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Last Updated : सोमवार, 28 जनवरी 2019 (20:35 IST)

भारत की न्यूजीलैंड पर 10 साल बाद यादगार जीत के ये 3 प्रमुख कारण रहे....

भारत की न्यूजीलैंड पर 10 साल बाद यादगार जीत के ये 3 प्रमुख कारण रहे.... - India New Zealand ODI series
माउंट माउंगानुइ। भारत ने तीसरे वनडे मैच में मेजबान न्यूजीलैंड को 7 विकेट से हराकर 5 वनडे मैचों की सीरीज में 3-0 की अग्रता हासिल करते हुए जीत ली। एक दशक के बाद भारत को न्यूजीलैंड की जमीं पर वनडे सीरीज जीतने का जो अवसर मिला है, उस जीत के 3 प्रमुख कारण इस प्रकार रहे-
 
 
1. भारत की सटीक बल्लेबाजी : न्यूजीलैंड के विरुद्ध भारत के टॉप ऑर्डर की सटीक बल्लेबाजी ने सीरीज जिताने में महती भूमिका अदा की। शिखर धवन, विराट कोहली और रोहित शर्मा ने टीम इंडिया के लिए मजबूत स्कोर बनाया और फिर मिडिल ऑर्डर ने बिना किसी दबाव के जीत का स्वाद चखाया।
 
टीम की जीत में इन तीनों बल्लेबाजों का योगदान 65 फीसदी रहा : शिखर धवन ने 3 वनडे मैचों में 169, रोहित शर्मा ने 160 और विराट कोहली ने 148 रन बनाए। 2017 से अब तक विराट वनडे में 2963 रन, रोहित 2668 रन और शिखर धवन 2081 रन अपने नाम के आगे लिखवा चुके हैं।
 
तीसरे वनडे में भले ही शिखर धवन 28 रनों पर आउट हो गए हों लेकिन उसके बाद विराट (60) और रोहित (52) ने दूसरे विकेट के लिए 113 रनों की भागीदारी निभा डाली। 70 पारियों में इन दोनों के बीच अब तक 16 बार शतकीय साझेदारी निभाई जा चुकी है।
2. नई गेंद के साथ तेज गेंदबाजों ने किया न्याय : भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार अपनी गेंदबाजी के शबाब पर हैं। भुवनेश्वर कुमार ने लगातार तीसरे मैच में न्यूजीलैंड के सलामी धाकड़ बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल का विकेट लेकर मेजबान टीम को दबाव में ला दिया।
 
नई गेंद से शमी ने भी कहर बरपाया : तीसरे वनडे में शमी ने 41 रन देकर 3 विकेट लिए जबकि भुवनेश्वर कुमार ने 46 रन देकर 2 विकेट झटके। भारत के इन दोनों तेज गेंदबाजों ने तेज हवाओं का भरपूर फायदा उठाया।
 
3. स्पिनरों ने किया कमाल : तेज गेंदबाजों ने जहां कीमती विकेट झटककर न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों पर अंकुश रखा, तो मध्य खेल में भारतीय स्पिनरों ने भी अपना जलवा दिखाया। युजवेंद्र चहल और हार्दिक पांड्‍या ने 22 विकेट हासिल किए।
निलंबन के बाद हार्दिक पांड्‍या का यह पहला मैच था लेकिन उन्होंने पिछली कड़वी यादों को पीछे छोड़कर नई शुरुआत की। तीसरे वनडे में भले ही कुलदीप यादव की झोली विकेट से खाली रही लेकिन उन्होंने 8 ओवरों में केवल 39 रन ही दिए।

पिछले कुछ समय से भारत की स्पिन गेंदबाजी भी तेज गेंदबाजों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। बीते 26 मैचों में कुलदीप और युजवेंद्र चहल की स्पिन जोड़ी 100 से ज्यादा विकेट हासिल कर चुकी है। (वेबदुनिया न्यूज)