केपटाउन। दक्षिण अफ्रीका की धरती पर पहली बार कोई द्विपक्षीय सीरीज जीतकर इतिहास रचनी वाली भारतीय क्रिकेट टीम शनिवार को मेजबान टीम के खिलाफ होने वाले तीसरे और निर्णायक ट्वंटी-20 मैच जीतकर सीरीज भी अपने नाम करने के इरादे से मैदान पर उतरेगी।
छह मैचों की वनडे सीरीज को 5-1 से जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम ने तीन मैचों की ट्वंटी-20 सीरीज के पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका को 28 से रन हराकर सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली थी। हालांकि दक्षिण अफ्रीका ने दूसरे मैच में शानदार वापसी करते हुए छह विकेट से जीत दर्ज कर सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली। लेकिन अब दोनों टीमें शनिवार को होने वाले आखिरी मैच को जीतकर सीरीज अपने नाम करना चाहेगी।
भारत ने रविवार को सीरीज के पहले मैच में शिखर धवन के 72 रन की बदौलत तीन विकेट पर 203 रन का विशाल स्कोर बनाया था और फिर तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार के 24 रन पर पांच विकेट दम पर मेजबान टीम को नौ विकेट पर 175 रन पर रोककर 28 रन से मैच जीत लिया था।
मेहमान भारत ने दूसरे मैच में मनीष पांडेय नाबाद के 79 और महेंद्रसिंह धोनी के नाबाद 52 के आक्रामक अर्धशतकों की मदद से चार विकेट पर 188 रन का मजबूत स्कोर बनाया था, जिसे दक्षिण अफ्रीका ने विकेटकीपर हेनरिक क्लासेन और कप्तान जेपी डुमिनी के अर्धशतकों की बदौलत आठ गेंद शेष रहते चार विकेट पर 188 रन बनाकर छह विकेट से मैच जीतकर सीरीज 1-1 से बराबरी कर ली थी।
भारत के लिए सबसे अच्छी बात यह है कि कप्तान विराट खुद आगे आकर टीम का नेतृत्व कर रहे हैं। विराट वनडे सीरीज में 558 रन बनाकर मैन ऑफ द सीरीज रहे थे। विराट ने ट्वंटी-20 सीरीज के पहले मैच में 26 और दूसरे में केवल एक रन बनाए थे। लेकिन उनके अच्छी बात यह है कि क्रिकेट के इस छोटे प्रारूप में ओपनर शिखर धवन, पूर्व कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्रसिंह धोनी तथा मनीष पांडे फार्म में है।
गेंदबाजों में वनडे सीरीज में असाधारण प्रदर्शन करने वाले कलाई के स्पिनर युजवेंद्र चहल ट्वंटी-20 में थोड़े महंगे साबित हो रहे हैं। चहल को पहले मैच में केवल एक मिला था। दूसरे मैच में भी उन्हें निराशा हाथ लगी थी और उन्होंने चार ओवर में बिना किसी विकेट के 64 रन लुटा दिए थे। लेकिन चहल अपने वनडे के प्रदर्शन को याद कर सीरीज के आखिरी और निर्णायक मैच में वापसी कर सकते हैं।
वहीं दक्षिण अफ्रीका के नियमित कप्तानों की गैर मौजूदगी में टीम की कमान संभाल रहे जेपी डुमिनी चाहेगे कि वह इस निर्णायक मैच को जीतकर अपनी कप्तानी में टीम को सीरीज दिलाएं। नियमित विकेटकीपर क्विंटन डीकॉक की जगह टीम में शामिल किए गए हेनरिक क्लासेन ने दोनों मैचों में विजयी पारी खेली है और टीम को तीसरे मैच में भी उनसे ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
लेकिन, किलर मिलर के नाम से मशहूर डेविड मिलर और जे स्मट्स के बल्ले से रन न निकल पाना मेजबान टीम को संकट में डाल सकता है। मिलर और स्मट्स ने पिछले दो मैचों में क्रमश: 5, 9 और 2, 14 रन ही बनाए हैं।
गेंदबाजों में ट्वंटी-20 सीरीज से अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले मध्यम तेज गेंदबाज जूनियर डाला ने पिछले दो मैचों में अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया है। उन्होंने सीरीज में अब तक चार विकेट झटके हैं और मेजबान टीम उन्हें तीसरे मैच में भी मौका दे सकती है।
केपटाउन में सुबह बारिश होने की संभावना है। लेकिन शाम को मौसम साफ़ रहने की उम्मीद है। अगर सुबह बारिश होती है तो विकेट गीला हो सकता है जो तेज गेंदबाजों के लिए मुसीबत का सबब बन सकता है।
दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भारत को टेस्ट सीरीज में 1-2 से हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन भारत ने वनडे सीरीज को 5-1 से जीतकर दक्षिण अफ्रीका की धरती पर पहली बार कोई द्विपक्षीय सीरीज जीती है। (वार्ता)