रोटेशन पॉलिसी ने किया बेड़ा गर्क, फिर भी जो रूट कर रहे हैं बचाव
चेन्नई: इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने मंगलवार को यहां दूसरे टेस्ट में भारत के खिलाफ 317 रन से करारी शिकस्त झेलने के बाद रोटेशन नीति और टीम चयन को दोष देने से इनकार करते हुए कहा कि उनके पास सक्षम खिलाड़ियों का शानदार दल है।
इंग्लैंड के बल्लेबाज भारतीय स्पिनरों का सामना करने में नाकाम रहे जिससे चार मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर हो गयी है।
रूट ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, मेरा काम यहां मौजूद खिलाड़ियों के हमारे दल का प्रबंधन करना है। मैं अपनी पूरी क्षमता से ऐसा करने की कोशिश कर रहा हूं। मुझे लगता है कि हमारे पास कुछ शानदार खिलाड़ी हैं जो यहां जीतने में सक्षम है।
उन्होंने कहा, टीम का चयन होने के बाद यह मेरी जिम्मेदारी है कि उनसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन लिया जाये और अधिक से अधिक मैच जीता जाए।कई पूर्व दिग्गजों ने इंग्लैंड की रोटेशन नीति की आलोचना की जिसके तहत उन्हें जेम्स एंडरसन और जोस बटलर जैसे प्रभावशाली खिलाड़ियों को आराम दिया गया। दूसरे टेस्ट में आठ विकेट लेने वाले ऑफ स्पिनर मोईन अली भी स्वदेश वापस जा रहे है।
रूट ने कहा, यह मुश्किल और चुनौतीपूर्ण है लेकिन अभी के समय में सब कुछ ऐसा ही है। कोविड-19 महामारी के दौर में हम जितना क्रिकेट खेल रहे है उसमें हमें सभी चीजों का प्रबंधन करना है।आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में जगह पक्की करने के लिए इंग्लैंड को अब श्रृंखला के बाकी दोनों मैचों को जीतना होगा।
उन्होंने अगले मुकाबले के लिए कहा, हम पूरे दल को देखकर यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगे कि अंतिम 11 खिलाड़ियों से खुश रहे और वे गुलाबी गेंद से दूधिया रोशनी में अच्छा कर सकें। वह ऐसी टीम होगी जो परिस्थितियों का फायदा उठा सके।
उन्होंने कहा, हां मोईन अली घर वापस जाना चाहते थे। उनके लिये यह काफी मुश्किल समय था। अगर खिलाड़ी जैव-सुरक्षित माहौल से बाहर जाना चाहते है तो उनके पास एक विकल्प है। उम्मीद है वह अच्छा महसूस करेंगे।
मोईन कोविड-19 की चपेट में आने के कारण श्रीलंका दौरे पर मैदान पर नहीं उतर सकें थे।आर्चर के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, उनकी वापसी की संभावना है। वह पिछले कुछ दिनों से अभ्यास कर रहे है और चयन के लिए उपलब्ध है।(भाषा)