कुछ महीने पहले की ही बात है, भारत और न्यूजीलैंड एक दूसरे के खिलाफ पहले आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में हेडिंग्ले में आमने सामने थी। टेस्ट के 4 दिन तक पलड़ा कभी इधर झुक रहा था तो कभी उधर। लेकिन अंतिम दिन न्यूजीलैंड ने गेंद और बल्ले से बाजी मारकर टीम इंडिया को 8 विकटों से धाराशाही कर दिया।
अब उस खिताबी हार के करीब 5 महीने बाद भारत को आईसीसी टेस्ट चैंपियन टीम को अपने घर में मात देने की चुनौती होगी। हालांकि आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में यह दोनों टीमों ने इंग्लैंड के मैदान पर दो दो हाथ किए थे। जो कि तेज गेंदबाजी के लिए अनूकूल मानी जाती है। वहीं भारत की पिच स्पिन गेंदबाजी के लिए अनूकूल मानी जाती है।
भारत के पास रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल जैसे गेंदबाज तो मौजूद है लेकिन बहुत से सीनियर खिलाड़ियों को इस सीरीज से कार्यभार प्रबंधन के तहत आराम दिया गया है।
हाल ही में टी20 कप्तान बने और टेस्ट के नियमित सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा, विकेटकीपर ऋषभ पंत और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी को कानपुर (25 से 29 नवंबर) और मुंबई (तीन से सात दिसंबर) में दो टेस्ट मैचों के लिये आराम दिया गया है।
इसके अलावा कप्तान विराट कोहली खुद पहले टेस्ट में गैर मौजूद रहेंगे और मुंबई में होने वाले दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया से जुड़ेगे। कानपुर में होने वाले पहले टेस्ट में अजिंक्य रहाणे के हाथ में टीम इंडिया की कमान होगी।
ऐसे में नजरें इस बात पर भी रहने वाली है कि कहीं कार्यभार प्रबंधन देखने के चक्कर में टीम मैनेजमेंट ने अगली आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप को तो हल्के में नहीं ले लिया है। क्योंकि यह दो टेस्ट सीरीज इस चैंपियनशिप के अंतर्गत ही खेली जानी है।
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में हर बड़ी टीम, जिसमें भारत, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और इंग्लैंड शामिल है घर पर ज्यादा से ज्यादा मैच जीतने की कोशिश करती है ताकि अगर विदेशी दौरे में कुछ ऊंच नीच हो तो कुल अंक तालिका में असर नहीं पड़े।
लेकिन भारत के कुल 5 सीनियर खिलाड़ी कानपुर में होने वाले पहले टेस्ट में नहीं खेलेंगे जो जून में हुए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल का भी हिस्सा थे। ऐसे में अगर न्यूजीलैंड स्पिन के खिलाफ थोड़ा बेहतर भी खेल दिखाता है तो स्थिती न्यूजीलैंड के पक्ष में हो सकती है।
कौन करेगा सलामी बल्लेबाजी?दिलचस्प बात है कि टीम में सभी तीनों सलामी बल्लेबाज - केएल राहुल, अग्रवाल और शुभमन गिल - अपने करियर में कहीं न कहीं टेस्ट मैच और प्रथम श्रेणी मैचों में मध्यक्रम में बल्लेबाजी कर चुके हैं।ऐसी संभावना है कि मध्यक्रम में अय्यर नहीं बल्कि अग्रवाल खेलेंगे।
मध्यक्रम के बल्लेबाज फॉर्म में नहींमध्यक्र में अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा थोड़े भरोसेमंद बल्लेबाज लगते हैं लेकिन दोनों का फॉर्म अभी साथ नहीं दे रहा है। अजिंक्य रहाणे के बल्ले के साथ लय की समस्या है। उन्होंने पिछले साल मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक बनाने के बाद कोई बड़ी पारी नहीं खेली है।
वहीं चेतेश्वर पुजारा का बल्ला भी रूठा हुआ है। उनके बल्ले से आखिरी टेस्ट शतक 2019 में आया था। इसके बाद से उऩ्होंने भी बीच बीच में उपयोगी पारी खेली है लेकिन बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं। खासकर भारतीय पिच पर उन्होंने काफी निराश किया है। उन्होंने इस साल इंग्लैंड के विरूद्ध चेन्नई के चिन्नास्वामी मैदान पर 77 रनों की पारी खेली थी, इसके अलावा वह कोई अर्धशतक नहीं लगा सके हैं।
पूरा दारोमदार स्पिन गेंदबाजी परभारतीय चयनकर्ताओं की सोच से यह लगता है कि वह स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल पर काफी निर्भर है जिनकी बदौलत भारत ने इंग्लैंड को घरेलू सीरीज में एकतरफा अंदाज में हरा दिया था। लेकिन दो टेस्ट में से अगर एक में भी इन दोनों गेंदबाजों को पिच से मदद नहीं मिलती है तो भारत को अंत में आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की अंक तालिका में कुछ अंक खोने पड़ सकते हैं।
भारतीय टेस्ट टीम इस प्रकार है : अजिंक्य रहाणे (कप्तान), केएल राहुल, मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा (उप कप्तान), शुभमन गिल, श्रेयस अय्यर, ऋद्धिमान साहा (विकेटकीपर), केएस भरत (विकेटकीपर), रविंद्र जडेजा, आर अश्विन, अक्षर पटेल, जयंत यादव, ईशांत शर्मा, उमेश यादव, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा।