमैन कहा जाता है।
 
गावस्कर ने कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं। इसका उनसे अधिक हकदार कोई अन्य नहीं था। मुझे नहीं पता कि उन्हें यह सम्मान मिलने में इतनी देर क्यों हुई। लेकिन देर आए दुरस्त आए। जब आप उन्हें बल्लेबाजी करते हुए देखते थे तो बहुत आनंद आता था, भले ही वह आपके खिलाफ ही क्यों नहीं खेल रहे हों।’
जहीर अब्बास ने पाकिस्तान की तरफ से 78 टेस्ट मैचों में 5062 रन और 62 वनडे में 2572 रन बनाए। वह प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 100 से अधिक शतक लगाने वाले एकमात्र एशियाई बल्लेबाज हैं। लगातार तीन एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय शतक लगाने वाले अब्बास ने आईसीसी के बयान में कहा, ‘आईसीसी क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में जगह बनाकर मैं काफी सम्मानित महसूस कर रहा हूं। अन्य दिग्गज क्रिकेटरों की सूची में जगह बनाकर मैं रोमांचित हूं।’
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