कोलकाता:कोलकाता के इडन गार्डन्स मैदान पर टीम इंडिया जीत के साथ साथ प्रयोग करने उतरी थी। बाद में बल्लेबाजी करते वक्त तो टीम इंडिया जीत ही जाती थी लेकिन पहले बल्लेबाजी करते वक्त उतनी सफलता नहीं मिलती थी। आज भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड को तीसरे टी-20 में 73 रनों से मात देकर ना केवल जीत हासिल की लेकिन अगले टी-20 विश्वकप के लिए आत्मविश्वास भी हासिल किया।
कप्तान रोहित शर्मा के धमाकेदार अर्धशतक और पुछल्ले बल्लेबाजों के उपयोगी योगदान तथा अक्षर पटेल की बलखाती गेंदों के सहारे भारत ने न्यूजीलैंड को तीसरे और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में रविवार को यहां 73 रन से करारी शिकस्त देकर तीन मैचों की श्रृंखला में क्लीन स्वीप किया।
रोहित ने लगातार तीसरे मैच में टॉस जीता लेकिन इस बार उन्होंने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। भारत ने सात विकेट पर 184 रन बनाये और फिर न्यूजीलैंड को 17.2 ओवर में 111 रन पर ढेर कर दिया। भारत ने जयपुर में पहला मैच पांच विकेट और रांची में दूसरा मैच सात विकेट से जीता था।
रोहित ने 31 गेंदों पर पांच चौकों और तीन छक्कों की मदद से 56 रन बनाये और इशान किशन (21 गेंदों पर 29 रन) के साथ पावरप्ले में 69 रन जोड़े लेकिन सैंटनर (27 रन देकर तीन) ने इसके बाद न्यूजीलैंड को वापसी दिलायी।
ऐसे में श्रेयस अय्यर (20 गेंदों पर 25 रन) और वेंकटेश अय्यर (15 गेंदों पर 20 रन) की 36 रन की साझेदारी तथा हर्षल पटेल (11 गेंदों पर 18 रन) और दीपक चाहर (आठ गेंदों पर नाबाद 21 रन) के योगदान से टीम मजबूत स्कोर तक पहुंची। भारतीय पुछल्ले बल्लेबाजों ने अंतिम पांच ओवरों में 50 रन जुटाये।
अक्षर (तीन ओवर में नौ रन देकर तीन विकेट) के सामने न्यूजीलैंड के बल्लेबाज बगलें झांकते नजर आये। मार्टिन गुप्टिल ने शुरू में जीवनदान मिलने के बाद 36 गेंदों पर चार चौकों और चार छक्कों की मदद से 51 रन बनाये लेकिन इससे परिणाम पर कोई असर नहीं पड़ा। न्यूजीलैंड के केवल तीन बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे। हर्षल पटेल (तीन ओवर में 26 रन देकर दो) ने फिर से विकेट लेने का अपना कौशल दिखाया।
दीपक चाहर (26 रन देकर एक) ने दूसरे ओवर में अपनी ही गेंद पर गुप्टिल का हवा में लहराता कैच छोड़ा लेकिन रोहित ने इसके बाद अक्षर को गेंद सौंपी जिन्होंने बेहतरीन गेंदबाजी की। उन्होंने दूसरे सलामी बल्लेबाज डेरिल मिशेल (पांच) के अलावा मार्क चैपमैन (शून्य) और ग्लेन फिलिप्स (शून्य) को पावरप्ले में ही पवेलियन भेज दिया।
गुप्टिल के चाहर, युजवेंद्र चहल (26 रन देकर एक) और भुवनेश्वर कुमार पर लगाये गये छक्कों से न्यूजीलैंड पहले छह ओवर में तीन विकेट पर 37 रन तक पहुंचा। रोहित ने गेंदबाजी में बदलाव किये लेकिन चहल वापसी पर जलवा नहीं दिखा पा रहे थे। गुप्टिल ने उन पर छक्का जड़ने के बाद अक्षर पर चौके से 33 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया।
चहल ने हालांकि अगले ओवर में उन्हें सीमा रेखा पर सूर्यकुमार यादव के हाथों कैच करा दिया। टिम सीफर्ट (17) रन आउट हो गये जबकि ऋषभ पंत ने जिम्मी नीशाम (तीन) का शानदार कैच लपका जिससे भारत की जीत औपचारिकता रह गयी। वेंकटेश अय्यर (12 रन देकर एक) ने एडम मिल्ने (सात) के रूप में अपने करियर का पहला विकेट लिया जबकि चाहर ने अपनी गेंद पर लॉकी फर्गुसन (14) का कैच लेकर कीवी पारी का अंत किया।
इससे पहले रोहित ने अपने पसंदीदा मैदान पर बल्लेबाजी के लिये अनुकूल पिच पर ट्रेंट बोल्ट (31 रन देकर एक) के पहले ओवर में ही दो चौके जड़कर अपने इरादे जतला दिये थे। मुंबई इंडियन्स के अपने इस साथी के अगले ओवर में उन्होंने गेंद छह रन के लिये भेजी और फिर लॉकी फर्गुसन (45 रन देकर एक) पर दो छक्के लगाकर अपने टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर में छक्कों की संख्या 150 पर पहुंचायी।
केएल राहुल की जगह अंतिम एकादश में लिये इशान ने इस बीच एडम मिल्ने (47 रन देकर एक) को निशाने पर रखा जिससे भारत पावरप्ले में मजबूत स्कोर तक पहुंचा, लेकिन इसके बाद स्पिनरों ने गेंद संभाली और भारतीय पारी का रुख पलट दिया। सैंटनर ने गेंद संभालते इशान, नये बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव (शून्य) और ऋषभ पंत (चार) के विकेट लेकर स्कोर तीन विकेट पर 83 रन हो गया।
इसका दबाव स्पष्ट दिख रहा था। रोहित ने सैंटनर के तीसरे ओवर में थर्डमैन पर चौका लगाकर टी20 अंतरराष्ट्रीय में 26वां अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने इस प्रारूप में 30वीं बार 50 रन से अधिक का स्कोर बनाया और इस प्रकार विराट कोहली (29) का रिकार्ड तोड़ा। लेग स्पिनर ईश सोढ़ी (31 रन देकर एक) ने हालांकि इसके तुरंत बाद अपनी ही गेंद पर उनका एक हाथ से शानदार कैच लिया।
भारत को इस स्थिति से उबारने का जिम्मा दो अय्यर पर था। वेंकटेश ने सोढ़ी पर मिडविकेट क्षेत्र में लंबा छक्का लगाया, लेकिन बोल्ट ने उन्हें धीमी गेंद के जाल में फंसाकर लांग ऑन पर कैच करा दिया। श्रेयस ने मिल्ने के अगले ओवर में यही गलती की।
निचले क्रम में हर्षल पटेल ने हिटविकेट होने से पहले फर्गुसन पर छक्का लगाया जबकि चाहर ने अंतिम ओवर में मिल्ने पर दो चौकों के अलावा 95 मीटर लंबा छक्का भी लगाया।