लीड्स: जॉनी बेयरस्टो (नाबाद 130) के शानदार शतक और उनकी पदार्पण टेस्ट खेल रहे जेमी ओवर्टन (नाबाद 89) के साथ सातवें विकेट के लिए 209 रन की जबरदस्त साझेदारी की बदौलत इंग्लैंड ने खराब शुरुआत से उबरते हुए न्यूज़ीलैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन स्टंप्स तक छह विकेट पर 264 रन का सम्मानजनक स्कोर बना लिया।
बेयरस्टो ने सीरीज में लगातार दूसरा शतक बनाया और स्टंप्स तक वह 126 गेंदों में 21 चौकों की मदद से 130 रन बनाकर क्रीज पर थे। उनके साथ विकेट पर जमे ओवर्टन 106 गेंदों में 12 चौकों और दो छक्कों के सहारे 89 रन बनाकर खेल रहे हैं। इंग्लैंड अभी न्यूज़ीलैंड के पहली पारी के 329 रन के स्कोर से 65 रन पीछे है।
इससे पहले न्यूज़ीलैंड ने कल के पांच विकेट पर 225 रन से आगे खेलना शुरू किया और उसकी पारी 329 रन पर समाप्त हुई। डैरिल मिशेल ने 78 से आगे खेलते हुए 228 गेंदों में नौ चौकों और तीन छक्कों की मदद से 109 रन बनाये जबकि टॉम ब्लंडेल 45 रन से आगे खेलते हुए 55 रन बनाकर आउट हुए।
टिम साउदी ने 33 रन बनाकर मिशेल का अच्छा साथ दिया जिससे कीवी टीम का स्कोर 329 रन पहुंच सका। इंग्लैंड की ओर से स्टुअर्ट ब्रॉड ने 62 रन पर तीन और जैक लीच ने 100 रन देकर पांच विकेट लिए।
बिना किसी दबाव के खेल रहा हूं : बेयरस्टोन्यूज़ीलैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट में विस्फोटक शतक लगाने वाले जॉनी बेयरस्टो ने अपनी शानदार फॉर्म का राज़ बताते हुए कहा है कि वह दिमाग पर कोई भी बोझ लिये बिना अपना स्वाभाविक खेल खेल रहे हैं।
तीसरे टेस्ट की पहली पारी में न्यूज़ीलैंड के 329 रन बनाने के बाद इंग्लैंड 55 रन पर 6 विकेट खो चुकी थी और कीवी मैच पर पूरी तरह हावी थे, मगर बेयरस्टो ने न सिर्फ डेब्यूटांट जेमी ओवरटन के साथ 209 रन की नाबाद साझेदारी कर टीम को दबाव से निकाला, बल्कि विस्फोटक बल्लेबाजी करते हुए कीवी गेंदबाजों का मनोबल भी तोड़ दिया।
दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक बेयरस्टो 126 गेंदों पर 21 चौकों की मदद से 130 रन बना चुके हैं। उनके साथी ओवरटन ने भी 106 गेंदों पर 89 रन बना लिये हैं और इंग्लैंड 264/6 के स्कोर पर पहुंच गयी है।
बेयरस्टो ने दिन का खेल समाप्त होने के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मैं हमेशा से इस तरह खेलने की क्षमता रखता हूं। मेरा खयाल है कि यह मेरा व्यक्तित्व है जो अब उभर कर आ रहा है। मैं अब क्रीज पर ज्यादा सहज महसूस कर रहा हूं, मुझपर कोई खास दबाव नहीं है।”
बेयरस्टो ने इससे पहले ट्रेंट ब्रिज टेस्ट में भी शानदार शतक जड़ा था, जिसकी बदौलत इंग्लैंड ने 50 ओवर के अंदर ही 299 रन के लक्ष्य को हासिल कर लिया था। उन्होंने कहा, “मैं युवा जॉनी बन गया हूं, जहां मैं गेंद को देख पा रहा हूं। कई बार कई तरह की चीज़ों पर बकवास की जाती है, कई बार ये आपके दिमाग में घर कर जाती हैं। मुझे उन लोगों की बातें सुननी हैं जो मेरे लिये मायने रखते हैं और अभी मैं वही कर रहा हूं। मेरे लिये सबसे जरूरी है कि मैं अपने अंदाज में खेलूं।”बेयरस्टो ने कहा कि बेन स्टोक्स की कप्तानी और ब्रेंडन मैकुलम की कोचिंग में टीम चीजों को सरल रखने की कोशिश कर रही है।
टेस्ट क्रिकेट में 10 शतक लगा चुके बेयरस्टो ने कहा, “आप या तो अपना स्वाभाविक खेल खेल सकते हैं, या वैसे खेल सकते हैं जैसे क्रिकेटर सालों से खेलते आये हैं, लेकिन आपको मैच का रुख बदलने की जरूरत होती है।”
दूसरे दिन चाय तक इंग्लैंड 91/6 पर खेल रही थी। जब बेयरस्टो से पूछा गया कि तीसरे सत्र से पहले उन्हें क्या निर्देश दिये गये, तो उन्होंने कहा, “गुड लक, मैच का आनंद लो। सिर्फ इतना ही कहा गया था।”
बेयरस्टो के शब्द इंग्लैंड के नये मंत्र को प्रतिबिंबित करते हैं।